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Cyber Criminal Gang: देश के किसी भी कोने में जब कोई साइबर क्राइम होता है, तो हर किसी के मन में एक ही नाम आता है और वो है जामताड़ा. देश यही हिस्सा अभी तक साइबर ठगों के लिए बदनाम था. लेकिन चिंता की बात ये है कि अब झारखंड की राजधानी रांची भी साइबर ठगों का अड्डा बनती जा रही है. दो दिन पहले ही पुलिस ने साइबर अपराधियों के एक गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. हैरानी की बात ये है कि इस गिरोह में एक नहीं दो नहीं बल्कि पूरे पचास से ज्यादा लोग शामिल हैं.
झारखंड पुलिस के हत्थे चढ़े साइबर ठगों ने पूछताछ में बताया कि उनके गिरोह में 50 से ज्यादा लोग काम करते हैं. यानी जामताड़ा के बाद साइबर ठगों ने रांची को ऑपरेशन का केंद्र यानी साइबर फ्रॉड हब बना डाला है. बिहार में एक मुखिया का गिरोह रांची से घटनाओं को अंजाम देता था. इस गिरोह ने केरल की एक महिला से करोड़ों की ठगी की थी. लिहाजा, गिरफ्तारी के बाद केरल पुलिस उन्हें साथ लेकर गई है. ठगी के पैसे से ये सारे ठग लग्जरी लाइफ का मजा लेते थे. बीएमडब्ल्यू जैसी महंगी बाइक की सवारी करते थे.
कैश, कार और BMW बाइक बरामद
असल में रांची पुलिस और केरल पुलिस ने मिलकर एक ज्वाइंट ऑपेरशन के तहत सुखदेव नगर इलाके में छापेमारी की थी. जिसके तहत चार साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया था. जिनमें ज्योतिष कुमार, मोहन कुमार, अजीत कुमार और नीरज कुमार शामिल हैं. पुलिस ने आरोपियों के पास से एक लाख की नकदी, कार और बीएमडब्ल्यू बाइक बरामद की है.
रांची के पुलिस अधीक्षक राजकुमार मेहता ने बताया कि आरोपी ठगी के पैसे से मौज-मस्ती करते थे. गाड़ियां खरीदते थे. आरोपी ज्योतिष कुमार, मोहन कुमार और अजीत बिहार के नवादा के रहने वाले हैं. वहीं, एक आरोपी नीरज रांची का रहने वाला है.
ऐसे हुआ गिरोह का पर्दाफाश
इस गिरोह के शातिर सदस्यों ने केरल में रहने वाली एक महिला शोभा मेनन को डेढ़ करोड़ रुपये लॉटरी निकलने की बात बोलकर अपने जाल में फंसा लिया था. पुलिस के मुताबिक, ये साइबर अपराधी धीरे-धीरे उस महिला से एक करोड़ बीस लाख रुपये ठग चुके थे. बावजूद इसके ये लोग और पैसे की मांग कर रहे थे, लेकिन महिला ने पैसे नहीं दिए और केरल पुलिस में जाकर मामले की शिकायत दर्ज करा दी.
आरोपी हुए गिरफ्तार
केरल पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामले की छानबीन शुरू कर दी. इसी दौरान पुलिस को सर्विलांस और मुखबिरों के हवाले से जानकारी मिली कि महिला को ठगी का शिकार बनाने वाले सभी आरोपी रांची में रह रहे हैं. इसके बाद पुलिस ने उनकी लोकेशन ट्रेस कर ली. जानकारी के मुताबिक, पुलिस मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपियों तक जा पहुंची और उन्हें गिरफ्तार कर लिया. चारों आरोपियों को केरल पुलिस अपने साथ ले जाएगी.
हर सप्ताह 20 लाख घर ले जाते थे आरोपी
पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि आरोपी ज्योतिष, मोहन और अजीत हर सप्ताह बीस लाख रुपये लेकर नवादा जाते थे. फिर गांव में मौजूद अपने घर में पैसा रखने के बाद वापस रांची आ जाते थे. यह पैसा लोगों के खाते से उड़ाया जाता था. पुलिस के अनुसार, चारों आरोपी 25 से तीस करोड़ रुपये की ठगी कर चुके हैं. चारों आरोपी रांची में प्राइवेट नौकरी करते थे ताकि पुलिस को कोई शक नहीं हो पाए.
आरोपियों से बरामदगी
पुलिस आरोपियों तक पहुंची तो आरोपी अपना नाम पता कुछ और बता रहे थे, लेकिन पुलिस की कड़ी पूछताछ में मामले का खुलासा हुआ है. पुलिस ने आरोपितों के पास से तीस पासबुक, 23 मोबाइल फोन और अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं.
एक खाताधारी को देते थे बीस हजार रुपये
पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद आरोपियों ने बताया कि हर राज्य में उसके गिरोह के लोग सक्रिय हैं. शातिर गिरोह के सदस्य लोगों से उनके बैंक खाते की जानकारी लिया करते थे और उसी खाते में पैसा मंगवाने के बाद रकम निकाल लेते हैं. ये गिरोह खाताधारी को बीस हजार रुपये हर माह दिया करता था.
दूसरे राज्यों में भी धरपकड़
आरोपियों ने अपने गिरोह के कई सदस्यों के नाम पुलिस को बताए हैं. पुलिस का कहना है कि इस गिरोह के सदस्यों को पकड़ने के लिए दूसरे राज्यों में भी दबिश दी जाएगी. पुलिस ने इसके लिए टीम बनाने का काम शुरू कर दिया है.
सीएम की पत्नी को लगाया था चूना
जामताड़ा पर एक वेब सीरीज भी बन चुकी है, वज के ठगों ने कुछ साल पहले पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी जो सांसद थीं, उनके खाते से भी पैसे निकाल लिए थे. जामताड़ा में लगभग देश के हर राज्य से पुलिस आती है. ठग कभी बिजली कनेक्शन, बिल नहीं भरे जाने की धमकी देकर लोगों से ठगी करते थे, तो कभी केवाईसी तो कभी इनाम मिलने का बहाना बनाकर भोले भाले लोगों को झांसा में लेते हैं.