बिहार के नक्सल प्रभावित जमुई जिले में चौरा स्टेशन उड़ाने की माओवादियों की धमकी के बाद कई घंटे तक रेल परिचालन ठप रहा. दानापुर रेल मंडल के चौरा रेलवे स्टेशन को उड़ाने की धमकी के बाद स्टेशन मास्टर स्टेशन छोड़कर फरार हो गए जिससे रेल परिचालन ठप हो गया. माओवादियों की धमकी के बाद रेलवे से लेकर पुलिस महकमे तक में हड़कंप मच गया. पुलिस अधीक्षक (एसपी) पूरे दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली. कई घंटे बाद रेल परिचालन बहाल हो सका.
बताया जा रहा है कि शनिवार की सुबह लगभग 3.45 बजे आर्मी की वर्दी एक नौजवान चौरा स्टेशन पहुंचा. हथियार से लैस युवक पटना-हावड़ा रेल रूट पर स्थित चौरा स्टेशन पहुंचा और स्टेशन मास्टर से कहा कि इस स्टेशन को उड़ा दिया जाएगा. स्टेशन मास्टर से इतना कहने के बाद वह युवक वहां से चला गया. धमकी के बाद स्टेशन मास्टर विनय कुमार स्टेशन छोड़ कर भाग गए जिससे रेल परिचालन ठप हो गया. हिमगिरि एक्सप्रेस रेल परिचालन ठप हो जाने से जमुई स्टेशन पर ही घंटों खड़ी रही. माना जा रहा है कि प्रचार पाने के लिये उस शख्स ने ये हरकत की होगी. चौरा स्टेशन, जमुई से 10 किलोमीटर दूर है. यह झाझा स्टेशन से पहले पड़ता है. चौरा स्टेशन नक्सल प्रभावित क्षेत्र में है.
माओवादियों की इस धमकी के बाद जिला प्रशासन, पुलिस और रेल महकमें में हड़कंप मच गया. जमुई के एसपी प्रमोद कुमार मंडल पूरे दल-बल के साथ स्टेशन पहुंचे और मामले की जानकारी ली. अर्द्ध सैनिक बल की टुकडि़यों के साथ-साथ झाझा स्टेशन से एक इंजन पर सवार होकर रेल सुरक्षा बल का एक दस्ता भी चौरा स्टेशन पहुंचा. पुलिस के पहुंचने के बाद रेल परिचालन सामान्य हो सका. जमुई के एसपी प्रमोद कुमार मंडल ने इस संबंध में बताया कि माओवादियों की ओर स्टेशन को उड़ाने की धमकी स्टेशन मास्टर को दी गई थी जिसके बाद वे स्टेशन छोड़कर भाग गए.
जमुई के एसपी ने दावा किया कि अभी स्थिति बिल्कुल सामान्य है और रेल परिचालन शुरू हो चुका है. बताया जा रहा है कि नक्सली अपने मारे गए साथियों की याद में 29 जुलाई से 3 अगस्त के बीच शहीद सप्ताह मना रहे हैं. इसी दौरान शनिवार की सुबह एक नक्सली ने चौरा स्टेशन पहुंचकर स्टेशन मास्टर को इस तरह की धमकी दी. गौरतलब है कि इन दिनों पूर्वी बिहार में नक्सलियों की सक्रियता बढ़ी हुई है. नक्सलियों के दो धड़ों यूपी-बिहार पूर्वोत्तर झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी के डिप्टी कमांडर अर्जुन कोड़ा और बलीक्षर कोड़ा के एकजुट होने के बाद भागलपुर रेल थाना, बरियारपुर रेलवे स्टेशन और जमुई पुलिस केंद्र उड़ाने की साजिश का खुफिया इनपुट था. इसके बाद पूर्वी बिहार के रेलवे स्टेशनों को लेकर पुलिस को अलर्ट कर दिया गया था.