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एमपी हनीट्रैप कांडः कमलनाथ से आज पूछताछ करेगी SIT, पेन ड्राइव का दावा कर फंसे हैं पूर्व सीएम

मध्य प्रदेश के चर्चित हनीट्रैप कांड की जांच कर रही एसआईटी बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से पूछताछ करेगी. कमलनाथ ने पिछले दिनों दावा किया था कि उनके पास हनीट्रैप कांड से जुड़ी पेन ड्राइव है.

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कमलनाथ के सीएम रहते ही सामने आया था हनीट्रैप केस (फाइल फोटो)
कमलनाथ के सीएम रहते ही सामने आया था हनीट्रैप केस (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • पेन ड्राइव होने का दावा कर फंसे कमलनाथ
  • हनीट्रैप की जांच कर रही SIT करेगी पूछताछ
  • भोपाल स्थित बंगले पर पहुंचेगी एसआईटी

मध्य प्रदेश के चर्चित हनीट्रैप कांड की जांच कर रही एसआईटी बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से पूछताछ करेगी. कमलनाथ ने पिछले दिनों दावा किया था कि उनके पास हनीट्रैप कांड से जुड़ी पेन ड्राइव है. उनके इसी बयान को लेकर एसआईटी ने पूछताछ का नोटिस जारी किया था. एसआईटी कमलनाथ से सीडी या पेन ड्राइव लेने जाएगी.

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एसआईटी की ओर से 30 मई को कमलनाथ को नोटिस जारी किया गया था. इस नोटिस के मुताबिक, एसआईटी भोपाल के श्यामला हिल्स स्थित कमलनाथ के बंगले पर जाकर पूछताछ करेगी. एसआईटी बुधवार को दोपहर 12:30 बजे उनके घर पहुंचेगी. कमलनाथ के एक सहयोगी ने ये नोटिस एक्सेप्ट किया था. हालांकि, उनके सहयोगी ने ये भी दावा किया है कि नोटिस पर सही तरीके से साइन और स्टाम्प नहीं था. 

दरअसल, 21 मई को कमलनाथ ने एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया था कि उनके पास हनीट्रैप कांड से जुड़ी पेन ड्राइव है, लेकिन उन्होंने ओछी राजनीति करने की बजाय स्वच्छ राजनीति को चुना. कमलनाथ के इस दावे के बाद से ही बीजेपी उन पर हमलावर है. हालांकि, जब कमलनाथ फंसने लगे तो उन्होंने ये कहकर अपना बचाव किया कि कई पत्रकारों के पास पेन ड्राइव है और इसलिए उन्होंने दावा किया कि उन्हें पता था कि हनीट्रैप केस में क्या हुआ है.

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मध्य प्रदेश: कमलनाथ के खिलाफ क्राइम ब्रांच में केस दर्ज, ये है मामला

क्या है हनीट्रैप कांड?
हनीट्रैप का मामला अगस्त 2019 में सामने आया था जब इंदौर के इंजीनियर हरभजन से कथित तौर पर पैसे वसूलने के आरोप में पांच महिलाओं और एक पुरुष (ड्राइवर) को एटीएस और इंदौर क्राइम ब्रांच की टीम ने पकड़ा था. आरोपियों के पास से उनके मोबाइल फोन के अलावा कई पेन ड्राइव और हार्ड ड्राइव भी जब्त किए गए थे. इस मामले में एमपी के कई सीनियर अधिकारी और नेताओं के नाम सामने आए थे. एमपी में जिस वक्त हनीट्रैप कांड का खुलासा हुआ था, उस समय कमलनाथ ही यहां के मुख्यमंत्री थे. कई बड़े नाम सामने आने के बाद तब की कमलनाथ सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था.

क्या कहा था कमलनाथ ने?
दरअसल, कुछ दिन पहले कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री उमंग सिंघार के बंगले पर एक महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. इस मामले में उमंग सिंघार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई और उन पर आत्महत्या के लिए उकसाने जैसे आरोप लगे हैं. इसके बाद कमलनाथ ने एक बयान दिया था कि हनीट्रैप की पेन ड्राइव उनके पास भी है. यही बयान उन्होंने कई मौकों पर दिया.

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