कंझावला कांड में गिरफ्तार आरोपियों ने रविवार को बड़ा खुलासा किया. उन्होंने पुलिस पूछताछ में कबूल किया कि उन्हें पता था कि अंजलि उनकी कार के नीचे फंस गई है लेकिन वे डर के चलते गाड़ी दौड़ाते रहे. इस दौरान कंझावला तक के रूट में उन्होंने कई बार गाड़ी यू टर्न की.
आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उन्हें डर था कि कहीं लड़की को गाड़ी से निकाला तो हत्या का केस लग जाएगा. वे इस मामले में बुरी तरफ फंस जाएंगे इसलिए एक्सीडेंट के बाद आरोपियों ने लड़की को कार के नीचे से निकालने की कोशिश नहीं की.
उन्होंने बताया कि वे बेहद डर गए थे इसलिए गाड़ी को बार-बार घुमाए जा रहे थे. उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वह कहां जाएं. वे लड़की के गाड़ी के निकलने तक इंतजार करते रहे और गाड़ी चलाते रहे. आरोपी ने यह भी कबूल किया कि उन्होंने पुलिस को तेज म्यूजिक सिस्टम की जो कहानी बताई थी, वह झूठी थी. इस मामले में पुलिस ने दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण, मिथुन, मनोज मित्तल, आशुतोष और अंकुश को आरोपी बनाया है. इनमें से छह पुलिस की हिरासत में हैं, जबकि एक को कोर्ट से जमानत मिल गई है.
एक आरोपी अंकुश को मिल चुकी है जमानत
कंझावला केस के सातवें आरोपी अंकुश को दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने शनिवार को जमानत दे दी थी. कोर्ट ने उसे 20 हजार के निजी मुचलके पर जमानत दी है. अंकुश पर आईपीसी की धारा 201/212 के तहत कार्रवाई की गई है, जिसमें तीन साल की सजा का प्रावधान है. उसने शुक्रवार को ही पुलिस के सामने सरेंडर किया था. ये आरोपी वही शख्स है, जो इस पूरे मामले को दबाने की कोशिश में लगा था. इसने पुलिस को लगातार गुमराह किया था. उसकी तरफ से पूरी कोशिश की गई थी कि किसी तरह से इस घटना की जानकारी किसी को न मिले.
31 दिसंबर को हुई थी अंजलि की मौत
31 दिसंबर की रात को अंजलि अपनी दोस्त निधि के साथ स्कूटी से घर के लिए निकली थी. तब कंझावला रोड पर सामने आ रही एक तेज रफ्तार गाड़ी ने उन्हें टक्कर मार दी थी. उस टक्कर में निधि तो बच गई, लेकिन अंजलि गाड़ी के नीचे फंस गई. फिर गाड़ी में बैठे युवक अंजलि को करीब 12 किलोमीटर तक घसीटकर ले गए. इस मामले में पुलिस ने सभी सातों आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है. सभी आरोपी पुलिस कस्टडी में ही हैं और उनसे लगातार पूछताछ की जारी रही है.
अमित शाह ने पुलिस से मांगी है जांच रिपोर्ट
अंजलि की मौत के मामले में गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस को इस केस की एक विस्तृत रिपोर्ट तुरंत देने का आदेश दिया है. इस मामले में गृहमंत्री(MHA) ने दिल्ली पुलिस की वरिष्ठ अधिकारी आईपीएस शालिनी सिंह को व्यापक रिपोर्ट तैयार करने को कहा.