Lucknow Murder Case: यूपी की राजधानी लखनऊ में केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के आवास पर एक युवक की हत्या के चलते सितंबर महीने का पहला दिन पुलिस के लिए काफी गहमा-गहमी वाला रहा. लेकिन पुलिस ने चंद घंटों में ही इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया और तीन आरोपी भी पकड़े गए. कातिल कोई और नहीं बल्कि मृतक के साथी निकले. हत्या की वजह भी हैरान करने वाली है. आइए जान लेते हैं इस हत्याकांड की पूरी कहानी.
31 अगस्त - 1 सितंबर 2023, लखनऊ
पुलिस को दरमियानी रात करीब 2 से 3 बजे के बीच सूचना मिली कि ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के बेगरिया गांव में मौजूद केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर के आवास पर एक लड़के का मर्डर हुआ है. लाश मौका-ए-वारदात पर मौजूद है. ये खबर मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. क्योंकि ये मामला किसी आम इंसान का नहीं बल्कि मोदी सरकार के एक मंत्री से जुड़ा था. लिहाजा, आनन-फानन में लखनऊ पुलिस के तमाम आला अफसर फोरेंसिक टीम के साथ चंद लम्हों में ही मौके पर जा पहुंचे.
पुलिस ने बारीकी से की छानबीन
पुलिस और फोरेंसिक टीम जब मंत्री के आवास पर पहुंची तो देखा कि एक कमरे में फर्श पर खून से सनी एक लाश पड़ी थी. पुलिस ने उस पूरे कमरे में छानबीन की. लाश के आस-पास से सुबूत जुटाए. इसी दौरान पुलिस को वहां से एक लाइसेंसी पिस्टल भी बरामद हुई. जिसका लाइसेंस मंत्री कौशल किशोर के बेटे विकास के नाम पर है. पुलिस ने उस घर में मौजूद तमाम लोगों से पूछताछ की. रातभर ये सिलसिला चलता रहा. ये कार्रवाई सुबह तक यूं ही चली. इसके बाद पुलिस ने पंचनामा कर लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. मौके पर मौजूद लोगों को हिरासत में लिया गया. ताकि उनसे आगे की पूछताछ की जा सके.
मंत्री के बेटे का दोस्त था मृतक
सुबह होते-होते ये खबर मीडिया में आग की तरह फैल गई. वारदात वाली जगह पर अब पुलिसवालों के साथ-साथ मीडिया का भी मजमा लग चुका था. इस दौरान मृतक युवक की शिनाख्त से जुड़ी जानकारी भी सामने आ चुकी थी. पता चला कि मरने वाले युवके का नाम विनय श्रीवास्तव था. उसकी मौत करीब से गोली लगने की वजह से हुई थी. दरअसल, मृतक विनय केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के बेटे छोटे बेटे विकास किशोर का दोस्त था.
मंत्री पुत्र की पिस्टल से हुआ कत्ल
एक सितंबर की दोपहर तक पुलिस ने इस पूरे मामले का खुलासा कर दिया. पुलिस ने बताया कि मौका-ए-वारदात बीजेपी सांसद और मंत्री कौशल किशोर के घर पर जिस युवक का गोली मारकर कत्ल किया गया. वो मंत्री के बेटे का दोस्त विनय श्रीवास्तव था. उसकी हत्या में इस्तेमाल की गई 32 बोर की लाइसेंसी पिस्टल बीजेपी सांसद और मंत्री कौशल किशोर के बेटे विकास किशोर उर्फ आशु की ही थी.
मंत्री के आवास पर मौजूद थे विकास के 6 दोस्त
पुलिस ने मौका-ए-वारदात पर छानबीन के दौरान मंत्री पुत्र के पिस्टल से चली गोली का खोखा भी बरामद कर लिया. पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि वारदात से पहले मंत्री पुत्र विकास उर्फ आशु के घर पर मृतक विनय श्रीवास्तव के साथ-साथ अजय रावत, अंकित वर्मा, सौरभ रावत, शमीम उर्फ बाबा और अरुण प्रताप सिंह उर्फ बंटी मौजूद थे. इन सबने मिलकर वहां शराब पी और फिर जुआ खेला था.
ये थी कत्ल की वजह
पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि देर रात ये 6 दोस्त मंत्री के आवास पर जुआ खेल रहे थे. इसी दौरान विनय श्रीवास्तव जुए में अंकित वर्मा से करीब 15 हजार रुपये हार गया था. इसके बाद उसके दोस्त अंकित वर्मा, अजय रावत और शमीम ने जुआ खेलने से मना कर दिया. और सौरभ रावत के साथ अरुण प्रताप सिंह उर्फ बंटी जीती हुई रकम समेट कर अपने पास रख ली और वहां से निकल गए.
ऐसे लगी थी विनय को गोली
लेकिन सभी शराब के नशे में थे. लिहाजा, कुछ देर बाद हार-जीत को लेकर विवाद हो गया. विनय और खेलना चाहता था, लेकिन जीत के बाद अंकित जुआ खेलने को तैयार नहीं था. उसके मना करने पर विनय गुस्से में आ गया और उसने अपना सिर दीवार पर दे मारा. इसी बीच विनय ने बेड के नीचे रखी विकास किशोर की पिस्टल उठा ली. विनय के हाथ में पिस्टल देखकर अंकित उसके साथ छीना झपटी करने लगा. वो पिस्टल छीनना चाहता था. इसी दौरान पिस्टल से गोली चल गई और सीधे विनय को जा लगी. गोली लगते ही विनय फर्श पर गिर पड़ा और खून से सन गया. नीचे गिरते ही उसकी मौत हो गई. हालांकि, पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि मृतक के पास मंत्री पुत्र की पिस्टल कैसे पहुंची, किन हालात में गोली चली?
कत्ल के तीनों आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि वहां लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई थी. जिससे पता चला कि विनय के साथ-साथ अजय रावत, अंकित वर्मा, शमीम बाबा घर में मौजूद थे. इसी आधार पर पुलिस ने अंकित वर्मा, अजय और शमीम बाबा को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. अंकित वर्मा ने खुद पुलिस को इस वारदात के बारे में सारी जानकारी दे दी.
विनय के परिवार ने उठाए सवाल
वारदात के बाद मृतक विनय के परिजनों का दावा है कि विनय की गोली मारकर हत्या की गई है. मृतक के परिजनों का इल्जाम है कि विनय के कपड़े फटे हुए थे. उसकी घड़ी ऊपर गमले में मिली. उसे सिर से सटाकर गोली मारी गई. जांच के लिए स्निफर डॉग्स को ऊपर क्यों नहीं जाने दिया गया?
केंद्रीय मंत्री ने दी सफाई
इस मामले में केंद्रीय मंत्री और मोहनलाल गंज सीट से भाजपा सांसद कौशल किशोर का भी बयान सामने आया. उन्होंने कहा कि घटना के वक्त उनका बेटा घर पर नहीं मौजूद था. उन्होंने कहा- 'उन्हें घटना की सूचना मिली है. उन्होंने पुलिस कमिश्नर से बात करके घटना की जानकारी ली थी. उनका बेटा विकास किशोर घर पर मौजूद नहीं था. उसकी पिस्टल बरामद हुई है. पुलिस इस बात की जांच कर रही है.
दिल्ली गया था विकास
कौशल किशोर का कहना है कि उनका बेटा विकास किशोर फ्लाइट से दिल्ली निकल गया था, इसलिए पिस्टल घर पर ही रख कर गया था. फ्लाइट में पिस्टल का औचित्य नहीं बनता है. वैसे भी पिस्टल की वैधता यूपी तक है तो दिल्ली ले जाने का सवाल नहीं उठता. अब ये उसके दोस्तों तक कैसे पहुंची? इसकी जांच पुलिस कर रही है.
घर में आते-जाते हैं विकास के दोस्त
बीजेपी सांसद कौशल किशोर ने यह भी बताया कि घर पर विकास के दोस्त आते-जाते रहते हैं, कल भी आए थे. घटना के बाद भी वो वहीं रुके हुए थे, भागे नहीं. पुलिस उनको वहीं से पूछताछ के लिए अपने साथ लेकर गई थी. इस बीच मंत्री के बेटे विकास की कुछ फोटोज सामने आई हैं, जिनमें वो फ्लाइट में बैठा नजर आ रहा है. विकास के फ्लाइट टिकट में 31 अगस्त की तारीख लिखी हुई है, ये वही तारीख है जिस दिन घटना घटना हुई. बताते चलें कि मृतक विनय श्रीवास्तव और मंत्री पुत्र विकास की दोस्ती साल 2017 में हुई थी.