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Nagaland Killings: 'मारे गए लोगों के कपड़े बदल रहे थे जवान', नगालैंड घटना पर चश्मदीदों के दावे

Nagaland Killings: नगालैंड के मोन जिले में सेना की गोलीबारी में मारे गए आम नागरिकों की मौत के मामले में चश्मदीदों ने बड़ा खुलासा किया है.

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नागालैंड में आम नागरिकों की मौत के बाद से बवाल जारी है. (फाइल फोटो-PTI)
नागालैंड में आम नागरिकों की मौत के बाद से बवाल जारी है. (फाइल फोटो-PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • नगालैंड में सेना की गोलीबारी में 14 लोगों की मौत
  • चश्मदीदों का दावा, सेना की गाड़ी में रखे थे शव

Nagaland Killings: नगालैंड में सेना की गोलीबारी में मारे गए 14 आम नागरिकों को लेकर बवाल बढ़ता ही जा रहा है. इस बीच चश्मदीदों ने दावा किया है कि सेना के जवानों ने लोगों को मारने के बाद उनकी लाश के कपड़ों को बदलने की कोशिश की थी. गोलीबारी की आवाज सुन मौके पर पहुंचे कुछ ग्रामीणों का मानना है कि सेना ने लोगों को मारने के बाद उनकी लाशों के कपड़े बदलने की कोशिश की. 

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इस गोलीबारी में शोमवांग नाम के शख्स की भी मौत हो गई थी. उनकी बहन ने बताया कि जब वो वहां पहुंची तो उन्होंने शोमवांग को अर्धनग्न पाया. उन्होंने दावा किया कि कई लोगों के कपड़े बदले गए थे.

कीपवांग कोन्याक इस घटना के चश्मदीद हैं जो फायरिंग की आवाज सुन मौके पर पहुंचे थे. उन्होंने आजतक को बताया कि जब वो मौके पर पहुंचे तो उन्होंने एक तेज रफ्तार पिक अप वैन को वहां से जाते देखा. जब स्थानीय लोगों ने उस वैन का पीछा किया तो पाया कि सेना के जवानों की तीन और गाड़ियां वहां थीं. उन्होंने बताया कि वो लोग कपड़े बदलने की कोशिश कर रहे थे. उन्होंने सवाल उठाया कि जब ये गलत पहचान का मामला था तो सेना के लोग उन लोगों के कपड़े बदलने की कोशिश क्यों कर रहे थे जो मर गए थे.

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स्थानीय लोगों ने शोमवांग की कार में गोलियों के निशान और खून के धब्बे देखे थे, इसलिए उन्हें शक हुआ कि कुछ गड़बड़ हुई है. जिसके बाद उन्होंने गाड़ियों को चेक करने का फैसला लिया. तभी उन्हें वहां एक और पिक अप वैन मिली जिसमें शवों को तिरपाल से ढककर रखा गया था. शवों के साथ ट्रक का वीडियो शूट करने वाले मनपेह ने आजतक को बताया, 'जब हम यहां पहुंचे तो हमने आर्मी की पिक अप वैन में शवों को रखा देखा. इसे देखकर मैं आगबबूला हो गया.'

शनिवार को नगालैंड के मोन जिले स्थित ओटिंग के तिरु गांव में सेना के जवानों की गोलीबारी में कोयला खदान से लौट रहे मजदूरों की मौत हो गई थी. स्थानीय लोगों ने बताया कि मजदूर हर शनिवार तिरु गांव से ही ओटिंग लौटते थे. चश्मदीदों ने बताया कि जब वो वहां पहुंचे तो उन्होंने वहां जिंदा बम भी देखे. 

दिलचस्प बात ये है कि आजतक को भी एक वीडियो मिला है जिसमें सेना की पिक अप वैन के नंबर दिख रहे हैं जिसमें 6 शवों को रखा गया था. हालांकि, ये नहीं पता कि इस सबका मकसद क्या था, लेकिन इससे केंद्र के बयान पर सवाल जरूर उठ खड़े हुए हैं. नगालैंड पुलिस ने भी अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि 'शवों को एक पिक अप ट्रक में लपेटकर और रखकर छिपाने की कोशिश हुई थी.'

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