मुंबई क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो चंद हजार रुपये में विदेशी नागरिकों का फर्जी आधार कार्ड बनाता था. मुंबई क्राइम ब्रांच ने रेड मारकर इस ऐसे गैंग का खुलासा किया है जो पैसे लेकर नेपाली नागरिकों का फर्जी भारतीय आधार कार्ड बना रहा था.
क्राइम ब्रांच के मुताबिक ये लोग नेपाली नागरिकों का आधार कार्ड बनाने के लिए फर्जी दस्तावेज जुटाते थे और फिर आधार कार्ड के लिए आवेदन करते थे. क्राइम ब्रांच ने इस मामले में जिन 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है उनमें से 10 नेपाल के रहने वाले हैं जबकि अन्य दो ने इन लोगों का फर्जी आधार कार्ड बनाया था.
क्राइम ब्रांच ने कुछ फर्जी दस्तावेज और आधार कार्ड भी बरामद किए हैं.एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक मुंबई क्राइम ब्रांच की यूनिट 11 को उसके सूत्रों से खबर मिली थी कि बोरीवली वेस्ट इलाके के चामुंडा इलाके में एक बैंक में फर्जी दस्तावेज के जरिए आधार कार्ड बनाने का धंधा चल रहा है. सूचना मिलने पर क्राइम ब्रांच ने रेड मारी जिसके बाद दो आरोपी विनोद छवन और उमेश अरविंद चौधरी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी उस समय आधार कार्ड काउंटर पर ही बैठे हुए थे. आरोपियों ने पहले जांच को गुमराह करने की कोशिश की लेकिन जब जांच की गई तो सच सामने आया.
आरोपियों ने बताया कि उन्होंने 10 नेपाली नागरिकों का फर्जी दस्तावेज के जरिए आधार कार्ड बनाया है. आरोपियों के मुताबिक आधार कार्ड के लिए यह लोग पहले फर्जी मार्कशीट और स्कूल का ट्रांसफर सर्टिफिकेट जैसे दस्तावेज बनाते थे और उसके बाद आधार कार्ड के लिए आवेदन कर देते थे. ऐसा करने के लिए उन्होंने नेपाली नागरिकों से 3500-8000 रुपये लिए थे. क्राइम ब्रांच के मुताबिक इन लोगों को बैंक में वाजिब आधार कार्ड बनाने के लिए बैठने की अनुमति दी गई थी लेकिन ये लोग फर्जी आधार कार्ड बना रहे थे. क्राइम ब्रांच के रडार पर बैंक के कुछ कर्मचारी भी हैं. मामले की जांच की जा रही है.
ये भी पढ़ें-