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Law and Order: जानिए, कौन होता है बीट कांस्टेबल, क्या करता है काम?

थाना प्रभारी (SHO) होता है. लेकिन वो थाने के तहत आने वाले इलाकों की बीट बनाता है और उसकी जिम्मेदारी थाने में तैनात हेड कांस्टेबल (Head Constable) को देता है. आइए जानते हैं कि आखिर ये बीट कांस्टेबल (Beat Constable) होता क्या है?

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बीट कांस्टेबल का थाने में अहम रोल होता है
बीट कांस्टेबल का थाने में अहम रोल होता है
स्टोरी हाइलाइट्स
  • हेड कांस्टेबल को बनाया जाता है बीट कांस्टेबल
  • बीट कांस्टेबल का पुलिसिंग में होता है अहम रोल

किसी भी जनपद में कानून व्यवस्था (Law and Order) को बनाए रखने की जिम्मेदारी पुलिस की होती है. जिसके मुख्य केंद्र होते हैं जिले के पुलिस थाने (Police Station). जहां कई अधिकारी (Officers) और कर्मचारी (Police personnel) तैनात होते हैं. थाने का इंचार्ज तो थाना प्रभारी (SHO) होता है. लेकिन वो थाने के तहत आने वाले इलाकों की बीट बनाता है और उसकी जिम्मेदारी थाने में तैनात हेड कांस्टेबल (Head Constable) को देता है. आइए जानते हैं कि आखिर ये बीट कांस्टेबल (Beat Constable) होता क्या है?

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क्या होती है पुलिस बीट (Police Beat)

जिस किसी थाना इलाके में घनी आबादी (Densely populated) होती है. वहां अपराध (Crime) होने की ज्यादा आशंका (Apprehension) बनी रहती है और जुर्म से जुड़े मामले भी सामने आते रहते हैं. ऐसे में आमजन के मन में सुरक्षा का भाव (Sense of security) का बनाए रखने, अपराध रोकने और कानून व्यवस्था (Law and order) को बनाए रखने के मकसद से थाना क्षेत्र (Police station area) को छोटे-छोटे इलाको में बांट दिया जाता है. उसे छोटे इलाके को ही बीट (Beat) कहा जाता है. 

कौन होता है बीट कांस्टेबल (Beat Constable)

पुलिस की इस बीट प्रणाली (Beat system) में हर एक बीट की जिम्मेदारी (Responsibility) एक हेड कांस्टेबल (Head Constable) के हवाले कर दी जाती है. हर बीट में एक हेड कांस्टेबल (Head Constable) को इंचार्ज (In charge) बनाकर ड्यूटी पर तैनात कर दिया जाता है. वो बीट कांस्टेबल अपनी बीट के अपराधियों (Criminals), वांछितों (Wanted) और हिस्ट्रीशीटर (History Sheeter) जैसे लोगों की जानकारी रखने के साथ-साथ अन्य महानुभाव और गणमान्य (Dignitaries) व्यक्तियों की जानकारी जुटाता है. किसी भी त्यौहार, पर्व आदि के समय वो कांस्टेबल सुरक्षा संबंधी और अन्य सभी जानकारी जमा करता है. और उस जानकारी को वह बीट प्रभारी और थाना प्रभारी (SHO) के साथ साझा करता है. उस हेड कांस्टेबल को ही बीट कांस्टेबल कहा जाता है.

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बीट बुक (Beat Book)

हर पुलिस बीट प्रणाली (Police Beat system) में एक बीट बुक होती है. जिसमें उस बीट का नक्शा (Map), महत्वपूर्ण इमारतें (Important Buildings), सड़कें (Roads), गलियां (Streets), बैंक (Banks), एटीएम (ATM), सरकारी दफ्तर (Government Offices), होटल (Hotels), गेस्ट हाउस (Guest Houses), महत्वपूर्ण व्यक्तियों (Important Persons) के निवास और अपराधियों का ब्योरा दर्ज रहता है.

थाने की दो या तीन बीट को मिलाकर एक डिवीज़न बनाया जाता है. जिसका इंचार्ज एक सहायक उप निरीक्षक (Assistant Sub Inspector) या उप निरीक्षक (Sub Inspector) को बनाया जाता है. वही अपने इलाके की बीट ड्यूटी को निगरानी और जांच करता है. डिवीजन इंचार्ज बीट में खुद भी पेट्रोलिंग करता है.

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