एंटीलिया बम मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बर्खास्त सहायक पुलिस निरीक्षक (एपीआई) सचिन वाजे की दो दिन की कस्टडी की मांग की है. इसके अलावा जांच एजेंसी सुनील माने को भी पांच दिन कस्टडी में लेना चाहती है. इन दो आरोपियों के साथ कुल आठ आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं.
इस मामले में UAPA के तहत मामले दर्ज किया गया है जिसके चलते जांच एजेंसी आरोपी को 30 दिन की कस्टडी में ले सकती है. वाजे 28 दिन तक एनआईए की कस्टडी में रह चुका है, जबकि माने से एनआईए ने 15 दिन पूछताछ की थी. एनआईए का कहना है कि उन्हें संदिग्ध आरोपी से जुड़ी कुछ चीजें हाथ लगी हैं. एनआईए का कहना है कि सीपीसी की धारा 161 के तहत उसने अहम गवाह का बयान दर्ज किया है. इसी संबंध में अब एनआईए सचिन वाजे और सुनील माने से पूछताछ करना चाहती है.
कस्टडी के लिए दायर की गई अर्जी में एनआईए का कहना है कि वे जांच के अंतिम पड़ाव पर हैं. अब इस मामले में संदिग्ध की अहम भूमिका सामने आई है. यही वजह है कि मिले साक्ष्यों के संबंध में वे आरोपियों से पूछताछ करना चाहते हैं. एनआईए के आवेदन में स्पष्ट रूप से कहा गया है, गिरफ्तार आरोपी यानी सचिन वाजे, सुनील माने और संदिग्ध व्यक्तियों की भूमिका को लेकर जांच के कुछ बिंदुओं को सत्यापित करने की जरूरत है.
इसपर भी क्लिक करें- CBI जांच के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार की याचिका खारिज, SC ने पूछा- अनिल देशमुख को बचाना चाहते हैं?
NIA का कहना है कि "आरोपी सचिन वाजे और सुनील माने अन्य सह-आरोपियों के साथ मनसुख हिरन की हत्या की साजिश में शामिल पाए गए. मौजूदा मामले की जांच जारी है और यह एक महत्वपूर्ण चरण में है जहां जांच एजेंसी बड़ी साजिश में शामिल विभिन्न लोगों की भूमिका का पता लगा रही है.''