मुंबई में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के अधिकारियों ने चिंकू पठान के ड्रग सिंडिकेट में शामिल एक और सदस्य को गिरफ्तार किया है. एनसीबी की टीम ने कई जगहों पर छापेमारी की. इस मामले में पहले पकड़े जा चुके आरोपी की निशानदेही पर एनसीबी ने गिरोह के तीसरे सदस्य को गिरफ्तार किया है. जो अनीस इब्राहिम सिंडिकेट के साथ जुड़ा हुआ है.
आरोपी की गिरफ्तारी दक्षिण मुंबई के डोंगरी इलाके से की गई है. इससे पहले एनसीबी ने गैंगस्टर चिंकू पठान को गिरफ्तार किया था. चिंकू पठान गैंगस्टर करीम लाला का रिश्तेदार है. उसे नवी मुंबई से गिरफ्तार किया गया था. चिंकू अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का करीबी बताया जाता है. एनसीबी ने चिंकू पठान के पास से एनडी ड्रग्स भी बरामद की है.
दक्षिण मुंबई के डोंगरी इलाके में जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने आरोपी के ठिकानों पर छापेमारी की. जहां से मेफेड्रोन भी मिली थी. NCB के अधिकारियों ने कहा कि पहले इस गैंग के सदस्य जो सोने की तस्करी में शामिल थे, लेकिन बाद में उन्होंने ड्रग्स पर ध्यान केंद्रित कर लिया. और वे दशकों से पारंपरिक नशीली दवाओं की तस्करी कर रहे थे.
जानकारी के मुताबिक चार-पांच साल से ये सिंडिकेट सिंथेटिक ड्रग्स के निर्माण में लग गया था. ये गिरोह इस सिंथेटिक ड्रग को मध्य पूर्वी देशों और दक्षिण पूर्वी देशों में सप्लाई करते हैं. अब एनसीबी ने उन संबंधित देशों की एजेंसियों और दवा प्रवर्तन एजेंसियों से जांच के संबंध में संपर्क करने का फैसला लिया है.
आरिफ भुजवाला के घर से बरामद की गई डायरियां बताती हैं कि उन्होंने 80 से 90 लाख रुपये की नशीली दवाएं बेची और सप्लाई की. वहां से बरामद की गई 2.18 करोड़ की रकम स्थानीय बाजार में ड्रग्स की बिक्री से तीन दिनों में जुटाई गई थी. एजेंसी को शक है कि यह सिंडिकेट ड्रग्स के धंधे से लगभग 500 से 1000 करोड़ रुपये कमाता है.
एनसीबी को शक है कि गिरोह के संबंध राष्ट्रीय विरोधी तत्वों के साथ भी हो सकते हैं और नशीली दवाओं का पैसा मध्य पूर्वी देशों और दक्षिण पूर्वी देशों को भेजा जाता है. एनसीबी अब इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) और आयकर विभाग जैसी अन्य एजेंसियों से संपर्क कर सकती है. और उन्हें अपनी जांच के दौरान बरामदगी और नतीजों के बारे में बता सकती है.
नवी मुंबई में पठान के घर से मिले पैकेट और आरिफ भुजवाला के घर से पाए गए ड्रग्स वाले पैकेज जांच के लिए लैब में भेजे गए थे. जहां पता चला कि उन पैकेट्स पर मध्य पूर्वी चीनी ब्रांड के लेबल लगे हुए थे.
इस बीच एनसीबी ने दाऊद इब्राहिम गैंग के सहयोगी और ड्रगिस्ट चिंकू पठान के साथी आरिफ भुजवाला को भी बेनकाब कर दिया. भुजवाला एक ड्रग लैब चलाता था. जहां मेफेड्रोन, मेथमफेटामाइन और एफेड्रिन जैसी सिंथेटिक ड्रग एक फ्लैट में बनाई जाती थी. यह फ्लैट दक्षिण मुंबई के डोंगरी इलाके की नूर मंज़िल इमारत में था.
चिंकू पठान की गिरफ्तारी की जानकारी मिलते ही भुजवाला बुधवार को पांचवीं मंजिल पर स्थित अपने फ्लैट से भागने में कामयाब हो गया था. सूत्रों के मुताबिक भुजवाला और पठान भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम के भाई अनीस के ड्रग नेटवर्क से सीधे जुड़े हुए हैं. बुधवार की शाम पठान की गिरफ्तारी के बाद जब एनसीबी की टीम भुजवाला के ठिकाने पर पहुंची तो वह अपने फ्लैट से भाग निकला.
बता दें कि बीते बुधवार की सुबह एक अहम सूचना के आधार पर एनसीबी की एक टीम ने गैंगस्टर और ड्रगलोर्ड चिंकू पठान को गिरफ्तार किया था, जो मुंबई का कुख्यात ड्रग डीलर है. उसके साथ एनसीबी ने उसके सहयोगी जाकिर हुसैन फजल हक शेख को भी पकड़ा था. इन दोनों के खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम की धारा धारा 8 (सी), 22, 25, 29 के तहत मामला दर्ज किया गया. इनके कब्जे से 2.9 ग्राम हेरोइन और 52.2 ग्राम मेफेड्रोन 'एमडी' भी बरामद की गई. ये बरामदगी 7वीं मंजिल, 'बी' विंग, प्रोग्रेसिव सिग्नेचर सीएचएस, घनसोली से की गई.