Sirhali RPG Attack Case: पंजाब के सिरहाली आरपीजी अटैक केस में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने यदविंदर सिंह द्वारा संचालित सब मॉड्यूल का भंडाफोड़ कर दिया है. कनाडा स्थित आतंकवादी लखबीर सिंह लांडा के निर्देश पर पूरे नेटवर्क को यदविंदर फिलीपींस से ऑपरेट करता है. पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने ट्विटर पर जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस ने इस मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस को इनके पास से एक लोडेड आरपीजी होने की भी जानकारी मिली है.
गौरव यादव ने बताया कि पकड़े गए लोगों की पहचान कुलबीर सिंह, हीरा सिंह, और दविंदर सिंह के रूप में हुई है. ये तीनों तरन तारन में चंबल के रहने वाले हैं. पुलिस ने आरोपी यदविंदर सिंह के खिलाफ भी केस दर्ज किया है.
जानकारी के मुताबिक तरनतारन में पुलिस थाना सिरहाली पर 9 दिसंबर की रात करीब 11:18 बजे हुए आरपीजी से हमला हुआ था. इस मामले में इससे पहले दो किशोरों समेत सात लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी थी. डीजीपी ने कहा कि एक रेडी-टू-यूज आरपीजी को बरामद कर पुलिस ने एक आतंकवादी हमले को विफल कर दिया था.
आरोपियों ने दीं चौंकाने वाली जानकारी
डीजीपी ने बताया कि एक खुफिया अभियान के तहत तरनतारन पुलिस ने ब्रिज बिलियांवाला में नाकाबंदी कर सिरहाली आरपीजी हमले के सिलसिले में दो बाइक सवार कुलबीर सिंह और हीरा सिंह को गिरफ्तार किया है.
एसएसपी तरनतारन गुरमीत सिंह चौहान ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने फिलीपींस के मनीला में रहने वाले यदविंदर सिंह के निर्देश पर सिरहाली पुलिस स्टेशन पर आरपीजी हमले के दिन एक लोडेड आरपीजी दिया गया था. उन्होंने कहा कि आरोपी यादविंदर ने पुलिस थाने में आरपीजी हमला करने के लिए किशोरों को एक ट्यूटोरियल वीडियो भी भेजा था.
एसएसपी ने खुलासा किया कि उन्होंने एक अन्य आरोपी दविंदर सिंह के साथ यदविंदर सिंह के निर्देश पर एक और आरपीजी छुपाया हुआ है.
एसएसपी ने बताया कि आरोपी दविंदर सिंह ने खुलासा किया कि वे यदविंदर सिंह और लांडा के निर्देश पर पंजाब में एक और आतंकवादी हमले की साजिश रच रहे थे. फिलहाल पुलिस इस मामले में लगातार जांच कर कई और गिरफ्तारियां कर सकती है.
रूस के बने RPG का हुआ था इस्तेमाल
आरपीजी हमले की जांच में पुलिस ने खुलासा किया था कि हमले में रूस के बने आरपीजी-22 का इस्तेमाल किया गया है. पंजाब पुलिस की काउन्टर इंटेलिजेंस ने केंद्रीय एजेंसी और ए.टी.एस. महाराष्ट्र के साथ साझे ऑपरेशन में रॉकेट प्रोपैल्ड ग्रेनेड हमले के मुख्य दोषी चड़त सिंह को 15 दिसंबर को मुम्बई से गिरफ़्तार किया था.
5 हमलावरों ने दिया वारदात को अंजाम
तरनतारन के सिरहाली कलां पुलिस थाने पर हमले की साजिश रचने वाले बदमाशों की संख्या पांच बताई गई. सूत्रों के अनुसार, दो बाइक पर सवार थे और अन्य एसयूवी ब्रेजा में जा रहे थे. सूत्रों का कहना है कि हमलावर हरिके पाटन और सरहाली के बीच एक ढाबे पर रुके थे. सरहाली कलां पुलिस थाने के SHO प्रकाश सिंह को हटाकर सुखबीर सिंह को बनाया गया है.
SFJ ने ली हमले की जिम्मेदारी
तरनतारन के सरहाली कलां पुलिस स्टेशन पर RPG (रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रैनेड) अटैक की जिम्मेदारी खालिस्तानी समर्थक सिख फॉर जस्टिस के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू ने ली थी. यह हमला जहां हुआ है, वहां गैंगस्टर हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा का पैतृक घर है. सूत्रों की मानें तो पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई रिंदा के टेरर को कायम रखना चाहती है. इसी वजह से माना जा रहा है कि सांकेतिक तौर पर ये अटैक किया गया है.