दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की एक टीम ने एक मुठभेड़ के बाद एक गैंगस्टर प्रवीण यादव को गिरफ्तार किया है. प्रवीण ने साल 2021 में रोहिणी इलाके में एक लॉ कर रहे छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी थी. आरोपी पर दिल्ली पुलिस ने एक लाख का इनाम रखा हुआ था. प्रवीण यादव पहले राजेश बवाना, नीतू दाबोदिया, अशोक प्रधान जैसे गिरोहों से जुड़ा रहा है.
फरार गैंगस्टर प्रवीण यादव को पकड़ने के लिए स्पेशल सेल की टीम पिछले कई दिनों से काम कर रही थी. लेकिन अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में बार-बार अपने ठिकाने बदल रहा था.
इसी बीच, इंस्पेक्टर शिव कुमार को 14 अगस्त को एक विशेष सूचना मिली कि प्रवीण यादव महरौली की तरफ मारुति बलेनो कार में आएगा और 14 अगस्त को सुबह 8 से 9 बजे के बीच चौधरी जगत सिंह रोड होते हुए घिटोरनी गांव की तरफ अपने जानकार से मिलने जाएगा.
पुलिस ने जाल बिछाया और बलेनो कार चला रहे प्रवीण यादव को सुबह करीब 8:40 बजे महरौली की तरफ से आते देखा. पुलिस टीम ने अपनी पहचान बताकर उसे रुकने का इशारा किया, लेकिन आरोपी ने भागने की कोशिश की.
इस दौरान टीम के सदस्यों ने आरोपी पर काबू पाने के लिए उसका रास्ता रोक दिया और उसे सरेंडर करने के लिए कहा, लेकिन पुलिस का दावा है कि आरोपी ने अपनी पिस्टल निकाल दी और पुलिस टीम की ओर एक गोली चला दी. पुलिस ने दो राउंड की फायरिंग के बाद प्रवीण यादव को पकड़ लिया.
आरोपी के पास से 4 कारतूस के साथ पॉइंट 32 की एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल बरामद की गई है. आरोपी के पास से एक बलेनो कार और मौके पर मिले दो खाली कारतूस भी बरामद किए गए हैं. गिरफ्तार आरोपी समयपुर बादली का घोषित अपराधी है.
प्रवीण यादव पिछले 27 सालों के दौरान दिल्ली में हत्या के 2, हत्या के प्रयास के 4, और डकैती, जबरन वसूली जैसे 20 ज्यादा मामलों में शामिल है. 9 अप्रैल 2021 को 18 साल के लॉ के छात्र अर्जुन अपने चचेरे भाई यश के साथ इलाके के एक CNG पंप पर अपनी कार में सीएनजी भरवा रहा था.
इसी दौरान गैस भरवाने के दौरान वहां मौजूद प्रवीण यादव से बहस हो गई और गुस्से में आकर प्रवीण ने अपनी कार से पिस्टल निकाली और दोनों पर अंधाधुंध फायरिंग कर फरार हो गया. फायरिंग में अर्जुन और यश को गोली लगी, जिसमें अर्जुन की मौत हो गई.