पहलवान सागर धनखड़ हत्याकांड के मुख्य आरोपी दो बार के ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार की छह दिन की पुलिस रिमांड आज खत्म हो रही है. दिल्ली पुलिस ने सुशील को दिल्ली की रोहिणी की कोर्ट में पेश किया. जहां सुनवाई के दौरान उसे फिर से चार दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया. हालांकि, सुशील के वकील ने इस रिमांड का विरोध किया है. बता दें कि सुशील कुमार पहलवान सागर की हत्याकांड के मुख्य आरोपी हैं.
4:50 PM: दिल्ली पुलिस को सुशील की चार दिन की रिमांड मिली. पुलिस 7 दिनों की रिमांड मांगी थी. रोहिणी कोर्ट ने पहलवान सुशील कुमार की 4 दिन की कस्टडी पुलिस को दे दी है. कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया कि हर 24 घंटे के भीतर एक बार सुशील कुमार का मेडिकल कराया जाएगा. सुशील कुमार के वकील पुलिस कस्टडी में उससे मिल सकते हैं.
4:00 PM: सुनवाई के दौरान सुशील कुमार के वकील प्रदीप राणा ने कहा कि लोकल पुलिस ने कैसे बिना कोर्ट की इजाज़त के क्राइम ब्रांच को सुशील की कस्टडी दे दी. पुलिस ने 6 दिन की कस्टडी में क्या किया कोर्ट को बताए. सोशल मीडिया पर चल रहा है कि पुलिस के पास वारदात का वीडियो है और मोबाइल है, ये वीडियो मीडिया को क्यों दिया गया. वकील प्रदीप राणा ने कहा कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है, ऐसे में पुलिस कस्टडी नहीं देनी चाहिए.
4:15 PM: सुशील कुमार के वकील ने आगे कहा कि बाकी आरोपी पहले ही पकड़े गए हैं, पहले उनके साथ बिठाकर सुशील के साथ पूछताछ करने से किसने रोका था. क्या सुशील कुमार की लाइसेंसी पिस्टल का प्रयोग इस वारदात में हुआ है, उसे क्यों सीज किया गया? क्या छत्रसाल स्टेडियम के लोगों को डीवीआर देने के लिए पुलिस ने कोई नोटिस दिया है. वो सुशील की संपत्ति नहीं है, सरकारी है! वकील ने कहा कि सुशील कुमार को आगे पुलिस कस्टडी में नहीं भेजा जाना चाहिए. इनके पास कस्टडी को कोई ग्राउंड नहीं है. मीडिया में पब्लिसिटी के लिए कस्टडी मांगी जा रही है.
सुशील के वकील ने ये भी कहा कि पुलिस को जो वीडियो मिला है उससे छेड़छाड़ हो सकती है, सीडी को प्रिजर्व किया जाए, उसमें कोर्ट के साइन हों.
4:30 PM: इस बीच दिल्ली पुलिस के वकील ने कहा कि पुलिस आरोपी पर कोई दवाब नहीं डालती, आरोपी पर निर्भर करता है कि वो जांच में किस तरह का सहयोग कर रहा है. दिल्ली पुलिस कमिश्नर को ये पूरा अधिकार है को किस यूनिट को जांच दें, या केस के जांच अधिकारी को कभी भी बदल सकते हैं. दिल्ली पुलिस के वकील ने कहा कि बचाव पक्ष के वकील ये ये तय नहीं कर सकते कि जांच कैसी हो.
सुशील सहयोग नहीं कर रहा- दिल्ली पुलिस
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में कहा है कि सुशील सहयोग नहीं कर रहा. मोबाइल फोन अभी रिकवर किया जाना बाकी है. अब तक इस मामले में आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. फरार लोगों की पहचान होनी अभी बाकी है. 7 वाहन अब तक सीज किए जा चुके हैं. दिल्ली पुलिस ने कहा कि सुशील के घर का डीवीआर भी बरामद किया जाना है. वारदात के समय जो कपड़े पहने थे, उन्हें भी बरामद करना है.
दिल्ली पुलिस ने सुशील को और रिमांड पर भेजे जाने को जरूरी बताया. सुशील के वकील ने पुलिस कस्टडी का विरोध किया. गौरतलब है कि देश में पहलवानी के आइ़डल रहे सुशील कुमार को 23 मई के दिन एक सहयोगी अजय कुमार के साथ दिल्ली पुलिस ने उस समय गिरफ्तार कर लिया था जब वह स्कूटी से कहीं जा रहा थे. दिल्ली पुलिस ने 28 मई को सागर की हत्या के मामले नौंवी गिरफ्तारी की थी. गिरफ्तार अभियुक्त ने यह स्वीकार किया कि वह उन लोगों में शामिल था जिन्होंने 4 और 5 मई की रात छत्रसाल स्टेडियम के पार्किंग एरिया में पहलवान सागर की पिटाई की थी.
जानकारी के मुताबिक क्राइम ब्रांच ने दिल्ली के टिकरी गांव से विजेंदर उर्फ बिंदर को गिरफ्तार किया है. बिंदर खुद भी पेशे से पहलवान है और यह स्वीकार किया है कि उसने मुख्य आरोपी सुशील कुमार के कहने पर सागर और उसके दोस्तों की पिटाई की थी. कहा जा रहा है कि सागर धनखड़ की हत्या के मामले में कुल 12 आरोपी हैं. इनमें से नौ को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है.
सागर की हत्या के मामले में अब भी तीन आरोपी फरार हैं. इनकी गिरफ्तारी के लिए दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम लगातार छापेमारी कर रही है. फरार आरोपियों के नाम प्रवीण, प्रदीप और विनोद प्रधान बताया जाता है. सागर हत्याकांड में जिस एसयूवी का उपयोग किया गया था, उस गाड़ी में विनोद की लाइसेंसी डबल बैरल गन मिली थी. आरोपियों की सूची में 11 के ही नाम हैं. वारदात के बाद पहले ही दिन गिरफ्तार सुशील कुमार का दोस्त प्रिंस इस मामले में सरकारी गवाह बन गया है.