हरियाणा के पानीपत में एक घर से मिले तीन नर कंकालों का राज पुलिस ने बेपर्दा कर दिया है. इस सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने एक शख्स को यूपी के भदोही से गिरफ्तार किया है. दरअसल, ये मामला ट्रिपल मर्डर का है. जिसे आरोपी ने अंजाम दिया था और फिर लाशें अपने घर में ही दफन कर दी थी. पुलिस की कातिल तक पहुंचने की कहानी भी दिलचस्प है.
पानीपत पुलिस ने शहर के शिव नगर इलाके से 23 मार्च को एक घर से तीन नर कंकाल बरामद किए थे. नर कंकाल उस वक्त सामने आए जब घर की मालकिन सरोज घर की मरम्मत करवा रही थी. पुलिस ने जब पूछताछ की तो पता चला कि महिला ने यह मकान पवन नाम के व्यक्ति से खरीदा था, जो एक चीनी के मिल में काम करता है.
पुलिस पवन तक जा पहुंची. जब पवन से पूछताछ की गई तो पता चला कि उसने ये मकान अहसान सैफी नाम के एक व्यक्ति से खरीदा था. पुलिस ने जब आसपास के लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि अहसान सैफी कुछ संदिग्ध चरित्र का इंसान था. अहसान सैफी पानीपत में मकान बेचने के बाद से ही उत्तर प्रदेश के भदोही में रहने लगा था. पुलिस ने उसका ठिकाना पता निकाला.
इसके बाद पानीपत पुलिस ने भदोही में दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया और पानीपत ले आई. फिर उसे पानीपत की अदालत में पेश किया गया. जहां से उसे 10 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया. पुलिस ने अहसान से पूछताछ शुरू की. शुरुआती पूछताछ में अहसान ने जो खुलासे किए हैं, वह बेहद चौंकाने वाले हैं. उसने पुलिस को बताया कि वो वर्तमान में भदोही की कांशीराम आवासीय कॉलोनी में अपनी तीसरी बीवी के साथ रह रहा था.
अहसान ने पुलिस को पूछताछ में बताया है कि वह पहले से ही शादीशुदा था. उसकी पहली पत्नी और तीन बच्चे उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में रहते थे. फिर उसने एक नामी-गिरामी मैट्रिमोनियल वेबसाइट पर प्रोफाइल बनाया. उसी के जरिए उसने साल 2016 में नाज़नीन नामक एक महिला से निकाह कर लिया, जो मुंबई की रहने वाली थी. वह नाजनीन को लेकर पानीपत आ गया और कारपेंटर का काम करने लगा.
उसने नाज़नीन को अपनी पहली शादी के बारे में कुछ नहीं बताया था. लेकिन एक दिन जब सच उजागर हुआ तो नाज़नीन ने उस पर पहली पत्नी और बच्चों से मिलने पर पाबंदी लगा दी. अहसान को यह बात नागवार गुजरी और दोनों के बीच में झगड़ा होने लगा. आए दिन दोनों के बीच लड़ाई होती थी. इसी दौरान नवंबर 2016 में एक दिन उसने नाज़नीन को रास्ते से हटाने की योजना बना ली.
उस दिन नाज़नीन के जेठ का 15 साल का बेटा साबिर भी उनसे मिलने आया हुआ था. उसके अलावा नाज़नीन से निकाह करने के बाद सोहेल नाम का बेटा भी था, जिसकी उम्र 14 साल थी. आरोपी ने इन तीनों को दूध में जहर मिला कर दे दिया. जिससे तीनों की मौत हो गई. सुबह उसने तीनों की लाशें उसी कमरे में गड्ढा खोदकर दबा दी और उसके कुछ समय बाद मकान बेचकर पानीपत शहर छोड़ दिया.
ट्रिपल मर्डर की वारदात को अंजाम देने के बाद भी उसका मन नहीं भरा. वो फिर से शादी करने निकला. आरोपी ने तीसरी बार शादी करने के लिए उसी मैट्रिमोनियल वेबसाइट का सहारा लिया और तीसरी शादी कर नई पत्नी के साथ रहने लगा. आरोप है कि उसने नाज़नीन, सोहेल और साबिर के शव जमीन में गाड़ने के लिए कुछ राज मिस्त्रियों की मदद भी ली थी. पूछताछ के बाद पुलिस उन तक भी पहुंचना चाहती है.