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पुणे ISIS मॉड्यूल केस में एनआईए की जांच जारी, 3 लाख का इनामी संदिग्ध गिरफ्तार

आरोपी इसी साल 19 जुलाई को उस वक्त पुणे पुलिस की हिरासत से भाग निकलने में भी कामयाब हो गया था, जब उसे मोहम्मद इमरान खान और मोहम्मद यूनुस साकी के साथ बाइक चोरी की कोशिश करते रंगे हाथों पकड़ा गया था. बाद में पता चला कि आरोपी आईएसआईएस से जुड़े थे.

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NIA आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद उससे लगातार पूछताछ कर रही है
NIA आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद उससे लगातार पूछताछ कर रही है

पुणे आईएसआईएस मॉड्यूल की गतिविधियों से जुड़ी जांच में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आठवीं गिरफ्तारी की है. पकड़े गए संदिग्ध के बारे में माना जाता है कि वो विदेशी आतंकवादी संगठन की आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने में सक्रिय रूप से शामिल था. वह मूल रूप से झारखंड राज्य का रहने वाला है.

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संदिग्ध की पहचान शाहनवाज आलम पुत्र शफीउर रहमान आलम के तौर पर की गई है. वो झारखंड के हजारीबाग जिले के कटकमसांडी इलाके का रहने वाला है. जहां उसका घर पेलवल रोड, न्यू महमूदा हाउस में है. आरोप है कि शाहनवाज आलम पुणे में चल रहे आईएसआईएस मॉड्यूल मामले में गिरफ्तार किए गए अन्य आरोपियों से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ था.

जांच से खुलासा हुआ कि शाहनवाज ने छिपने की जगहों के तौर पर इस्तेमाल होने वाले कई ठिकानों की टोह ली और रेकी करने के साथ-साथ फायरिंग ट्रेनिंग के संचालन में भी अहम रोल निभाया था. यही नहीं इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेज (IED) बनाने के प्रशिक्षण में भी उसकी सक्रिय भूमिका थी.

खास तौर पर आरोपी इसी साल 19 जुलाई को उस वक्त पुणे पुलिस की हिरासत से भाग निकलने में भी कामयाब हो गया था, जब उसे मोहम्मद इमरान खान और मोहम्मद यूनुस साकी के साथ बाइक चोरी की कोशिश करते रंगे हाथों पकड़ा गया था. बाद में पता चला कि आरोपी आईएसआईएस से जुड़े थे. इसके बाद एनआईए ने शाहनवाज आलम की सूचना देने वाले को 3 लाख का ईनाम देने की घोषणा की थी.

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आईएसआईएस पुणे मॉड्यूल मामले में एनआईए की जांच से पता चला है कि आरोपियों की योजना आईएसआईएस के एजेंडे को आगे बढ़ाने की थी. जिसके लिए देश की शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की साजिश रची गई थी.

क्या है आईएसआईएस?
आईएसआईएस को इस्लामिक स्टेट (आईएस), इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड द लेवंत (आईएसआईएल), इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस), दाएश, इस्लामिक स्टेट इन खुरासान प्रोविंस (आईएसकेपी), आईएसआईएस विलायत खोरासन और इस्लामिक स्टेट के नाम से भी जाना जाता है. इराक और शाम खुरासान (आईएसआईएस-के) सक्रिय रूप से भारत विरोधी एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं।

आपको बता दें कि एनआईए (NIA) भारत में आतंक और हिंसा फैलाने वाले आतंकवादी संगठनों की योजनाओं को विफल करने के लिए व्यापक जांच कर रही है.

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