फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में 1 नवंबर को सर्व समाज पंचायत हुई थी. दशहरा मैदान में बगैर अनुमति के हुई इस पंचायत में एकत्रित हुए लोगों में से कुछ लोगों ने उपद्रव किया. नेशनल हाईवे जाम किया और दुकानों में तोड़फोड़ करने के साथ ही वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया. आगजनी की. पुलिसकर्मियों पर भी पत्थरबाजी की, जिसमें 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे.
इस मामले को लेकर पुलिस सख्त हो गई है. पुलिस ने उपद्रव के आरोप में 32 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों का कोरोना टेस्ट कराया गया, जिसमें से तीन कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में दिल्ली के राहुल, आशेंद्र और अतुल, नोएडा के पिंटू और विशाल, ओल्ड फरीदाबाद के जितेंद्र, डबुआ कॉलोनी फरीदाबाद के कार्तिक, नूंह के बलजीत और मान शामिल हैं.
इनके अलावा एनआईटी के सत्यम और लोकेश, शाहपुरा-बल्लभगढ़ के शुभम, फरीदाबाद सेक्टर 58 के मुकुल, कैलाश, मनीष और गुड्डन, पलवल के नरेश, बबलू और सागर, नाहरावाली के दीपक, त्रिखा कॉलोनी बल्लभगढ़ के जयप्रकाश, भोंडसी गुरुग्राम के सोनू, ऊचागांव के आशीष, संजय कॉलोनी फरीदाबाद के जीतू और मनीष, डीग के अनिल, भुपानी के निरंजन, सुभाष कॉलोनी फरीदाबाद के सुशील, काबुलपुर के प्रवीण, फरीदाबाद सेक्टर 56 के प्रदीप, बल्लभगढ़ सेक्टर 3 के विकास और बहबलपुर बल्लभगढ़ के विकास को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है. पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक उपद्रवियों के खिलाफ बल्लभगढ़ के थाना शहर में भारतीय दंड संहिता की धारा 147, 148, 149, 152, 186, 188, 269, 270, 283, 332, 341, 353, 427, 435, संघीय सहायता राजमार्ग अधिनियम की धारा 8बी औऱ आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 51 के तहत मुकदमा नंबर 680 दर्ज किया गया है.
बता दें कि बल्लभगढ़ के दशहरा मैदान में 1 नवंबर को सर्व समाज पंचायत हुई थी. निकिता को न्याय और हत्यारोपियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग को लेकर हुई इस पंचायत के दौरान उपद्रव हुआ और उपद्रवियों ने एनएच को जाम करने के साथ ही दुकानों में तोड़-फोड़ की और वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया. इस घटना में 10 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे.