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एनआईए ने झारखंड के चार मानव तस्करों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की

मानव तस्करी के खिलाफ शुरुआती मामला जुलाई 2019 में झारखंड के जिला खूंटी में दर्ज किया गया था. इस एफआईआर में आरोपी खूंटी निवासी पन्ना लाल महतो (37 साल) को झारखंड और नई दिल्ली में मानव तस्करी का नेटवर्क चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.

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मानव तस्करी मामले में पन्ना लाल पहले ही गिरफ्तार हो चुका है (सांकेतिक तस्वीर)
मानव तस्करी मामले में पन्ना लाल पहले ही गिरफ्तार हो चुका है (सांकेतिक तस्वीर)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • पन्ना लाल मामले का मुख्य आरोपी, गिरफ्तार
  • सभी आरोपी पन्ना लाल के करीबी सहयोगी
  • जुलाई 2019 में पहली बार दर्ज हुई थी FIR

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने प्लेसमेंट एजेंसी चलाने के नाम पर मानव तस्करी करने के 4 आरोपियों को आज शनिवार को रांची स्थित एनआईए स्पेशल कोर्ट में पेश करने से पहले पूरक चार्जशीट दाखिल कर दी है. फिलहाल मामले में आगे की जांच जारी है.

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एनआईए ने जिन आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की, उनके नाम हैं पन्ना लाल महतो उर्फ पन्ना लाल गंझू उर्फ पन्नालाल, सुनीता देवी उर्फ सुनीता कुमारी उर्फ सुनीता (फरार), गोपाल उरांव उर्फ गोपाल और शिव शंकर गंझू उर्फ शिवशंकर महतो उर्फ शंकर. इन आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 120B, 363, 370 (2) (3) (4) (5),  370A, 371, 374,  376, 420 और 34 के अलावा इंटर स्टेट माइग्रेंट वर्कमैन  (रोजगार और सेवा की शर्तें) एक्ट 1979 और जुवेनाइल जस्टिस (केयर एंड प्रोटेक्शन) एक्ट 2015 की कई धाराएं लगाई गई हैं.

NIA ने पिछले साल अपने हाथ में लिया केस

मानव तस्करी के खिलाफ शुरुआती मामला जुलाई 2019 में झारखंड के जिला खूंटी में दर्ज किया गया था. इस एफआईआर में आरोपी खूंटी निवासी पन्ना लाल महतो (37 साल) को झारखंड और नई दिल्ली में मानव तस्करी का नेटवर्क चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. बाद में एनआईए ने यह जांच पिछले साल जून में अपने हाथ में ले ली थी.

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एनआईए की जांच के दौरान पता चला कि मानव तस्करी रैकेट का सरगना पन्ना लाल महतो अपनी पत्नी सुनीता देवी के साथ दिल्ली में छह प्लेसमेंट एजेंसियों की आड़ में मानव तस्करी का नेटवर्क चला रहा है. वे गरीब और निर्दोष नाबालिग लड़के और लड़कियों को दिल्ली और पड़ोसी राज्यों में नौकरी देने के बहाने ले जाते थे. हालांकि, पीड़ितों का शोषण किया गया और उन्हें कभी पारिश्रमिक का भुगतान नहीं किया गया.

जांच के दौरान, दो अन्य आरोपी गोपाल उरांव उर्फ गोपाल और शिव शंकर गंझू उर्फ शिव शंकर महतो दोनों को खूंटी जिले से गिरफ्तार किया गया था. दोनों मामले के मुख्य आरोपी पन्ना लाल महतो के करीबी सहयोगी थे, और सक्रिय रूप से झारखंड के कमजोर लोगों की तस्करी में शामिल थे.

जांच से यह भी पता चला कि दोनों दिल्ली में तीन प्लेसमेंट एजेंसियों के मालिक थे, जो मानव तस्करी के रैकेट में शामिल थे. एक अन्य आरोपी सुनीता देवी गिरफ्तार आरोपी पान्ना लाल महतो की पत्नी है और वह अभी फरार चल रही है. रैकेट का खुलासा करने के लिए अब तक 22 पीड़ितों की पहचान, बचाव और जांच की जा चुकी है. फिलहाल मामले में आगे की जांच जारी है.

 

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