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काशीपुर फायरिंग: खनन माफिया पर बढ़ा इनाम, शरणदाताओं की खुली क्राइम कुंडली

मुरादाबाद पुलिस ने खनन माफिया जफर पर इनाम बढ़ाकर एक लाख कर दिया है. जफर की तलाश में ही गई मुरादाबाद पुलिस की उत्तराखंड के काशीपुर में शरण दाताओं के साथ हुई झड़प थी और एक महिला की मौत हुई थी. यूपी पुलिस ने अब शरणदाताओं की क्राइम कुंडली खोली है. इन पर कई दर्जन मुकदमे दर्ज हैं.

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खनन माफिया जफर (फाइल फोटो)
खनन माफिया जफर (फाइल फोटो)

उत्तराखंड के काशीपुर में उत्तर प्रदेश पुलिस जिस खनन माफिया जफर को पकड़ने गई थी, उस पर इनाम की रकम दोगुनी कर दी गई है. मुरादाबाद पुलिस ने खनन माफिया जफर पर इनाम बढ़ाकर एक लाख कर दिया है. जफर की तलाश में ही गई मुरादाबाद पुलिस की उत्तराखंड के काशीपुर में शरण दाताओं के साथ हुई झड़प थी और एक महिला की मौत हुई थी.

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मुरादाबाद पुलिस का कहना है कि हमारी दबिश के दौरान इनामी जफर के साथ शरणदाता के तौर पर गुरताज़ सिंह व उसके भाई व चाचा भी घर में मौजूद थे. 50,000 के इनामी जफर के शरणदाता के तौर पर काशीपुर के ज्येष्ठ ब्लाक प्रमुख गुरताज सिंह, भाई सुखविंदर सिंह, चाचा सतनाम सिंह व जगतार सिंह भी मौजूद थे.

मुरादाबाद पुलिस ने दावा किया कि 50,000 के इनामी जफर का पीछा करते वक्त काशीपुर एसओजी को भी सूचना दी गई थी, जफर जब काशीपुर में पहुंचा तो मुरादाबाद एसओजी ने फोन से काशीपुर एसओजी को पूरी सूचना दी. अब यूपी पुलिस ने शरणदाताओं के अपराधिक इतिहास को भी जारी किया. ब्लॉक प्रमुख गुरताज सिंह पर 3 मुकदमे दर्ज हैं.

जबकि सुखविंदर सिंह पर 9 केस, चाचा सतनाम सिंह पर 21 केस और शरणदाता चाचा जगतार सिंह पर 11 केस दर्ज हैं.  सभी केस उधमसिंहनगर के थानों में दर्ज है. हालांकि, काशीपुर में फायरिंग को लेकर उत्तराखंड पुलिस और मुरादाबाद पुलिस आमने-सामने है. उत्तराखंड पुलिस का कहना है कि यूपी पुलिस ने बिना बताए ही ऑपरेशन किया था.

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आमने-सामने यूपी पुलिस और उत्तराखंड पुलिस

काशीपुर फायरिंग केस में मुरादाबाद पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस आमने-सामने है. मुरादाबाद पुलिस का दावा है कि खनन माफिया और उसके साथियों ने पुलिसकर्मियों पर फायरिंग की, जबकि उत्तराखंड पुलिस का कहना है कि फायरिंग सिर्फ यूपी पुलिस की ओर से की गई है.

उत्तराखंड पुलिस के फोरेंसिक डायरेक्टर का कहना है कि क्रॉस फायरिंग नहीं हुई है. एकतरफा फायरिंग हुई है और गोली सरकारी पिस्टल से निकली हुई पाई गई है. उत्तराखंड के फोरेंसिक डायरेक्टर का कहना है कि यूपी पुलिस के SHO की गोली से गुरप्रीत सिंह की मौत हुई. गुरप्रीत सिंह, ब्लॉक प्रमुख गुरताज सिंह की पत्नी हैं.

उत्तराखंड पुलिस ने यूपी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. कुमाऊं रेंज के डीआईजी निलेश आनंद का कहना है कि यूपी पुलिस हमें बिना सूचना दिए यहां आई और घर में घुसकर फायरिंग की जिससे एक महिला की मौत हुई है. उन्होंने कहा कि यह एक संगीन अपराध है इसलिए हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है.

मुरादाबाद पुलिस ने दिया आरोप का जवाब

उत्तराखंड पुलिस के आरोप का मुरादाबाद पुलिस ने सिलसिलेवार तरीके से जवाब दिया है. मुरादाबाद के एसएसपी हेमंत कुटियाल ने कहा है कि जब पुलिस के असलहे लूट लिए गए तो वह फायरिंग कैसे कर सकती है. पुलिस के असलहे तो उनके पास थे. हमारे पास तो असलहे थे ही नहीं. पुलिसकर्मियों के असलहे काशीपुर पुलिस ने उसी घर से बरामद किए हैं.

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मुरादाबाद के एसएसपी ने ये भी कहा कि हमारी तरफ से गोली चली ही नहीं है. उन्होंने कहा कि हमने लोकल पुलिस को सूचना दी थी और हमारे पास इसके पुख्ता सबूत हैं. उन्होंने कुछ नहीं किया तो ये उनकी गलती है. एसएसपी ने ये भी कहा कि हमारी टीम को बंधक बनाया गया, हमला किया गया और अपराधी को भगा दिया गया.

मुरादाबाद के एसएसपी हेमंत कुटियाल ने सख्त लहजे में कहा, 'जिन्होंने हमारे पुलिस वालों के साथ ये किया है उनपर कड़ा एक्शन लेंगे और NBW करवाकर अरेस्टिंग भी होंगी. हमारे 6 लोग घायल हुए हैं, इंस्पेक्टर ठाकुरद्वारा को फायर आर्म इंजरी है.

 

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