भारत में भगोड़ा घोषित जाकिर नाइक अब मालदीव में सक्रिय हो गया है. उसके भड़काऊ भाषणों से प्रभावित होकर वहां अब युवा आतंकी संगठन आईएसआईएस में शामिल हो रहे हैं. हाल ही में मालदीव की पुलिस ने 15 ISIS के आतंकियों को मालदीव में गिरफ्तार किया था. सूत्रों के मुताबिक इन आतंकियों ने खुलासा किया है कि वे जाकिर नाइक के वीडियो और रेडिकल स्पीच सुनकर ISIS में शामिल हुए थे.
सूत्रों के मुताबिक अब गृह मंत्रालय ने इस मामले में एनआईए की एक सुपरकॉप टीम मालदीव भेज दी है. इस टीम को गिरफ्तार किए गए ISIS आतंकियों और समर्थकों से पूछताछ करेगी. जाकिर नाइक NIA की मोस्टवांटेड लिस्ट में शामिल है. NIA के पास जाकिर नाइक से जुड़े कई सबूत हैं इसलिए NIA मालदीव की जाच एजेंसी की मदद करने गई है.
मालदीव में 100 से ज्यादा युवक ISIS में शामिल
मालदीव भारत का पड़ोसी देश है. वहां इस समय ISIS की गतिविधियां तेजी से बढ़ रही हैं, जिससे भारत को भी खतरा हो सकता है इसलिए NIA की टीम तफ्तीश करना चाहती है. खबरें ऐसी है कि मालदीव के 100 से ज्यादा युवा इस वक्त जिहाद के लिए ISIS की गतिविधियों में शामिल हैं.
जेल में कट्टरपंथियों के संपर्क में आ रहे
हैरानी की बात यह है कि मालदीव में जो युवा इस समय आईएसआईएस में शामिल हैं, उनमें से ज्यादातर ड्रग्स एडिक्ट हैं. वे लोकल गैंग्स में शामिल रहने के साथ ही जेल भी जा चुके हैं. जेल में ही उनके संपर्क कट्टरपंथियों और रेडिकल ग्रुप से हो रहे हैं. उसके बाद जेल से बाहर आने पर मालदीव के युवा आईएसआईएस में शामिल हो रहे हैं.
हाल के वर्षों में बढ़े आईएसआईएस के हमले
- 17 अप्रैल, 2020 को आईएसआईएस ने महिबाधू सीमा पर हुए भीषण विस्फोट की जिम्मेदारी ली थी. पांच बमों ने एक समुद्री एम्बुलेंस, चार स्पीड बोट और दो डिंगियों को तबाह कर दिया था.
इसके बाद, आईएसआईएस ने अपनी ई-पत्रिका वॉयस ऑफ हिंद में अपने समर्थकों से भारत और मालदीव में इस तरह के और हमले करने को किया था. हालांकि भारत ने उस दौरान से ही तमाम रूट्स पर चौकसी बढ़ा दी थी.
- पिछले साल फरवरी में मालदीव के उत्तरी माले एटोल में हुलहुमले रेडबुल पार्क फुटसल ग्राउंड के पास तीन विदेशी नागरिकों - दो चीनी और एक ऑस्ट्रेलियाई, को ISIS के लोन वुल्फ आतंकी ने चाकू मारकर जख्मी कर दिया था.
अज्ञात चरमपंथी मीडिया आउटलेट, अल-मुस्तकीम ने अगले दिन चेतावनी देते हुए एक वीडियो मैसेज जारी किया था- अब से मालदीव में विदेशी यात्रियों को केवल एक चीज का स्वाद चखना होगा... संदेश की भाषाशैली आईएसआईएस जैसी थी. हालांकि इस आतंकी समूह ने आधिकारिक तौर पर हमले की जिम्मेदारी नहीं ली थी.
- इससे पहले 2015 के अंत में मलेशियाई पुलिस ने एक चेतावनी दी थी कि मालदीव के दो युवा अमेरिका, चेन्नई और बेंगलुरु में इजराइली वाणिज्य दूतावासों पर हमले की योजना बना रहे थे.
- यही नहीं 2014 में माले में 300 आईएसआईएस समर्थकों द्वारा एक विशाल सार्वजनिक प्रदर्शन किया गया था, जहां प्रदर्शनकारियों ने ढिठाई से आईएसआईएस के काले झंडे लिए और लोकतंत्र और पश्चिम के खिलाफ नारे लगाए थे.
- 2007 सबसे बड़ी आतंकी घटना हुई थी. माले के सुल्तान पार्क में आईईडी विस्फोट कर दिया गया था. इसमें आठ चीनी, दो ब्रिटिश और दो जापानी समेत 12 विदेशी पर्यटक गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे.