ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप 'महादेव गेमिंग-बेटिंग ऐप' केस में अब बहुत से गायक और फिल्मी सितारे प्रवर्तन निदेशालय (ED) के रडार पर आ गए हैं. गुरुवार को इस मामले में रणबीर कपूर के अलावा हुमा कुरैशी, कपिल शर्मा और हिना खान का नाम भी सामने आया था. और उससे पहले कई कलाकारों के नाम भी उजागर हुए थे. लेकिन शुक्रवार को गायकों और कलाकारों की एक ऐसी लंबी लिस्ट सामने आई है, जिनसे प्रवर्तन निदेशायल (ईडी) की टीम पूछताछ कर सकती है.
इस लिस्ट में वो तमाम नाम हैं, जिन्होंने संयुक्त अरब अमीरात में 18 सितंबर 2022 को आयोजित एक बड़े जश्न में शिरकत की थी. दरअसल, उस जश्न में शिरकत करने वाले तमाम लोग अब प्रवर्तन निदेशायल (ईडी) के रडार पर हैं. यूएई में आयोजित उस समारोह में शामिल होने वाले जिन कलाकारों के नाम सामने आए हैं, वो कुछ तरह से हैं-
01. रफ़्तार
02. एम्सी दीप्ति साधवानी
03. सुनील शेट्टी (वहां पहुंचे लेकिन दिखाई नहीं दिए)
04. सोनू सूद (अपीयर)
05. संजय दत्त (अपीयर)
06. हार्डी संधू
07. सुनील ग्रोवर
08. सोनाक्षी सिन्हा
09. रश्मिका मंधाना
10. सारा अली खान
11. गुरु रंधावा
12. सुखविंदर सिंह
13. टाइगर श्रॉफ
14. कपिल शर्मा
15. नुसरत बरूचा
16. डीजे चेतस
17. मलायका अरोड़ा
18. नोरा फतेही
19. अमित त्रिवेदी
20. मौनी रॉय
21. आफताब शिवदासानी
22. सोफी चौधरी
23. डेज़ी शाह
24. उर्वशी रौतेला
25. नरगिस फाखरी
26. नेहा शर्मा
27. इशिता राज
28. शमिता शेट्टी
29. प्रीति झंगियानी
30. स्नेहा उल्लाल
31. सोनाली सहगल
32. इशिता दत्ता
33. एलनाज
34. जॉर्जिया एंड्रियानी (अरबाज़ खान की गर्लफ्रेंड)
पिछले साल 18 सितंबर की उस सक्सेस पार्टी और फिर इसी साल फरवरी में सौरभ चंद्राकर की शादी में शामिल होने वाले सेलेब्स की संख्या में इजाफा होता जा रहा है. इनकी लिस्ट बढ़ती जा रही है. ये वो लोग हैं, जिन्हें 18 सितंबर की पार्टी में शामिल किया गया था और उन्हें भुगतान किया गया था. इस तरह के बॉलीवुड के सेलेब्स की कुल संख्या 70 से अधिक हो गई है. कुछ ने शो और प्रमोशन के लिए एग्रीमेंट पर साइन किए थे. फिर कुछ रकम कैश और कुछ रकम चेक के जरिए ली थी, जबकि इनमें से कईयों ने हवाला चैनल के ज़रिए भी कैश लिया था.
ये तो बात रही, साल 2022 के जश्न की. अब बात फरवरी 2023 में की गई एक शादी की. ये कोई आम शादी नहीं थी. बल्कि एक शाही शादी थी. महादेव बुक ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर की शादी, जो संयुक्त अरब अमीरात में हुई थी. इसके लिए वहां एक आलीशान इवेंट आयोजित किया गया था. जिसका वीडियो भारतीय एजेंसियों के हाथ लगा है. उस शादी समारोह में कई बॉलीवुड गायकों और अभिनेताओं को परफॉर्म करने के लिए बुलाया गया था. आरोप है कि उन कलाकारों और इस पूरे आयोजन के लिए हवाला के ज़रिए 200 करोड़ रुपये से ज्यादा का भुगतान किया गया था.
ईडी ने इस सिलसिले में भोपाल, मुंबई और कोलकाता में कई ठिकानों पर तलाशी ली और इसी दौरान बहुत सी अहम बातों को खुलासा भी किया. ईडी को पता चला कि सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने UAE में अपना साम्राज्य खड़ा कर लिया है. वो दोनों अचानक अपनी अवैध तरीके से कमाई गई दौलत का खुलेआम प्रदर्शन करने लगे हैं. फरवरी 2023 में सौरभ चंद्राकर की शादी के लिए महादेव एप के प्रमोटरों ने लगभग 200 करोड़ रुपये खर्च किए थे. परिवार के सदस्यों को नागपुर से यूएई तक ले जाने के लिए निजी जेट किराए पर लिए गए थे.
शादी के लिए वेडिंग प्लानर, डांसर, डेकोरेटर आदि को मुंबई से बुलाकर काम दिया गया था. सबका नकद भुगतान करने के लिए हवाला चैनलों का इस्तेमाल किया गया था. ईडी ने इस संबंध में डिजिटल साक्ष्य जुटाए हैं, जिनके अनुसार, योगेश पोपट की मेसर्स आर-1 इवेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को हवाला के जरिए 112 करोड़ रुपये पहुंचाए गए थे और 42 करोड़ रुपये होटल की बुकिंग के लिए नकद भुगतान किया गया था.
ईडी ने योगेश पोपट, मिथिलेश और इस शादी से जुड़े आयोजकों के ठिकानों पर तलाशी ली. जहां से 112 करोड़ रुपये की हवाला रकम हासिल करने से जुड़े सबूत सामने आए. इसके बाद योगेश पोपट की निशानदेही पर आंगड़िया के यहां तलाशी ली गई. जहां से 2.37 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी जब्त की गई. साथ ही पता चला कि कई मशहूर हस्तियां इन सट्टेबाजी करने वाली संस्थाओं का समर्थन कर रही हैं और संदिग्ध लेनदेन के जरिए से मोटी फीस लेकर अपने कामों को अंजाम दे रही हैं, लेकिन सारी फीस और पैसे का भुगतान ऑनलाइन सट्टेबाजी की आय से ही किया जाता है.
ईडी ने भोपाल में धीरज आहूजा और विशाल आहूजा की मेसर्स रैपिड ट्रैवल्स पर तलाशी ली. यह इकाई महादेव एप के प्रमोटरों, परिवार, व्यावसायिक सहयोगियों और यहां तक कि उन मशहूर हस्तियों के लिए पूरे टिकटिंग संचालन के लिए जिम्मेदार थी जो फेयरप्ले.कॉम, रेड्डी अन्ना एप, महादेव एप जैसी सट्टेबाजी वेबसाइटों का समर्थन कर रहे थे. सट्टेबाजी पैनल से अवैध कमाई आहूजा बंधुओं ने बड़ी चालाकी से मुख्य टिकट प्रदाताओं के पास जमा की थी. और वॉलेट बैलेंस का इस्तेमाल घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय टिकट बुक करने के लिए किया गया था. मेसर्स रैपिड ट्रैवेल्स सितंबर के महीने में संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित वार्षिक स्टार-स्टडेड कार्यक्रमों सहित महादेव समूह के अधिकांश कार्यक्रमों के लिए यात्रा व्यवस्था करने में शामिल था,
ईडी ने महादेव ऑनलाइन बुक एप के मनी लॉन्ड्रिंग ऑपरेशन में शामिल दूसरे अहम खिलाड़ियों की पहचान भी कर ली है. यह पाया गया कि कोलकाता में मौजूद विकास छपारिया महादेव एप के लिए हवाला से संबंधित सभी काम संभाल रहा था. ईडी ने उसेके ठिकानों और गोविद केडिया जैसे उसके सहयोगियों के यहां तलाशी ली. जिसमें पाया गया कि गोविंद केडिया की मदद से विकास चपारिया अपनी संस्थाओं मेसर्स परफेक्ट प्लान इन्वेस्टमेंट्स एलएलपी, मेसर्स एक्ज़िम जनरल ट्रेडिंग एफजेडसीओ और मेसर्स टेकप्रो आईटी सॉल्यूशंस एलएलसी के जरिए विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) के रास्ते भारतीय शेयर बाजार में भारी निवेश कर रहे थे. विकास छपारिया के स्वामित्व वाली लाभकारी संस्थाओं के नाम पर जमा 236.3 करोड़ रुपये की नकदी और सिक्यूरिटि होल्डिंग्स को ईडी ने पीएमएलए 2002 के तहत जब्त कर लिया.
इसके अलावा, पीएमएलए 2002 के तहत ही गोविंद कुमार केडिया की डीमैट होल्डिंग्स में 160 करोड़ रुपये की संपत्ति भी ईडी ने जब्त कर ली है. गोविंद कुमार केडिया के परिसर में तलाशी के परिणामस्वरूप 18 लाख रुपये की भारतीय मुद्रा और 13 करोड़ रुपये की कीमत के सोना और आभूषण भी जब्त किए गए हैं. अब तक ईडी ने रायपुर, भोपाल, मुंबई और कोलकाता में 39 स्थानों पर तलाशी ली है और 417 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की है. ईडी ने विदेश में भी गंभीरता से इस मामल की जांच शुरू कर दी है. रायपुर में पीएमएलए विशेष न्यायालय ने भी फरार संदिग्धों के खिलाफ एनबीडब्ल्यू जारी किए हैं. इस मामले में आगे की जांच जारी है.
इसी सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हाल ही में मुंबई, भोपाल, कोलकाता के उन हवाला ऑपरेटरों के यहां छापे मारे थे, जिन्होंने इस इवेंट के लिए रकम मुंबई की इवेंट फर्म को भेजी थी. ईडी ने जांच में पाया कि महादेव बुक ऐप और सट्टेबाजी से जुड़े इस नेक्सस में छत्तीसगढ़ के कुछ राजनेताओं, पुलिस अधिकारियों और राजनेताओं की मिलीभगत भी है. इस सट्टेबाजी एप का टर्नओवर करीब 20000 करोड़ रुपये है.
यूएई में आजोयित उस शादी समारोह में परफॉर्म करने वालों की लिस्ट में कपिल शर्मा, रणबीर कपूर, हुमा कुरैशी और हिना खान के अलावा आतिफ असलम, राहत फ़तेह अली खान, अली असगर, विशाल ददलानी, टाइगर श्रॉफ, नेहा कक्कड़, एली अवराम, भारती सिंह, सनी लियोन, भाग्यश्री, पुलकित, कीर्ति खबंदा, नुसरत भरूचा और कृष्ण अभिषेक के नाम शामिल हैं.
प्रवर्तन निदेशालय (ED) मेसर्स महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग एप की जांच कर रहा है, जो अवैध सट्टेबाजी कराने वाली वेबसाइटों के लिए नए यूजर्स का इंतजाम करता है. साथ ही ये एप सट्टेबाजों की यूजर्स आईडी बनाने और बेनामी बैंक खातों में वेब के जरिए पैसे की हेराफेरी करने में सक्षम ऑनलाइन प्लेटफार्मों की व्यवस्था करने वाला एक प्रमुख सिंडिकेट है.
ईडी ने हाल ही में कोलकाता, भोपाल, मुंबई आदि शहरों में महादेव एप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क के खिलाफ व्यापक तलाशी अभियान चलाया है और बड़ी पैमाने पर आपत्तिजनक सबूत हासिल किए हैं और 417 करोड़ रुपये की क्राइम इन्कम को फ्रीज और जब्त किया है.
इस मामले की जांच के दौरान ईडी को पता चला है कि छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल महादेव ऑनलाइन बुक के मुख्य प्रमोटर हैं और दुबई से ऑपरेट करते हैं. उनकी कंपनी मेसर्स महादेव ऑनलाइन बुक संयुक्त अरब अमीरात में एक केंद्रीय प्रधान कार्यालय से चलती है और 70% -30% लाभ अनुपात पर अपने ज्ञात सहयोगियों को "पैनल/शाखाओं" की फ्रेंचाइजी देकर संचालित होती है.
सट्टेबाजी से होने वाली आय को विदेशी खातों में भेजने के लिए बड़े पैमाने पर हवाला ऑपरेशन किए जाते हैं. भारत में सट्टेबाजी वेबसाइटों के विज्ञापन और नए उपयोगकर्ताओं और फ्रेंचाइजी (पैनल) चाहने वालों को आकर्षित करने के लिए प्रमोशन किया जाता है, और उसके लिए बड़े पैमाने पर पैसा खर्च किया जा रहा है. ईडी ने पहले छत्तीसगढ़ राज्य में तलाशी ली थी और इस सट्टेबाजी सिंडिकेट के मुख्य संपर्ककर्ता सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जो वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों को 'प्रोटेक्शन मनी' के रूप में रिश्वत दिया करते थे.
इस मामले में ईडी की जांच से पता चला है कि महादेव ऑनलाइन बुक पोकर, कार्ड गेम, चांस गेम, क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल आदि पर सट्टेबाजी जैसे विभिन्न लाइव गेम में अवैध सट्टेबाजी के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म प्रदान करता है. ये ऐप तीन पत्ती, पोकर जैसे कई कार्ड गेम खेलने की सुविधा भी देता है. ड्रैगन टाइगर, कार्ड आदि का उपयोग करके वर्चुअल क्रिकेट गेम, यहां तक कि भारत में होने वाले विभिन्न चुनावों पर दांव लगाने की सुविधा भी देता है.
भिलाई (छत्तीसगढ़) के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल महादेव ऑनलाइन बुक एप के मुख्य प्रवर्तक हैं, जो इसे दुबई से संचालित करते हैं.
कौन हैं सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल?
बेहद साधारण परिवार से आने वाले सौरभ चंद्राकर ने साल 2018 तक छत्तीसगढ़ के भिलाई में महादेव जूस सेंटर के नाम से एक छोटा सा जूस सेंटर चलाया. वो तब तक कुछ ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्स पर दांव लगाता था और 10 से 15 लाख रुपये हार चुका था. उसका करीबी दोस्त रवि उप्पल भी बेहद साधारण पृष्ठभूमि से आता है और छोटे-मोटे काम करता था, लेकिन उसने भी कुछ ऐप्स में सट्टेबाजी की और 10 लाख रुपये से ज्यादा पैसे गंवा दिए. सट्टेबाजी सिंडिकेट से वसूली का दबाव पड़ने पर चंद्राकर और उप्पल दोनों भिलाई से भागकर दुबई पहुंच गए.
दुबई में दोनों ने छोटे-मोटे काम किए और किसी तरह महादेव बुक ऐप नामक सट्टेबाजी ऐप लॉन्च करने के लिए पैसा जुटाने में कामयाब रहे, यह नाम भिलाई में चंद्राकर के जूस सेंटर से लिया गया है. इस ऐप को यूरोप स्थित कुछ सॉफ़्टवेयर कोडर्स द्वारा विकसित किया गया था और 2020 में महामारी लॉकडाउन के दौरान लॉन्च किया गया था. तब से ऐप का व्यवसाय बढ़ता गया. उनके पास लगभग 2000 केंद्र थे, जहां दो से तीन व्यक्ति कमीशन के लिए अपने केंद्र चला रहे थे. ऐप का कारोबार देश भर के कई अन्य राज्यों में फैल गया था. महादेव बुक ऐप के खिलाफ दर्ज मामले उन लोगों को आत्महत्या के लिए उकसाने के हैं, जिन्होंने ऐप में अपनी मेहनत की कमाई खोने के बाद आत्महत्या कर ली.