मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह के खिलाफ जबरन वसूली के मामले में जांच चल रही है. परमबीर सिंह फरार हैं और मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच को उनकी तलाश है. गैर जमानती वारंट जारी होने के बावजूद मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच परमबीर सिंह तक नहीं पहुंच पाई है. अब क्राइम ब्रांच ने मुंबई के मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की कोर्ट में याचिका दायर कर परमबीर सिंह को फरार अपराधी घोषित करने की मांग की है.
मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच की गोरेगांव ब्रांच जबरन वसूली के मामले की जांच कर रही है. स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर शेखर जगताप ने याचिका दायर कर ये मांग की है कि परमबीर सिंह के साथ ही दो अन्य आरोपियों रियाज भाटी और विनय सिंह उर्फ बबलू को भी अपराधी घोषित किया जाए. शेखर जगताप ने इस संबंध में बताया कि हमारे पास आरोपियों के खिलाफ पहले से ही तीन गैर जमानती वारंट हैं.
उन्होंने कहा कि कोर्ट में इस याचिका पर सोमवार को अगली सुनवाई होगी. गौरतलब है कि करीब दो हफ्ते पहले 30 अक्टूबर को कोर्ट ने परमबीर सिंह और दो अन्य आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था. वारंट तामील कराने के लिए अंतिम ज्ञात पते पर पहुंचे अधिकारियों को वहां कोई नहीं मिला. अधिकारियों के मुताबिक मामला दर्ज होने के बाद से ही आरोपियों का पता नहीं चल पा रहा.
अधिकारियों के मुताबिक मालाबार हिल स्थित परमबीर सिंह के आवास पर सुरक्षा गार्ड सतीश बुरुटे और रसोइए रामबहादुर थापा मिले. इन्होंने क्राइम ब्रांच को ये जानकारी दी है कि परमबीर सिंह और उनका परिवार पिछले तीन महीने से लापता है. इसी तरह रियाज भाटी की पत्नी ने भी पुलिस को ये जानकारी दी है कि मामला दर्ज होने के बाद से रियाज घर नहीं आया है. इसी तरह का बयान विनय सिंह के भाई विनोद सिंह और पत्नी सरस्वती सिंह ने भी दिया है.