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हाथरस कांड: 14 सितंबर के सच को खंगालने में जुटी CBI, पीड़िता-आरोपियों के परिजनों पर सवालों की बौछार

शुरुआती दो दिन सीबीआई की टीम ने पीड़िता के परिवार से सवाल किए और उसके बाद गुरुवार को आरोपियों के परिवार से सवाल किए. ऐसे में अबतक सीबीआई की पूछताछ किस ओर बढ़ रही है, एक नज़र डालें... 

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हाथरस कांड में जारी है सीबीआई का एक्शन (फाइल फोटो: PTI)
हाथरस कांड में जारी है सीबीआई का एक्शन (फाइल फोटो: PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • हाथरस कांड में जारी है सीबीआई का एक्शन
  • 14 सितंबर के सच को खंगालने में जुटी टीम
  • पीड़िता के परिवार से हो चुके हैं कई सवाल
  • आरोपियों के परिवार से भी सीबीआई ने दागे सवाल

हाथरस गैंगरेप कांड को लेकर सीबीआई की जांच लगातार जारी है. हाथरस में डेरा जमा चुकी सीबीआई की टीम की जांच अभी तक परिवार से पूछताछ पर ही केंद्रित रही है, जिसमें 14 सितंबर को हुई घटना को लेकर छोटी-छोटी जानकारी इकट्ठा की जा रही है.

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इस बीच सीबीआई ने हाथरस केस के चश्मदीद विक्रम उर्फ छोटू से तकरीबन 8 घंटे लंबी पूछताछ की और फिर घर वापस छोड़ दिया. छोटू के बड़े भाई ने कहा कि मेरे भाई ने जो आपको बताया वही सीबीआई को बताया है.

इससे पहले शुरुआती दो दिन सीबीआई की टीम ने पीड़िता के परिवार से सवाल किए और उसके बाद गुरुवार को आरोपियों के परिवार से सवाल किए. ऐसे में अबतक सीबीआई की पूछताछ किस ओर बढ़ रही है, एक नज़र डालें... 

14 सितंबर के घटनाक्रम को जान रही है सीबीआई 
सीबीआई का मुख्य फोकस अभी 14 सितंबर की घटना को लेकर है. जिसमें परिवार के हर सदस्य से आरोपियों की मौजूदगी के बारे में सवाल किए जा रहे हैं. घटना स्थल पर पीड़ित परिवार के सदस्यों की मौजूदगी के अलावा आरोपियों के होने पर सवाल केंद्रित हैं. 

सीबीआई जिन-जिन चीजों पर परिवार से पूछताछ कर रही है, उससे साफ पता चलता है कि सीबीआई को परिवार की बातों में विरोधाभास मिला है. यही कारण है कि सीबीआई परिवार के द्वारा कही हुई हर एक बात की तस्दीक कर लेना चाहती है. 

सीबीआई ने पीड़िता के भाई से पूछताछ में आरोपियों के मौका ए वारदात पर मौजूदगी के बारे में तो पूछताछ की ही है, साथ ही आरोपियों के हुलिए-कपड़ों के बारे में भी सवाल पूछे हैं. सीबीआई के सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ में परिवार से यह पता करने की कोशिश की गई है कि जिस वक्त यह घटना हुई और फिर ये लोग वहां से फरार हुए. उस वक्त संदीप, लव-कुश समेत बाकी आरोपियों का हुलिया कैसा था?

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पीड़ित परिवार के सदस्यों से हुए कुछ ऐसे सवाल
इसके अलावा सीबीआई ने पीड़िता के भाई से आरोपी संदीप के हाव-भाव के बारे में भी सवाल किए हैं. सीबीआई ने पीड़िता के भाई से पूछा कि जिस वक्त उसने आरोपियों को देखा, उस वक्त संदीप, रवि और लव-कुश ने किस तरह के कपड़े पहन रखे थे? जब घटना हुई तो सबसे पहले परिवार के अलावा किस को मौका ए वारदात पर बुलाया गया?

इसके अलावा सीबीआई की पूछताछ में जिन सवालों पर फोकस रहा, उनमें था कि क्या किसी ने और आरोपियों को घटना के बाद खेत से भागते देखा था? घायल लड़की को परिवारवालों के साथ और कौन-कौन अस्पताल लेकर गया था? घटना के बाद परिवारवालों ने जब लड़की को देखा, तो वो पहली बार कहां पर पड़ी थी. घायल लड़की खेत के बगल में बनी सिंचाई वाली जगह तक कैसे पहुंची?

इसके अलावा परिवार से ऐसे भी सवाल पूछे गए कि लड़की को किस वाहन पर खेत से अस्पताल ले जाया गया था? क्या आरोपी  किसी वाहन से आए थे या पैदल ही थे? क्या उन लोगों ने जूते पहन रखे थे या चप्पल पहन रखे थे? क्या उनमें से किसी के पास मोबाइल फोन था? क्या वे लोग गांव की तरफ भागे या खेतों की तरफ भागे थे या आए थे? क्या घटना के बाद आरोपी गांव में ही रहे थे या फिर कहीं बाहर भाग गए थे? क्या घटना के बाद पीड़िता के भाई ने इनमें से किसी आरोपी को दोबारा देखा? क्योंकि 14 सितंबर की घटना के करीब एक हफ्ते बाद इन लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. इस दौरान आखिरकार आरोपियों ने गांव छोड़कर फरार होने की क्यों नहीं सोची?

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आरोपियों के परिवार से भी किए सीबीआई ने सवाल
पूछताछ के दौरान कुछ इसी तरह के सवाल पीड़िता के भाई के बाद पीड़िता के पिता और दूसरे भाई से भी पूछे गए. सूत्रों के मुताबिक, पीड़ित परिवार ने इस बारे में बिल्कुल एक जैसे जवाब नहीं दिए हैं. सूत्र ये भी बताते हैं कि सीबीआई ने अभी तक आरोपियों की पूछताछ के लिए जेल में कोई भी पत्र नहीं भेजा है. इस दौरान सीबीआई सिर्फ पीड़ित परिवार और आरोपी परिवार के लोगों से पूछताछ कर रही है.

आपको बता दें कि आरोपी लड़कों के हुलिए के बारे में आरोपी पक्ष के लोगों से भी तस्दीक की गई है और उसका मिलान पीड़ित परिवार के बयानों से भी किया गया है. उधर, जेल में बंद सारे आरोपियों में से सिर्फ एक रवि ने अपने परिवारवालों से दो बार फोन पर बात की है. बाकी किसी आरोपी ने परिवार के लोगों से बात करने की इच्छा नहीं जताई. इस मामले में जेल अथॉरिटी का कहना है कि इस दौरान सीबीआई या सरकार की तरफ से अभी आरोपियों की पूछताछ के लिए कोई भी पत्र नहीं आया है. अगर उनकी तरफ से पत्र आएगा तो फौरन जांच में सहयोग करेंगे.

 

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