
महाराष्ट्र के कांदिवली हीरानंदानी फर्जी वैक्सीनेशन केस में वांछित डॉक्टर मनीष त्रिपाठी ने सरेंडर कर दिया है. कोर्ट से अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद मनीष ने पुलिस के सामने खुद पहुंचकर सरेंडर कर दिया. मनीष की गिरफ्तारी के साथ ही फर्जी वैक्सीनेशन केस में अब तक नौ वांछित आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है.
डॉक्टर मनीष त्रिपाठी कांदिवली हीरानंदानी सोसाइटी में हुए वैक्सीनेशन के मामले में वांछित था. बहुत दिनों से फरार चल रहे मनीष की तलाश में पुलिस की कई टीमें जुटी हुई थीं लेकिन वह पुलिस के हाथ नहीं आ रहा था. आखिरकार पुलिस और डॉक्टर मनीष के बीच आंख-मिचौली का खेल खत्म हुआ और उसे गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि, पुलिस टीम के मुताबिक डॉक्टर मनीष ने खुद ही पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.
बताया जाता है कि डॉक्टर मनीष त्रिपाठी ने कोर्ट में एंटीसिपेट्री बेल के लिए याचिका दाखिल की थी लेकिन कोर्ट ने उसकी याचिका खारिज कर दी. कांदिवली पुलिस स्टेशन में अब तक डॉक्टर मनीष त्रिपाठी समेत कुल नौ आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं. पुलिस के मुताबिक कोर्ट में एंटीसिपेट्री बेल की याचिका खारिज होने के बाद डॉक्टर मनीष त्रिपाठी ने आत्मसमर्पण कर दिया.
गौरतलब है कि देशभर में वैक्सीनेशन के लिए सरकार की ओर से युद्ध स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है. वैक्सीनेशन के लिए सरकार की ओर से चलाए जा रहे अभियान के बीच कई जगह फर्जी वैक्सीनेशन कैंप लगाए जाने के मामले भी सामने आए थे. मुंबई के कई इलाकों से इस तरह की शिकायतें मिली थीं. पुलिस ने इस मामले में मामला दर्ज कर तहकीकात शुरू की तब पकड़े गए आरोपियों ने कई जगह इस तरह के कैंप लगाने की बात बताई.