बिहार में इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह के हत्या मामले में पटना पुलिस ने भले ही दावा किया हो कि उन्होंने इस केस को सुलझा लिया है और एक अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है, मगर हत्या के इस मामले में पुलिस ने जो कहानी बताई है उससे ना केवल कई और सवाल खड़े होते हैं बल्कि पुलिस की थ्योरी भी खामियों से भरी है.
1. हत्या की वजह
पुलिस का दावा:
रुपेश हत्याकांड की जांच कर रही एसआईटी और एसटीएफ की प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई थी कि हत्या के पीछे टेंडर विवाद या फिर पटना एयरपोर्ट पर पार्किंग को लेकर कोई विवाद हो सकता है. बिहार के डीजीपी एसके सिंघल ने भी पुलिस की इस जांच का समर्थन किया था और कहा था कि रूपेश की हत्या के पीछे टेंडर विवाद या एयरपोर्ट पर काफी विवाद है.
खामियां:
रूपेश हत्याकांड में पुलिस बिल्कुल नई थ्योरी लेकर सामने आए जब उसने बताया कि रूपेश की हत्या पिछले साल 29 नवंबर को हुए रोडवेज के एक मामले की वजह से हुई थी.
2. रूपेश को किसने मारा?
पुलिस का दावा:
डीजीपी एसके सिंघल ने दावा किया था कि जिस तरीके से रूपेश को 6 गोलियां मारी गई है उससे यह बिल्कुल स्पष्ट लगता है कि हत्या शार्प शूटर या फिर कॉन्ट्रैक्ट किलर के द्वारा किया गया हो, जिनके तार बेगूसराय से जुड़े हो सकते हैं.
खामियां:
पटना एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने दावा किया कि रूपेश कुमार सिंह की हत्या शार्प शूटर से नहीं बल्कि एक मोटरसाइकिल चोर ने की थी. पटना एसएसपी का यह दावा डीजीपी से बिल्कुल उलट है.
3. अगर रोडवेज का मामला है तो हत्या डेढ़ महीने बाद क्यों ?
पुलिस का दावा:
पटना एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने दावा किया है कि रोड रेज की घटना 29 नवंबर को हुई थी जब पटना एयरपोर्ट के पास लोक जनशक्ति पार्टी के दफ्तर के सामने आरोपी ऋतुराज और रूपेश कुमार सिंह की गाड़ी की टक्कर हुई थी इसके बाद 12 जनवरी को आरोपी ऋतुराज ने रूपेश की हत्या कर दी.
खामियां:
रोड रेज के मामलों में अक्सर देखा जाता है कि जो भी घटना होती है तुरंत मौके पर ही होती है. देश में कई रोड रेज की घटनाओं में यही देखा गया है मगर पटना का यह मामला शायद ऐसा पहला है जहां पर रोड रेज की घटना के डेढ़ महीने के बाद किसी की हत्या की गई हो.
4. आरोपी का आपराधिक रिकॉर्ड नहीं
पुलिस का दावा:
पटना एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने दावा किया है कि रूपेश का हत्यारा ऋतुराज एक मोटरसाइकिल चोर है और उसका कोई अपराधिक इतिहास नहीं है और उसने कभी भी कोई हथियार का इस्तेमाल भी नहीं किया है.
खामियां:
अगर पुलिस की थ्योरी को माना जाए तो फिर आखिर कैसे आरोपी ऋतुराज ने रुपेश पर ऑटोमेटिक पिस्तौल से ताबड़तोड़ फायरिंग की और 6 गोलियां उसके उसके शरीर में उतार दी, वह भी सब की सब दाहिने तरफ.
5. हत्यारे को रूपेश की नहीं थी पहचान
पुलिस का दावा:
एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने दावा किया है कि 12 जनवरी को रूपेश की हत्या करने से पहले 4 बार उसने रूपेश को मारने की कोशिश की मगर वह हर बार असफल रहा. पुलिस ने दावा किया है कि आरोपी ऋतुराज को रूपेश कुमार के पहचान के बारे में तब पता चला जब हत्या के अगले दिन उसने अखबार पढ़ा और रुपेश के बारे में जाना कि वह इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर था.
खामियां:
ऐसा कैसे संभव है कि हत्या से पहले 4 बार रुपेश की हत्या में असफल रहा आरोपी को रूपेश की पहचान के बारे में जानकारी नहीं थी? ऐसा कैसे संभव है कि ऋतुराज को यह जानकारी नहीं थी कि रूपेश कुमार इंडिगो एयरलाइंस में स्टेशन मैनेजर है?
6. हत्यारा पढ़ा-लिखा और अमीर परिवार से आता था
पुलिस का दावा:
पटना पुलिस का दावा है कि आरोपी ऋतुराज एक समृद्ध परिवार से आता था और उसके पिता की चार ईट भट्टे की फैक्ट्री थी. ऋतुराज के परिवार का पटना के रामकृष्ण नगर में एक बड़ा घर भी है. 2016 में बिहार लौटने से पहले ऋतुराज जयपुर से भूगोल में स्नातक की डिग्री हासिल कर बैंक में काम कर चुका है.
खामियां:
पढ़ा लिखा और समझदार व्यक्ति होने के बावजूद भी रोड रेज की घटना के बाद ऋतुराज को डेढ़ महीने तक यह जानकारी नहीं हुई कि रूपेश कुमार इंडिगो एयरलाइंस में स्टेशन मैनेजर है और एक ऊंचे पहुंच वाला व्यक्ति है. क्या ऋतुराज यह नहीं सोचता होगा कि रूपेश कुमार आखिर रोजाना यूनिफॉर्म पहनकर पटना एयरपोर्ट को जाता है?
7. दोपहर 3:00 से शाम 7:00 बजे तक ऋतुराज ने रूपेश का इंतजार क्यों किया
पुलिस का दावा:
पुलिस ने दावा किया है कि हत्या के दिन से पहले भी चार बार ऋतुराज ने रूपेश की हत्या करने की कोशिश की थी मगर हत्या के दिन वह दोपहर 3 बजे से ही राजवंशी नगर स्थित मंदिर के पास अपने तीन साथियों के साथ उसका इंतजार कर रहा था.
खामियां:
सवाल यह उठता है कि जब रुपेश की हत्या करने की कोशिश ऋतुराज ने 4 बार पहले भी की थी तो क्या उसे इस बात की जानकारी नहीं थी कि रूपेश रोजाना शाम 6 से 7 के बीच एयरपोर्ट से निकल कर अपने घर जाता है? आखिर क्यों हत्या के दिन वह 3 बजे से ही रूपेश का इंतजार कर रहा था?
8. आरोपी ऋतुराज और रुपेश की गाड़ी की टक्कर
पुलिस का दावा:
पुलिस ने दावा किया है कि 29 नवंबर को ऋतुराज की मोटरसाइकिल और रुपेश के गाड़ी की टक्कर हुई थी.
खामियां:
पुलिस ने दावा किया है कि तफ्तीश के दौरान उन लोगों ने 200 से भी ज्यादा सीसीटीवी फुटेज और 600gb से भी ज्यादा डाटा की पड़ताल की मगर पुलिस के पास ऐसा एक भी सीसीटीवी फुटेज नहीं है, जिसमें दोनों गाड़ियों की टक्कर हुई थी यह साबित हो सके.
9. आरोपी ऋतुराज अच्छे परिवार से आता था तो फिर मोटरसाइकिल चोरी क्यों ?
पुलिस का दावा:
पुलिस ने दावा किया है कि ऋतुराज एक मोटरसाइकिल चोर था और वह हर 10 दिनों पर अपनी मोटरसाइकिल बदल लिया करता था. पुलिस ने दावा किया है कि वह महीने में चार से पांच मोटरसाइकिल चुराया करता था.
खामियां:
ऋतुराज एक अच्छे परिवार से आता था और उसके पिता की चार ईट भट्टे की फैक्ट्री थी. परिवार का आरके नगर इलाके में एक बड़ा घर भी है. ऐसे में यह बात हजम नहीं होती है कि आखिर क्यों वह मोटरसाइकिल चोरी किया करता था?
10. ऋतुराज और रुपेश के बीच हाथापाई
पुलिस का दावा:
पुलिस ने दावा किया है कि 29 नवंबर को ऋतुराज और रुपेश की गाड़ी की टक्कर हुई थी जिसके बाद दोनों के बीच में हाथापाई हुई. आरोपी ऋतुराज ने भी कहा है कि गाड़ी की टक्कर होने के बाद रूपेश ने उसकी पिटाई की.
खामियां:
रूपेश कुमार सिंह की पत्नी नीतू सिंह ने दावा किया है कि 29 नवंबर को ऐसी घटना जरूर हुई थी मगर रुपेश की टक्कर मारने व्यक्ति के साथ हाथापाई या झड़प नहीं हुई थी. नीतू सिंह ने दावा किया है कि रुपेश गाड़ी को टक्कर मारने वाला व्यक्ति तुरंत वहां से फरार हो गया था.
11. मोटरसाइकिल या रुपेश की कार पर टक्कर के निशान नहीं
पुलिस ने दावा किया है कि 29 नवंबर को रूपेश की गाड़ी की टक्कर एक मोटरसाइकिल के साथ हुई थी.
खामियां:
अगर वाकई में रूपेश की गाड़ी की टक्कर किसी मोटरसाइकिल के साथ हुई थी तो फिर ऋतुराज के घर से बरामद मोटरसाइकिल और रुपेश की गाड़ी पर टक्कर के कोई निशान क्यों नहीं थे ?
पुलिस के द्वारा रुपेश हत्याकांड पर सुनाई गई रोड रेज वाली कहानी पर रुपेश के परिवार वालों को भरोसा नहीं है. रूपेश कुमार सिंह की पत्नी नीतू सिंह ने कहा “मेरे पति ने बताया था कि 29 नवंबर को उनकी गाड़ी को किसी ने पीछे से टक्कर मारी थी मगर वह जब तक गाड़ी से बाहर निकले तब तक टक्कर मारने वाला व्यक्ति वहां से भाग गया था. उस दिन मेरे पति की किसी के साथ कोई झड़प नहीं हुई. मुझे नहीं लगता है कि यह एक रोड रेज का मामला है”.