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लखीमपुर हिंसा मामले में अंकित दास समेत तीन को झटका, कोर्ट ने खारिज की जमानत याचिका

यूपी के लखीमपुर खीरी में महीने की शुरुआत में हुई हिंसा के मामले में आरोपी अंकित दास समेत तीन आरोपियों को झटका लगा है. तिकुनिया मर्डर केस में लखीमपुर खीरी की सीजेएम कोर्ट ने अंकित दास, लतीफ और शेखर की जमानत याचिका को खारिज कर दिया.

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लखीमपुर खीरी हिंसा मामला
लखीमपुर खीरी हिंसा मामला
स्टोरी हाइलाइट्स
  • अंकित दास समेत तीन आरोपियों को झटका
  • सीजेएम कोर्ट ने खारिज की बेल याचिका

यूपी के लखीमपुर खीरी में महीने की शुरुआत में हुई हिंसा के मामले में आरोपी अंकित दास समेत तीन आरोपियों को झटका लगा है. तिकुनिया मर्डर केस में लखीमपुर खीरी की सीजेएम कोर्ट ने अंकित दास, लतीफ और शेखर की जमानत याचिका को खारिज कर दिया. इस मामले में मुख्य आरोपी और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा की जमानत याचिका को भी सीजेएम कोर्ट ने खारिज कर दिया था. 

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रविवार सुबह दस बजे तक अंकित दास समेत तीनों आरोपियों की पुलिस कस्टडी रिमांड खत्म हो रही है. ऐसे में कल सुबह ही तीनों को ज्यूडिशियल कस्टडी में जेल भेज दिया जाएगा. तीनों आरोपियों को तीन दिनों तक की पुलिस कस्टडी रिमांड दी गई थी, जिस दौरान सबसे एसआईटी की टीम ने पूछताछ की.

लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया में तीन अक्टूबर को हुई हिंसा की जांच स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) कर रही है. एसआईटी ने इस मामले में मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा मोनू और अंकित दास को रिमांड पर लेकर पूछताछ की है. एसआईटी की एक टीम 15 अक्टूबर को भी अंकित दास और लतीफ उर्फ काले को लेकर लखनऊ गई थी.

एसआईटी की टीम अंकित दास और लतीफ को लेकर लखनऊ के हुसैनगंज स्थित एक अपार्टमेंट के फ्लैट पर पहुंची. अंकित दास के इस फ्लैट से एसआईटी ने दो हथियार बरामद किए थे. अब लखीमपुर पुलिस ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा मोनू और पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास के बेटे अंकित के हथियार जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेज दिए हैं.

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आरोपियों के साथ सीन रिक्रिएट कर चुकी है SIT टीम

वहीं, हाल ही में एसआईटी की टीम वारदात वाली जगह पर आशीष मिश्र, अंकित दास और ड्राइवर को लेकर पहुंची थी और घटना वाली जगह पर रिक्रिएशन किया था. पुलिस की टीम सीन रिक्रिएशन के लिए तिकुनिया पहुंची. घटना की पूरी तस्वीर को लेकर जांच की गयी, आरोपी कैसे और किधर से भाग निकले, गाड़ियों में कौन कहां बैठा हुआ था, इन सब पहलुओं की जांच हुई. फॉरेंसिक टीम भी मौके पर मौजूद थी. 

पूरे मामले में विपक्ष केंद्र और राजय सरकार पर हमलावर रहा है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी समेत विपक्षी दलों के नेताओं ने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग की है. वहीं, घटना की शुरुआत से ही अजय मिश्रा यह दावा करते रहे हैं कि उनका बेटा और मामले का मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा घटनास्थल पर मौजूद नहीं था. आशीष मिश्रा का दावा है कि जिस समय वह घटना हुई, उस समय वह दंगल कार्यक्रम का आयोजन करवा रहा था. ऐसे में इन दावों को जांचने के लिए एसआईटी की टीम ने मोबाइल लोकेशन, सीसीटीवी कैमरे आदि की भी जांच की है. 

 

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