राज्यों के दौरे के समय चुनाव आयोग (Election commission) को उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश से नशीले पदार्थों की तस्करी (Drug Smuggling) की शिकायतें मिलीं. गांजा, चरस, अफीम के साथ अवैध शराब की तस्करी के लिए बरेली बॉर्डर सबसे ज्यादा संवेदनशील बताया गया. चुनाव आयोग को मिले फीडबैक के बाद अब बरेली बॉर्डर पर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने नकेल कसने की तैयारी शुरू कर दी है. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने उत्तराखंड से सटे बरेली बॉर्डर (Bareilly Border) पर दोनों ही राज्यों की पुलिस के साथ तस्करी रोकने के लिए एक कार्य योजना बनाना शुरू किया है.
बरेली रेंज से सटे उत्तराखंड के चार जिलों में गांजा, चरस व स्मैक की तस्करी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में अवैध शराब की सप्लाई की शिकायत 3 दिन के दौरे पर आए चुनाव आयोग से की गई थी. चुनाव आयोग को मिले फीडबैक के बाद केंद्रीय एजेंसी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने की तैयारी की है.
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के डिप्टी डायरेक्टर ज्ञानेश्वर सिंह ने रविवार शाम बरेली रेंज के 4 जिलों बरेली, बदायूं, शाहजहांपुर, पीलीभीत और उत्तराखंड के उधम सिंह नगर, नैनीताल, चंपावत, रुद्रपुर, काशीपुर के अफसरों के साथ अहम बैठक की. दोनों ही राज्यों की पुलिस के साथ उत्तर प्रदेश के आईजी लॉ एंड आर्डर डॉक्टर संजीव गुप्ता भी मादक पदार्थों की तस्करी रोकने की इस अहम बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से शामिल हुए.
बैठक में इन बिंदुओं पर तैयार की गई रणनीति
बैठक में खुफिया जानकारी एकत्र करने और साझा करने, जागरूकता, नशीली दवाओं के खतरे को रोकने के लिए संयुक्त कार्य योजना तैयार करने और स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई. इसी के साथ बरेली और उत्तराखंड पुलिस का एक ज्वाइंट ऑपरेशन ग्रुप बनाने पर भी चर्चा हुई, ताकि चुनाव के दौरान मादक पदार्थों की तस्करी को दोनों ही राज्यों की पुलिस के संयुक्त अभियान से रोका जा सके. सूचनाओं का सही समय पर आदान-प्रदान कर तस्करों पर एक संयुक्त अभियान चलाकर कार्रवाई की जा सके.
एनसीबी के नॉर्थ रीजन हेड ने कार्य योजना बनाने का दिया निर्देश
बैठक में बरेली पुलिस ने बीते महीनों में अवैध शराब तस्करों पर की गई कार्रवाई का ब्योरा दिया और तस्करों से मिली जानकारियां भी उत्तराखंड पुलिस को दीं. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के नॉर्थ रीजन हेड आईपीएस ज्ञानंजय सिंह ने केंद्रीय एजेंसियों की मदद से तस्करों पर कैसे नकेल कसी जाए, कैसे जानकारी साझा कर ऑपरेशन अंजाम दिया जाए, इस पर कार्य योजना बनाने का निर्देश दिया है.