पंजाब पुलिस की इंटेलिजेंस विंग के चंडीगढ़ स्थित हेडक्वार्टर पर ग्रेनेड हमला हुआ था. 9 मई 2022 को हुए इस ग्रेनेड हमले में खालिस्तानी आतंकी लखबीर सिंह उर्फ लांडा हरीके का नाम आया था. दिल्ली पुलिस की एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) ने पिछले ही महीने पंजाब से लांडा हरीके के दो गुर्गों को गिरफ्तार किया था. अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने लखबीर सिंह लांडा हरीके पर इनाम घोषित कर दिया है.
एनआईए ने खालिस्तानी आतंकी लखबीर सिंह उर्फ लांडा हरीके पर 15 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है. 34 साल का लखबीर सिंह उर्फ लांडा हरीके का नाम पंजाब पुलिस की इंटेलिजेंस विंग के चंडीगढ़ स्थित हेडक्वार्टर पर हुए ग्रेनेड हमले में मास्टरमाइंड के रूप में सामने आया था. कनाडा में बैठकर अपना गैंग चला रहा है.
लखबीर सिंह उर्फ लांडा हरीके का नाम 9 कनाडा जाकर बस गया है. लांडा हरीके मूल रूप से पंजाब के तरन तारन का रहने वाला है. बताया जाता है कि लखबीर सिंह उर्फ लांडा हरीके के खिलाफ पंजाब में कई मामले दर्ज हुए. प्रदेश की कई बड़ी घटनाओं में नाम सामने आने के बाद लांडा हरीके ने देश छोड़ दिया था.
बताया जाता है कि लांडा हरीके ने साल 2017 में कनाडा की नागरिकता ले ली थी. लांडा हरीके का एक बड़ा गैंग है जिसमें खूंखार गैंगस्टर से लेकर बब्बर खालसा के आतंकी तक शामिल हैं. पंजाब की कई बड़ी घटनाओं में लखबीर सिंह उर्फ लांडा हरीके के गैंग का नाम सामने आ चुका है. पंजाब पुलिस को भी लांडा हरीके की तलाश है.
ISI के इशारे पर काम करता है लांडा
NIA सूत्रों के मुताबिक लखबीर सिंह उर्फ लांडा के खिलाफ पंजाब में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. सूत्रों की मानें तो हाल ही में शिवसेना नेता की हत्या के मामले और मोहाली RPG अटैक की जांच में भी खालिस्तानी आतंकी लखबीर सिंह उर्फ लांडा हरीके का नाम सामने आया था. लांडा हरीके का पाकिस्तान कनेक्शन भी सामने आया है.
एनआईए सूत्रों के मुताबिक लखबीर सिंह उर्फ लांडा हरीके खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा के साथ मिलकर काम करता रहा है. सूत्रों की मानें तो लांडा हरीके और हरिवंदर सिंह रिंदा, दोनों ही पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर काम करते रहे हैं. एनआईए सूत्रों के मुताबिक लखबीर सिंह उर्फ लांडा हरीके को पंजाब में आपराधिक वारदातों को अंजाम देने के लिए अब भी ISI की ओर से फंडिंग की जाती है.