पंजाब जिले में तरनतारन के थाना चबाल के मुंशी ने अपने ही थाने के मुख्य मुंशी और एसएचओ से परेशान होकर आत्महत्या कर ली है. मृतक ने मरने से पहले सुसाइड नोट सोशल मीडिया पर डाल दिया. सारी जिंदगी लोगों के बयान लिखने वाले हरपाल सिंह ने अपने ही थाने के दरोगा से परेशान होकर थाने के अंदर जहरीली चीज खाकर आत्महत्या कर ली. हरपाल सिंह ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट लिखकर अपने फेसबुक पेज पर अपलोड कर दिया.
इस सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा कि वह अपने थाने के मुख्य मुंशी और एसएचओ से परेशान हैं और इसी परेशानी के चलते वे अपनी जीवनलीला खत्म कर रहे हैं. हालांकि मृतक ने अपना आखिरी बयान लिखकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया. मगर पुलिस ने कार्रवाई करने की बजाय नई कहानी बना दी.
थाने के एसएचओ का कहना है कि हरपाल सिंह की मौत किसी दवाई के रिएक्शन की वजह से हुई है. जब एसएचओ से पूछा गया कि हरपाल सिंह ने मरने से पहले अपना सुसाइड नोट लिखा था और उसमें उन्होंने आप पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि वो जांच के बाद कार्रवाई करेंगे.
सवाल यह उठता है कि मृतक हरपाल सिंह ने अपने ही थाने के एसएचओ और मुख्य मुंशी के खिलाफ सुसाइड नोट लिखा था. ऐसे में क्या थाना प्रभारी अपने खिलाफ खुद कार्रवाई करेगा या पुलिस का कोई बड़ा अधिकारी थाने के एसएचओ और मुख्य मुंशी के खिलाफ कार्रवाई करेगा?