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MP: जंगल में चल रही थी नकली सीमेंट की फैक्ट्री, 5 ट्रक और कुछ मशीनें जब्त

मध्य प्रदेश के रीवा जिले में जंगल में एक नकली सीमेंट की फैक्ट्री पकड़ी गई है. पुलिस ने छापा मारकर मौके से नकली सीमेंट के तीन हजार से अधिक बैग जब्त किए हैं. इसके अलावा 5 ट्रक, जीसीएम मशीन, मिक्सर आदि भी जब्त किया गया है. पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

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मध्य प्रदेश के रीवा में चलती मिली नकली सीमेंट की फैक्ट्री. (Photo: Aajtak)
मध्य प्रदेश के रीवा में चलती मिली नकली सीमेंट की फैक्ट्री. (Photo: Aajtak)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • फैक्ट्री में काम कर रहे 100 मजदूरों को पुलिस ने पकड़ा
  • मामला दर्ज कर कार्रवाई में जुटी पुलिस

मध्य प्रदेश के रीवा में नकली सीमेंट बनाने के कारोबार का प्रशासन ने भंडाफोड़ किया है. लंबे समय से जंगल के अंदर नकली सीमेंट बनाने का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा था. क्रेसर से निकलने वाले डस्ट और राखड़ को सीमेंट की बोरियों में भरकर बेच दिया जाता था. पुलिस ने 3 ट्रक, 2 कैप्सूल, जीसीएस मशीन, मिक्सर सहित भारी मात्रा में मिश्रित नकली सीमेंट जब्त की है.

जानकारी के अनुसार, रीवा मुख्यालय से 65 किलोमीटर दूर गढ़ थाना क्षेत्र के घूमा गांव में नकली सीमेंट बनाने का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा था. सूचना पर पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीमों ने छापामार कार्रवाई की. फैक्ट्री में राखड़ भारी मात्रा में स्टॉक किया गया था, जिसका इस्तेमाल नकली सीमेंट बनाने के लिए किया जाता था.

मध्य प्रदेश के रीवा में चलती मिली नकली सीमेंट की फैक्ट्री. (Photo: Aajtak)

इस गोरखधंधे में सीमेंट की मिलावट के लिए सैकड़ों मज़दूर काम कर रहे थे. नकली सीमेंट बनाने के लिए फ्लाई एस राखड़ का इस्तेमाल किया जाता था. कैप्सूल के जरिए ब्रांडेड सीमेंट के खाली बैग में राखड़ और डस्ट भरकर पैकिंग की जाती थी, जिससे असली नकली में पहचान करना काफी मुश्किल था. पुलिस ने मौके से राखड़ भरा कैप्सूल, ट्रक, जीसीएम मशीन, मिक्सर और 100 मजदूरों को पकड़ा है.

मध्य प्रदेश के रीवा में चलती मिली नकली सीमेंट की फैक्ट्री. (Photo: Aajtak)

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पुलिस अब इस मामले में पड़ताल कर रही है. यह क्षेत्र सीमेंट प्लांट का हब है. यहां कई बड़ी सीमेंट फैक्ट्रियां संचालित हैं. छापे में पुलिस को कई सीमेंट कंपनियों की बोरियां मिली हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि नकली सीमेंट को असली सीमेंट की बोरियों में मिलाकर दुकानदार और सेल्समैन को बेच दिया जाता होगा.

इस इलाके से सीमेंट के कई ट्रक प्रयागराज यूपी के लिए रोजाना गुजरते हैं. नकली सीमेंट के गोरखधंधे का खुलासा होने के बाद कलेक्टर मनोज पुष्प और एसपी नवनीत भसीन मौके पर पहुंचे और मुआयना किया. कलेक्टर मनोज पुष्प ने मौके पर मिले बैग और रैपर के आधार पर संबंधित सीमेंट फैक्ट्री से भी जवाब तलब किया है.

मध्य प्रदेश के रीवा में चलती मिली नकली सीमेंट की फैक्ट्री. (Photo: Aajtak)

कलेक्टर ने बताया कि राखड़ को मिश्रित कर बड़े पैमाने पर नकली सीमेंट बनाई जा रही थी. यहां 3 हजार से अधिक मिलावट की गई नकली सीमेंट की बोरियां और सामग्री मिली है. पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है. जिस इलाके में सीमेंट बनाने का कारखाना संचालित मिला है, उस जमीन के मालिक, ट्रक और मशीनों के रिकार्ड खंगाले जा रहे हैं. पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.

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