
Yashashree Shinde Murder Mystery: मुंबई में एक बीस साल की लड़की की लाश मिली, जिसने साल 2012 के निर्भया कांड की याद दिला दी. पुलिस और उस लाश का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों के मुताबिक, उस लड़की के जिस्म का शायद ही कोई ऐसा हिस्सा हो, जहां जख्मों के निशान ना मिले हों. कुछ निशान तो जानवरों की दरिंदगी के भी थे. जिस लड़की की ये लाश थी, 6 साल पहले एक लड़के ने उसका यौन शोषण किया था. सच सामने आने पर वो आरोपी जेल चला गया था. अब पुलिस को शक है कि जेल से आने के बाद उसी ने बेरहमी से लड़की का कत्ल किया है.
25 जुलाई को गायब हो गई थी लड़की
नवी मुंबई के उरण तालुका की रहने वाली 20 साल की एक लड़की यशश्री शिंदे अचानक अपने घर से गायब हो गई. गुरुवार, 25 जुलाई की सुबह वो किसी फ्रेंड से मिलने जाने की बात कह घर से निकली थी. लेकिन शाम हो जाने पर भी घर नहीं लौटी. ऊपर से उसका मोबाइल फोन भी स्विच्ड ऑफ हो गया. ऐसे में परेशान घरवालों ने पहले अपने तौर पर यशश्री को ढूंढने की काफी कोशिश की, उसके दोस्तों के साथ-साथ अपने नाते रिश्तेदारों से भी यशश्री को लेकर पूछताछ की. लेकिन जब उसका कुछ पता नहीं चला, तो गुरुवार और शुक्रवार की दरम्यानी रात को ही उन्होंने नजदीकी पुलिस स्टेशन में अपनी बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी.
पुलिस को मिली लावारिस लाश
कॉमर्स की पढ़ाई पूरी करने के बाद यशश्री एक कंपनी में डाटा एंट्री ऑपरेटर के तौर पर काम कर रही थी. घरवालों के मुताबिक उसका सर्कल काफी लिमिटेड था. ऐसे में उसकी गुमशुदगी को लेकर खुद पुलिस भी हैरान थी. लेकिन अभी पुलिस उसके बारे में कोई पुख्ता जानकारी जुटा पाती, तब तक शुक्रवार और शनिवार की दरम्यानी रात कोटनाका इलाके में एक पेट्रोल पंप के पास पुलिस को एक लावारिस लाश के पड़ी होने की खबर मिली. ये लाश एक लड़की की थी. और इत्तेफाक से मरने वाली लड़की की उम्र भी 20-22 साल के आस-पास थी. ऐसे में उरण पुलिस ने यशश्री के घरवालों को खबर दी, ताकि वो लाश देख कर ये बता सकें कि वो लाश उनकी बेटी की है या फिर किसी और की?
कमर पर बने टैटू से शिनाख्त
पुलिस अब तक लाश को अपने कब्जे में ले चुकी थी. उसकी हालत काफी खराब थी, उसके जिस्म पर चाकुओं के कई वार थे. यहां तक कि उसके चेहरे और प्राइवेट पार्ट को बुरी तरह से कुचल दिया गया था. जिस्म के कई हिस्से लावारिस कुत्तों का निवाला बन चुके थे. लेकिन इतना होने के बावजूद लाश पर मौजूद कपड़ों और उसकी कमर पर बने एक टैटू के सहारे घरवालों ने उसकी पहचान कर ली. ये लाश किसी और की नहीं, बल्कि शिंदे परिवार की बेटी यशश्री की ही थी, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट घरवालों ने दर्ज करवाई थी.
पुलिस ने परिवार से किए सवाल
लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल ये था कि आखिर यशश्री की ये हालत किसने की? आखिर इस लड़की की या फिर उसके घरवालों की किसी से ऐसी क्या दुश्मनी थी? अब पुलिस ने घरवालों से पूछताछ शुरू की. असल में पुलिस ये जानना चाहती थी कि कहीं लड़की का या फिर उनके परिवार का कोई पुराना दुश्मन तो नहीं है?
लड़की को परेशान करता था टैक्सी ड्राइवर
इसी तफ्तीश के सिलसिले में पुलिस को यशश्री के साथ हुई एक पुरानी वारदात का पता चला. घरवालों ने बताया कि साल 2018 में दाऊद नाम का एक टैक्सी ड्राइवर यशश्री को काफी परेशान करता था. और उसी दौरान उसने यशश्री का शोषण भी किया था, जिसके बाद उन्होंने दाऊद के खिलाफ पॉक्सो एक्ट की धाराओं के तहत रिपोर्ट भी दर्ज करवाई थी और दाऊद को पकड़ कर जेल भी भेजा गया था. जिसे बाद में जेल से रिहाई मिल गई थी. ऐसे में उन्हें शक है कि इस वारदात के पीछे भी दाऊद का हाथ हो सकता है. ऐसे में अब पुलिस की जांच भी उसी टैक्सी ड्राइवर दाऊद के इर्द-गिर्द टिक गई.
लड़की से बदला लेना चाहता था दाऊद!
घरवालों का कहना है कि जेल से बाहर आने के बाद दाऊद फिर से यशश्री के पीछे पड़ गया था और इस बार खुद के जेल जाने का बदला लेना चाहता था. उसी ने साज़िशन उनकी बेटी को बातों में फंसाया और खुद से मिलने बुलाया और मौका देख कर उसकी हत्या कर दी. दाऊद ने जिस बर्बर तरीके से यशश्री की जान ली, उसे देख कर साफ है कि उसके मन में यशश्री और उसके घरवालों के लिए कितनी नफरत थी.
पुलिस को CDR से मिला सुराग
हालांकि पुलिस ने अभी इस मामले में दाऊद का हाथ होने की बात अधिकारिक तौर पर तो नहीं कही है, लेकिन पुलिस को वारदात में मारी गई लड़की कॉल डिटेल रिकॉर्ड यानी सीडीआर की जांच में ऐसे संकेत मिले हैं, जो दाऊद की तरफ इशारा करते हैं. असल में दाऊद मूल रूप से कर्नाटक का रहने वाला है. पुलिस की माने तो यशश्री के शोषण के मामले में गिरफ्तार हो कर जेल जाने के बाद जब उसे रिहाई मिली, तो फिर वो जेल से छूट कर कर्नाटक चला गया था. लेकिन इसी बीच वो नवी मुंबई वापस लौटा था. पुलिस को अपनी टेक्नीकल इनवेस्टिगेशन में भी इस बात के सबूत मिले हैं.
कौन है लड़की का गुमनाम दोस्त?
उधर, घरवालों ने एक और चौंकाने वाला खुलासा किया है. पुलिस की मानें तो यशश्री ने अपने उस गुमनाम दोस्त से मिलने जाने से पहले अपनी एक दूसरी दोस्त को इसके बारे में बताया था और ये भी बताया था कि उसे उससे मिलने से काफी डर लग रहा है. अब सवाल ये उठता है कि आखिर वो गुमनाम दोस्त कौन था, क्योंकि यशश्री ने अपने डर की बात तो कही थी, लेकिन ये नहीं बताया था कि वो गुरुवार को जिससे मिलने जा रही है, वो कौन है?
दलित लड़की के कत्ल पर सियासत
उधर, जिस बर्बर तरीके से यशश्री की जान ली गई है, उसके बाद लोगों में उसके कातिल के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा है. कई नेताओं ने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने, क़त्ल के साथ-साथ एक दलित लड़की के उत्पीड़न का मामला दर्ज करने और उसके खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चला कर उसे फांसी देने की मांग की है.
आखिर कौन है असली कातिल?
फिलहाल सवाल ये भी है कि अगर घरवालों के दावे के मुताबिक दाऊद ही उनकी बेटी का क़ातिल है, अगर उसकी लोकेशन भी नवी मुंबई यानी उरण के आस-पास मिली है, तो फिर वो पुलिस की पकड़ से बाहर क्यों है? क्यों कई टीमें बना कर आरोपी की तलाश करने के बावजूद पुलिस के हाथ खाली हैं? सवाल ये भी है कि अगर मामला क़त्ल का है, तो फिर इसका मकसद क्या है? क्या वाकई पहले भी लड़की के शोषण के मामले में गिरफ्तार हो चुका आरोपी उससे या फिर उसके घरवालों से बदला लेना चाहता था? अगर ऐसा ही है तो यशश्री इस बात को समझ क्यों नहीं सकी? अगर उससे किसी अपने गुमनाम दोस्त से मिलने जाने में डर लग रहा था, तो ये बात उसने अपने घरवालों को क्यों नहीं बताई?