
प्रयागराज में जुमे की नमाज के बाद उपद्रव करने वाले 59 आरोपियों के पुलिस ने पोस्टर जारी कर दिए हैं. पुलिस ने उपद्रवियों इन तस्वीरों को सीसीटीवी, मीडियाकर्मियों के कैमरों में कैद वीडियो फुटेज से इकट्ठा किया है. पुलिस हिंसा में शामिल इन आरोपियों की तलाश में भी सरगर्मी से जुटी है.
पुलिस ने पत्थरबाजों की पहचान करने के लिए 3 नंबर भी जारी किए हैं. 9454402863, 7905509853 और 8941001786 नंबर कॉल या वाट्सएप के जरिए उपद्रवियों की सूचना दी जा सकती है. सूचना देने वालों का नाम, पता और नम्बर गुप्त रखने का आश्वासन दिया गया है.
वहीं, प्रयागराज हिंसा के मास्टरमाइंड मोहम्मद जावेद उर्फ जावेद पंप का दो मंजिला घर रविवार को बुलडोजर से गिरा दिया गया. जावेद की बेटी ने इस कार्रवाई को गलत बताया है. वहीं, जावेद पंप की पत्नी परवीन फातिमा ने हाई कोर्ट में पिटीशन दाखिल कर प्रयागराज विकास प्राधिकरण के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई है.
'केस दर्ज कराएं'
प्रयागराज हिंसा में कई स्थानीय लोगों के घरों और वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है. इसको लेकर IG प्रयागराज रेंज डॉ राकेश कुमार सिंह ने बताया कि जिनके घरों और वाहनों को नुकसान पहुंचा है, वे लोग भी थाने में जाकर अपनी एफआईआर दर्ज करा सकते हैं. नुकसान की दंगाईयों से भरपाई भी कराई जाएगी. बता दें कि करेली और खुल्दाबाद थानों में अब तक पांच FIR दर्ज कराई गई हैं.
प्रयागराज में 92 गिरफ्तार
यूपी के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि 10 जून को राज्यभर में विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर 13 मुकदमे दर्ज है. एडीजी के मुताबिक, मंगलवार सुबह तक कुल 337 आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं. इनमें प्रयागराज से 92, मुरादाबाद से 40, हाथरस से 52, सहारनपुर से 83, फिरोजाबाद से 18 और अंबेडकरनगर से 41 को गिरफ्तार किया गया है.
उग्र प्रदर्शन हुआ था
पता हो कि जुमे की नमाज के बाद पैगंबर मोहम्मद पर BJP की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा और पार्टी की दिल्ली इकाई से निष्कासित मीडिया प्रभारी नवीन जिंदल की टिप्पणी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रयागराज के अटाला इलाके में भारी भीड़ इकट्ठा हो गई थी. नूपुर शर्मा के खिलाफ नाराजगी करते हुए उग्र भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया था. प्रयागराज ही नहीं, कानपुर, सहारनपुर, मुरादाबाद, हाथरस, फिरोजाबाद, आंबेडकर नगर आदि जिलों में असामाजिक तत्वों ने शांति और सौहार्द के माहौल को बिगाड़ने का प्रयास किया था.