संगम नगरी प्रयागराज में शुक्रवार को राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है. इसमें पता चला है कि बदमाशों ने उमेश को 7 गोलियां मारी थीं. इसमें से 6 गोलियां उसके शरीर को पार कर गई थीं. एक गोली शरीर के अंदर मिली है. सभी गोलियां पिस्टल से मारी गई थीं. उमेश के शरीर में 13 इंजरी आई हैं.
शनिवार को पोस्टमार्टम हाउस से जैसे ही उमेश का शव घर पहुंचा तो चीख पुकार मच गई. सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई. शाम को कड़ी सुरक्षा के बीच उमेश का अंतिम संस्कार दारागंज घाट पर कर दिया गया. रिश्ते की बहन विधायक पूजा पाल (दिवंगत राजू पाल की पत्नी) लखनऊ में थीं. 24 घंटे बाद वह उमेश के घर सांत्वना देने पहुंचीं, लेकिन घरवालों से उनकी तीखी बहस होने लगी. कुछ लोगों ने बीच-बचाव कर मौके का हवाला दिया और घरेलू मामला बताया.
उमेश के घर में अतीक के गुर्गों को देख नाराज हुई थीं पूजा पाल
दरअसल, एक दिन विधायक पूजा पाल अपने भाई उमेश पाल के घर अचानक पहुंची थीं तो वहां अतीक के गुर्गे मौजूद दिखे थे. जिन्हें देखकर पूजा पाल, उमेश पाल के घर से वापस लौट गई थीं. तभी से मनमुटाव बना हुआ था. आज जब पूजा सांत्वना देने पहुंचीं तो परिवारवालों से तीखी बहस हुई. वहां मौजूद लोगों ने मामले को शांत कराया.
अब तक मिली जानकारी के अनुसार, विधायक पूजा पाल और उमेश पाल के बीच राजू पाल हत्याकांड के आरोपी अतीक अहमद को लेकर किसी मुद्दे पर विवाद हो गया था. उमेश पाल, विधायक राजू पाल हत्याकांड में मुख्य गवाह जरूर था लेकिन उसने अतीक अहमद के पक्ष में गवाही दी थी. हालांकि, उमेश पाल ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि अतीक अहमद ने उसका अपहरण कर जबरन अपने पक्ष में गवाही करवाई है. अतीक अहमद के पक्ष में गवाही करने पर ही उमेश पाल और पूजा पाल के बीच मनमुटाव होने की भी बात कही जा रही है
बता दें कि 25 जनवरी 2005 को धूमनगंज इलाके में बसपा विधायक राजू पाल की गोलियों से भूनकर बीच सड़क पर दौड़-दौड़ाकर हत्या कर दी गई थी. इसका आरोप बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई पर लगा था. विधायक पूजा पाल, राजूपाल की पत्नी हैं.
समाजवादी पार्टी की MLA पूजा पाल ने बताया जान को खतरा
बीएसपी विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या के बाद समाजवादी पार्टी की विधायक पूजा पाल ने भी जान को खतरा बताया है. उमेश के घर पहुंचीं पूजा ने खुद की सुरक्षा बढ़ाए जाने की मांग की है. उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ से पूरे घटनाक्रम में सहयोग करने और आरोपियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है.
पूजा पाल ने कहा कि राजू पाल हत्याकांड की जांच सीबीआई कर रही है. सीबीआई ने उन्हें सुरक्षा के लिहाज से घर से नहीं निकलने की बात कही थी. यही वजह है कि वह देर से यहां पर पहुंचीं. कहा कि उमेश पाल उनके परिवार के सदस्य थे. वह उनके पूरे परिवार के साथ हैं. उन्होंने पूरे घटनाक्रम में दोषियों पर कठोर कार्रवाई करने के साथ ही खुद की भी सुरक्षा बढ़ाए जाने की मांग की है.
जब कुछ गलत देखा जाएगा तो बोला जाएगा- पूजा पाल
उमेश पाल के परिवार से हुई बहस पर पूजा पाल ने कहा कि बहस की बात नहीं है, पर जब कुछ गलत देखा जाएगा तो बोला जाएगा. कुछ हमको देखने को मिला तो खराब लगा. अगर अतीक के लोग यहां उठेंगे-बैठेंगे तो दिक्कत वाली बात है ही.
राजू पाल हत्याकांड में जो गवाह हैं, उनको सुरक्षा दी जाए
पूजा पाल ने कहा कि राजू पाल हत्याकांड का ट्रायल अंतिम चरण में है. ऐसे में उनके सुरक्षा की जाए, क्योंकि उनकी जान को भी खतरा है. जिस तरीके से पूरी घटना को अंजाम दिया गया है, इससे साफ है कि आरोपियों में कानून का कोई खौफ नहीं है. उन्होंने राजू पाल हत्याकांड में जो लोग भी गवाह हैं, उन सभी के लिए सुरक्षा की मांग की है.
ऐसी कार्रवाई, जो नजीर बनेगी- पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा
फिलहाल, पुलिस ने उमेश की हत्या के मामले में माफिया अतीक अहमद, उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन, अतीक का भाई अशरफ और उसके दो बेटों को नामजद किया गया है. इसके साथ ही अतीक अहमद के दो अन्य साथियों के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया गया है. पुलिस ने अतीक अहमद के दोनों बेटों और कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी ले लिया है.
प्रयागराज पुलिस की 10 टीमें आरोपियों की तलाश में जगह-जगह दबिश दे रही हैं. प्रयागराज पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने कहा है कि, "मैं पुलिस कमिश्नर के तौर पर यहां की जनता को आश्वस्त करना चाहता हूं कि इस जघन्य कांड में जो भी माफिया और उसके साथी शामिल हैं, उनके खिलाफ पुलिस की कठोरतम कार्रवाई अमल में लाई जाएगी, जो कि भविष्य के लिए नजीर होगी."