कानपुर पुलिस ने शहर को दंगे की आग में झोंकने की असफल कोशिश करने वाले 30 दंगाइयों की फोटो वाला पोस्टर शहर के प्रमुख चौराहों पर लगाया है. इस पोस्टर के जरिए लोगों से अपील की गई है कि लोग दंगाइयों की सूचना दें. इसके बदले उनको इनाम दिया जाएगा और उनकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी. पोस्टर पर दिए गए पुलिस अफसरों के नाम और मोबाइल नंबर के जरिए सूचना दी जा सकती है.
जानकारी के मुताबिक, 24 अक्टूबर 2015 को कानपुर शहर में कुछ अराजक तत्वों ने दंगा भड़काने के लिए साजिश रची थी. दंगाई काफी हद तक अपने मकसद में कामयाब भी हो गए थे, लेकिन एसएसपी शलभ माथुर की सूझबूझ से उनके हौसले पस्त हो गए. 18 घंटे की फायरिंग और आगजनी के दौरान पुलिस टीम ने त्वरित एक्शन लिया. इसकी वजह से दंगाई तुंरत अंडरग्राउंड हो गए.
पुलिस ने लिया फोटो सार्वजनिक करने का फैसला
कई दंगाइयों को चिन्हित करने के बाद पुलिस ने उनके घरों पर दबिश देकर गिरफ्तारी की और सलाखों के पीछे पहुंचाया. इसमें कई हिस्ट्रीशीटर और पुराने अपराधी भी शामिल हैं. वीडिया फुटेज खंगालने के बाद पुलिस के सामने कई और दंगाइयों के चेहरे सामने आए, लेकिन तमाम जद्दोजहद के बाद भी पुलिस उन्हें गिरफ्तारी नहीं कर सकी. इसके बाद पुलिस ने इनकी फोटो सार्वजनिक करने का फैसला किया.
गोपनीय रखी जाएगी सूचना देने वालों की पहचान
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर लगाए गए इन पोस्टरों में शहर के नागरिकों से अपील की गई है कि दर्शनपुरवा और फजलगंज थाना क्षेत्र में हुए बवाल में ये चेहरे शामिल थे. इनकी जानकारी मिलने पर इसकी सूचना एसपी वेस्ट-9454401074, क्षेत्राधिकारी नजीराबाद-9454401459 और इंस्पेक्टर फजलगंज-9454403724 के मोबाइल नंबर पर दें. सूचना देने वाले का नाम और पता पूरी तरह से गोपनीय रखा जाएगा.