मनसुख हिरेन हत्या मामले में NIA सचिन वाजे, विनायक शिंदे और नरेश को एक साथ आमने-सामने बिठाने वाली है. NIA को शक है कि ये तीनों ही आरोपी मनसुख हिरेन की हत्या में शामिल थे. जानकारी के मुताबिक नरेश ने फर्जी सिम कार्ड अरेंज की थीं. जिसका उपयोग विनायक शिंदे ने मनसुख को कॉल करने में किया था.
विनायक शिंदे ने इसी सिम से कॉल करके मनसुख हिरेन को 4 मार्च के दिन ठाणे में स्थित एक तय जगह पर पहुंचने के लिए कहा था. ऐसा माना जा रहा है कि इसी के बाद रात 9 बजे से 11 बजे के बीच सचिन वाजे के सामने ही मनसुख हिरेन की हत्या कर दी गई. आपको बता दें कि मनसुख का शव ठाणे स्थित एक नाले से मिला था.
NIA इस वक्त 3 और लक्जरी कारों की तलाश कर रही है. जिनमें एक आउटलैंडर, एक स्कोडा कार और एक ऑडी कार शामिल है. NIA सूत्रों के मुताबिक सचिन वाजे ने पिछले एक साल में 9 अलग-अलग लग्जरी कारों का इस्तेमाल किया था. इनमें से 6 कारों को NIA ने अभी तक अपने कब्जे में ले लिया है. NIA की फोरेंसिक टीम जितनी भी बाकी कार मिली हैं, सभी की फोरेंसिक जांच करवा रही है.
NIA की सबसे बड़ी उलझन ये है कि अभी तक एजेंसी को वो कार नही मिल पाई है जिसमें मनसुख हिरेन को अगवा किया गया और बाद में उसका मर्डर कर दिया गया. NIA की फोरेंसिक टीम ने स्कोर्पियो कार से सचिन वाजे और मनसुख हिरेन के DNA सैंपल ले लिए हैं.
आपको बता दें कि इससे पहले इस मामले की जांच मुंबई ATS द्वारा की जा रही थी. लेकिन गृह मंत्रालय ने इस मामले की आगे की जांच NIA को सौंप दी है. ATS ने भी सचिन वाजे को ही मनसुख हिरेन मामले का मुख्यारोपी माना है.