यूपीटीईटी पेपर लीक मामले में लापरवाही का एक और सच सामने आया है. पेपर छापने का ठेका लेने वाली आरएसएम फिनसर्व कंपनी के पास इतनी जगह भी नहीं थी कि वह पेपर छपवाकर कहीं सुरक्षित रख सके. चार अन्य प्रिंटिंग प्रेस से छपकर आए पेपर राय अनूप प्रसाद ने किराए पर लेकर बीयर के गोदाम में रखे थे. इतना ही नहीं, जिस पते पर राय अनूप प्रसाद की आरएसएम फिनसर्व रजिस्टर्ड है, वह किराए की बिल्डिंग का पता है. राय अनूप प्रसाद के पास अपनी बिल्डिंग भी नहीं थी.
कंपनी में नहीं थी छपे हुए पेपर रखने की भी जगह
यूपी के टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट यानी शिक्षक पात्रता परीक्षा में रोज ही लापरवाही के नए तथ्य सामने आ रहे हैं. अब मिली जानकारी के अनुसार राय अनूप प्रसाद की आरएसएम फिनसर्व प्राइवेट लिमिटेड, जिसका पता B-2/68 मोहन कोऑपरेटिव एरिया फेस टू बदरपुर नई दिल्ली है, वहां पर इतनी भी जगह नहीं थी कि यूपी टीईटी परीक्षा के लिए छपकर आए 22 लाख पेपर का बंडल रखा जा सके. इसके साथ ही जिस बिल्डिंग में राय अनूप प्रसाद ने अपनी कंपनी खोली, वह बिल्डिंग भी उसकी अपनी नहीं है बल्कि किराए पर इसको लिया गया था.
बीयर के गोदाम में रखे गए UP-TET के पेपर
पेपर छापने का ठेका मिलने के बाद खाली पड़े बीयर गोदाम को अनूप प्रसाद ने पेपर रखने के लिए किराए पर लिया था. बता दें कि जिस बिल्डिंग में आरएसएम फिनसर्व का दफ्तर खुला है, उसी के एक हिस्से में बीयर का गोदाम भी खुला था. बताया जा रहा है कि इस बीयर के गोदाम से दिल्ली की कई बीयर शॉप पर सप्लाई होती थी. लेकिन बीते कुछ महीनों से यह बीयर गोदाम खाली चल रहा था और अक्टूबर में जब राय अनूप प्रसाद को टीईटी का पेपर छापने का ठेका मिला, तब पेपर रखने के लिए बीयर गोदाम किराए पर ले लिया था.
फिलहाल इस मामले में यूपीएसटीएफ राय अनूप प्रसाद समेत 36 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. फिलहाल यूपी एसटीएफ पता लगाने में जुटी है कि यह पेपर किस प्रिंटिंग प्रेस से, किसकी मिलीभगत से कब लीक हुआ.