मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में भीड़ की पिटाई का शिकार होने वाला चूड़ी विक्रेता अब जेल जाएगा. पुलिस ने उसे पहले ही गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल, पुलिस को उसके पास दो आधार कार्ड मिले थे. जिनकी जांच के लिए इंदौर पुलिस की टीम उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में बिलगाम पहुंची. चूड़ीवाला वहीं का रहने वाला है. उसके खिलाफ एक नाबालिग लड़की ने शिकायत दर्ज कराई थी. अब पुलिस चूड़ीवाले को जेल भेजने की तैयारी में है.
इंदौर के बाणगंगा थाना क्षेत्र की गोविन्द कालोनी में बीते रविवार को भीड़ ने एक चूड़ीवाले की पिटाई कर दी थी. जिसका वीडियो वायरल हो गया था. इसके बाद पीड़ित चूड़ीवाले के खिलाफ ही पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था. उसके पास से दो आधार कार्ड बरामद हुए थे. चूड़ीवाला यूपी का रहने वाला है. लिहाजा, इंदौर पुलिस की टीम उसके घर हरदोई जा पहुंची, जहां उसके परिजनों से पुलिस ने पूछताछ की.
पूछताछ में चूड़ीवाले के परिवारवालों ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ उठाने के लिए उसे दो आधार कार्ड बनवाने पड़े थे. चूड़ी विक्रेता तस्लीम को कुछ माह पहले प्रधानमन्त्री आवास योजना के तहत मकान मिला था. आवंटन के वक्त मकान तस्लीम की जगह अस्लीम नाम से आवंटित हो गया था. इस कारण युवक पहले आधार के नाम को सुधरवाना चाहता था, लेकिन उसे लगा कि इसमें समय लगेगा. इसलिए उसने एक अन्य आधार कार्ड बनवा लिया था.
ज़रूर पढ़ें-- अफगानिस्तान के वो अहम चेहरे, जिनके दम पर खेली जा रही है शह और मात की पूरी बाज़ी
पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी के मुताबिक वर्तमान में तस्लीम को योजना का मकान आवंटित हो गया है. उसका परिवार उत्तर प्रदेश के गांव में ही रहता है. हिरासत के दौरान पुलिस को उसने यह सभी जानकरी दी. उसने पुलिस को बताया कि उसे नहीं पता था कि नाम में गड़बड़ी के कारण उसके संग ऐसा हो जाएगा.
आपको बता दें कि इंदौर में चूड़ी बेचने वाले तस्लीम को पॉक्सो एक्ट में केस दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है. तस्लीम के खिलाफ 13 साल की नाबालिग की शिकायत पर केस दर्ज किया गया था. लड़की का आरोप था कि चूड़ी वाले ने उसे बुरी नीयत से छुआ और उसका हाथ पकड़ा था. इसके बाद जब वो चीखी, तो भीतर से मां आई और आसपास के लोग इकट्ठा हो गए. लोगों ने तस्लीम की जमकर पिटाई की थी. जिसका वीडियो वायरल होने के बाद एक समुदाय के लोगों ने थाने को घेर लिया था और पिटाई करने वालों पर कार्रवाई की मांग भी की थी.