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महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने NCB पर क्यों लगाए गंभीर आरोप, जानिए समीर खान से जुड़ा पूरा मामला

पिछले साल अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद अचानक बॉलीवुड नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के निशाने पर आ गया था. उस वक्त कई बड़े कलाकारों से एनसीबी ने पूछताछ की थी. एनसीबी के मुताबिक उसी वक्त पूछताछ के दौरान किसी संदिग्ध ने नवाब मलिक के दामाद समीर खान का नाम लिया था.

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महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने NCB पर आर्यन को झूठे केस में फंसाने का आरोप लगाया है
महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने NCB पर आर्यन को झूठे केस में फंसाने का आरोप लगाया है

महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक लगातार नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं. उन्होंने कई तथ्यों और दस्तावेजों के साथ मीडिया से बातचीत की. यहां तक कि उन्होंने क्रूज शिप पर की गई एनसीबी की कार्रवाई को 'फेक' तक करार दे दिया. दरअसल, एनसीपी के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मालिक पहले भी एनसीबी को घेर चुके हैं. इस मामले का आगाज उनके दामाद की गिरफ्तारी के साथ हुआ था. आइए जानते हैं, क्या है ये पूरा मामला?  

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समीर खान की गिरफ्तारी

पिछले साल अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद अचानक बॉलीवुड नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के निशाने पर आ गया था. उस वक्त कई बड़े कलाकारों से एनसीबी ने पूछताछ की थी. एनसीबी के मुताबिक उसी वक्त पूछताछ के दौरान किसी संदिग्ध ने नवाब मलिक के दामाद समीर खान का नाम लिया था. उसी के आधार पर एनसीबी ने 13 जनवरी को उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था. एनसीबी के अधिकारियों ने समीर खान से घंटों लंबी पूछताछ की थी और इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया था.

इसके बाद उन्हें कोर्ट के सामने पेश किया गया था. जहां से समीर को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की कस्टडी में भेज दिया गया था. समीर की गिरफ्तारी के बाद एनसीबी कई जगहों पर छापेमारी की थी. एक विदेशी नागरिक को भी एक पांच सितारा होटल से गिरफ्तार किया गया था. जो एक पाउडर को निगल गया था. निगला हुआ पदार्थ कोकीन बताया गया था. 

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समीर खान को घेरने के मकसद से एनसीबी ने इसी साल की शुरूआत में शाहिस्ता फर्नीचरवाला को भी गिरफ्तार किया था. इसके बाद यूपी के रामपुर, दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, बेंगलोर में छापेमारी की थी. मुंबई के मशहूर मुच्छड़ पान वाले के यहां भी दबिश दी गई थी. इसका संबंध एनसीबी समीर खान से बता रही थी. समीर को इस मामले में 8 महीने बाद जमानत मिली है. कुछ दिन पहले ही वो जेल से बाहर आए हैं.

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इस मामले में 10 जुलाई 2021 को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने समीर खान और अन्य लोगों के खिलाफ ड्रग्स मामले NCB ने अदालत में 1000 पेज की चार्जशीट दायर की थी. जिन लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई थी उनमें समीर खान के अलावा करण सेजनानी, राहिला और शाइस्ता फर्नीचरवाला के अलावा मुच्छड़ पानवाला के मालिकों में से एक रामकुमार तिवारी और कथित ड्रग तस्कर अनुज केशवानी का नाम शामिल था.

समीर पर आरोप, CA जांच में NCB की किरकिरी

एनसीबी की चार्जशीट में नवाब मलिक के दामाद समीर खान और अन्य आरोपियों पर लगभग 200 किलोग्राम गांजा और छह भांग (CBD) स्प्रे की खरीद फरोख्त का इल्जाम लगाया गया है. हालांकि, गुजरात फॉरेंसिक साइंस लेबोरेट्री की केमिकल एनालिसिस (CA) रिपोर्ट में कहा गया है कि इनमें सभी मादक पदार्थ (गांजा) नहीं थे.

रिपोर्ट के अनुसार लगभग 83 किलोग्राम में पदार्थों में गांजा (CBD) की मौजूदगी का पता चला. जबकि 114 किलोग्राम के बारे में रिपोर्ट कहती है कि उसमें किसी भी नारकोटिक ड्रग और साइकोट्रोपिक पदार्थ की उपस्थिति का पता नहीं लगाया जा सका. इस रिपोर्ट से एनसीबी की किरकिरी हो गई. समीर खान के वकील तारक सैय्यद ने कहा कि चार्जशीट में कुछ भी नहीं है. एनडीपीएस एक्ट के तहत एक विशेष सत्र अदालत आरोप पत्र का संज्ञान लेगी. 

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समीर को 8 माह बाद मिली जमानत

सीएम रिपोर्ट और एनसीबी की कमजोर दलील के चलते ही कुछ दिन पहले नवाब मलिक के दामाद समीर खान को जमानत मिली है. इसी मामले पर गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए नवाब मलिक ने कहा कि बीजेपी नेता खासकर एक पूर्व सीएम बोल रहे हैं कि मेरे दामाद ड्रग्स स्मल्गर हैं. लेकिन मैं बता दूं कि मेरे दामाद को 8 महीने बाद जमानत मिल चुकी है. उन्हें झूठे केस में फंसाया गया. मलिक बोले कि जिसे 200 किलो गांजा बताया गया था, बस साढ़े सात ग्राम मारिजुआना शाहिस्ता फर्नीचरवाला के पास से मिला था. सीए रिपोर्ट में आया कि बरामद की गई सामग्री हर्बल तंबाकू है. सबसे बड़ा सवाल खड़ा होता है कि इतनी बड़ी एजेंसी को तंबाकू और गांजे में फर्क नहीं पता है.

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एनसीबी पर मंत्री के गंभीर आरोप

आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने क्रूज ड्रग्स केस में बीजेपी कार्यकर्ता मनीष भानुशाली और केपी गोस्वामी के रोल पर सवाल खड़े किए थे. उन्होंने क्रूज पर पड़ी रेड को फर्जी तक करार दिया था. इसके बाद एनसीबी ने अपनी सफाई पेश की. और उनको निशाने पर लिया गया था. मंत्री नवाब मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके NCB पर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि एनसीबी ने जैसे उनके दामाद को फंसाया था. उसी तरह आर्यन खान को क्रूज ड्रग्स केस में उलझाया गया है.

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बीजेपी नेता के साले को छोड़ने का आरोप

8 अक्टूबर को नवाब मलिक ने एनसीबी पर निशाना साधा था. क्योंकि एनसीबी के समीर वानखेड़े ने कहा था कि क्रूज पर 8 से10 लोगों को पकड़ा है. बाद में 2 लोगों को क्यों छोड़ दिया गया. नवाब मलिक के मुताबिक उन दो लोगों में से एक बीजेपी के हाई-प्रोफाइल नेता का साला था.

एनसीबी के खिलाफ शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की ओर से ये आरोप ऐसे समय लगाए गए, जब एक दिन पहले आयकर विभाग ने पार्टी के नेता और राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार से जुड़ी वाणिज्यिक संस्थाओं के परिसरों पर छापेमारी की थी. नवाब मलिक ने कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता के साले को एनसीबी ने छोड़ दिया था. उन्होंने यह भी कहा था कि पवार से जुड़ी संस्थाओं पर आयकर विभाग की छापेमारी का मकसद उन्हें बदनाम करना था.

आरोपों से घिरी एनसीबी का पलटवार
 
महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के आरोपों से नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम परेशान है. क्योंकि वे नवाब मलिक के आरोपों पर ठीक से सफाई नहीं दे पा रहे हैं. यहां तक कि बीजेपी कार्यकर्ता मनीष भानुशाली और केपी गोस्वामी के एनसीबी कनेक्शन पर भी अधिकारी जवाब नहीं दे पाएं हैं. क्यों एनसीबी की टीम के साथ गोस्वामी आर्यन खान का हाथ पकड़ कर ले जा रहा था? इसका जवाब भी एनसीबी नहीं दे पाई. अब एनसीबी महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक पर दबाव बनाने की रणनीति पर काम कर रही है. जिसके चलते उनके दामाद समीर खान की मुश्किलें आने वाले दिनों में बढ़ सकती हैं. दरअसल, नॉर्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने उनकी बेल के खिलाफ हाईकोर्ट में अर्जी दायर की है. ड्रग्स केस में गिरफ्तार हुए समीर खान को कुछ वक्त पहले बेल मिली थी. 

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