श्रद्धा मर्डर के आरोपी आफताब पर तलवारों से हमला करने की कोशिश का मामला गरमा गया है. दिल्ली पुलिस हमलावरों की कुंडली खंगालने में जुटी है. इसके साथ ही आरोपियों के कनेक्शन भी खंगाले जा रहे हैं. अब सामने आया है कि गुरुग्राम के रहने वाले जिन 6 युवकों ने आफताब पर हमले की कोशिश की थी, वे गैंगस्टर और बड़ी आपराधिक वारदात को अंजाम देने वाली गैंगों से जुड़े हैं. दिल्ली पुलिस ने सोमवार को जिस कुलदीप ठाकुर को हिरासत में लिया था, वो हिंदू सेना का हरियाणा में प्रदेश अध्यक्ष है.
जानकारी के मुताबिक, सभी 6 युवक गुरुग्राम के अलग-अलग हिस्सों के रहने वाले हैं, जिसमे दो गैंगस्टर तोता गैंग के गुर्गे हैं. इनमें कुलदीप धनकोट का रहने वाला है, उस पर राजेंद्रा पार्क थाने में लड़ाई-झगड़े और मानेसर इलाके में आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज है. कुलदीप को गैंगस्टर तोता का गुर्गा माना जाता है.
दो आरोपी गैंगस्टर के गुर्गे, बाकी उनके साथी
दूसरा आरोपी सोमे है. ये धनवापुर का रहने वाला है. इसका ताल्लुक भी गैंगस्टर तोता से पाया गया है. इसे गुर्गे के तौर पर जाना जाता है. जबकि निगम गुर्जर, दान सिंह और पिंटू मोहम्मदपुर (झाड़सा) के रहने वाले हैं. ये सभी लोग आवारा और नशेड़ी किस्म के हैं. जबकि आकाश नरसिंहपुर इलाके का रहने वाला है. ये भी बाकी पांचों आरोपियों का साथी बताए जा रहे हैं.
पुलिस की बहादुरी की वजह से पीछे हटे थे हमलावर
बताते चलें कि दिल्ली के रोहिणी इलाके में सोमवार की शाम श्रद्धा मर्डर केस का आरोपी आफताब पूनेवाला पुलिस वैन से तिहाड़ जेल जा रहा था, तभी इन्हीं 6 युवकों ने योजनाबद्ध तरीके से पुलिस वैन के आगे अपनी कार खड़ी कर दी और पुलिस वैन रुकते ही आफताब पूनेवाला पर तलवारों से हमला करने के लिए दौड़े. इन लोगों ने पुलिस वैन का गेट तक खोल लिया था. हालांकि, पुलिस की बहादुरी की वजह से इन युवकों को पीछे हटना पड़ा था. मौके से पुलिस ने निगम गुर्जर और कुलदीप ठाकुर को हिरासत में लिया था.
आवारा और नशेड़ी बताए गए हमलावर
पुलिस पूछताछ में आरोपी युवकों ने अपने साथियों के बारे में बताया. सभी 6 युवकों की पहचान कर ली गई है. ये युवक गुरुग्राम के अलग-अलग इलाके के रहने वाले हैं और आवारा और नशेड़ी के बताए जा रहे हैं. हमले का एक अन्य आरोपी आकाश नरसिंहपुर का रहने वाला बताया जा रहा है.
सभी युवकों का संबंध हिंदू सेना से
हमलावर युवकों का संबंध भी हिंदू सेना से होना बताया जा रहा है. मोहम्मदपुर झाड़सा का रहने वाला लीलू गुर्जर नाम का व्यक्ति हिंदू सेना का जिलाध्यक्ष है. जबकि धनकोट का रहने वाला कुलदीप ठाकुर प्रदेश अध्यक्ष है. हिंदू सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरजीत यादव ने फोन पर बातचीत में खुलासा किया कि ये युवक पिछले कई दिनों से आफताब पर हमले का प्लान बना रहे थे. ये कोर्ट में पेशी के दौरान हमला करना चाहते थे. लेकिन, पुलिस गाड़ी पर हमला कर सकते हैं, इस बात का अंदेशा उन्हें भी नहीं था. सुरजीत यादव के मुताबिक, वारदात के बाद फरार हुए युवकों ने उन्हें फोन किया था, लेकिन उन्होंने पुलिस वैन पर हमला करने को लेकर युवकों को फटकार भी लगाई.
इस वारदात में बड़ा सवाल यह भी है कि आखिर इन युवकों के पास दिल्ली पुलिस और आफताब पूनेवाला की लोकेशन कैसे पहुंची और कैसे दिल्ली एमसीडी के चुनावी माहौल में कानून से बेखौफ होकर ये युवक तलवार लहराते हुए ना सिर्फ दाखिल हुए, बल्कि हमलावर भी हो गए.
12 नवंबर को गिरफ्तार हुआ था आफताब
आरोप है कि आफताब ने 18 मई को श्रद्धा की गला दबाकर हत्या की थी. दोनों 8 मई से दिल्ली के महरौली में फ्लैट में लिव इन में रह रहे थे. इससे पहले दोनों मुंबई रहते थे. 18 मई को श्रद्धा और आफताब का झगड़ा हुआ था. इसके बाद आफताब ने उसकी हत्या कर दी. इसके बाद आफताब ने उसके शव के 35 टुकड़े कर फ्रिज में रखा. वह रोज रात में महरौली के जंगल में शव के एक टुकड़े को फेंकने जाता था. पुलिस ने आफताब को 12 नवंबर को गिरफ्तार किया था. अभी उसका पॉलीग्राफी टेस्ट चल रहा है. इसके बाद उसका नार्को टेस्ट होना है.