श्रद्धा वालकर... एक हंसती खेलती बोल्ड लड़की, जो अपनी जिंदगी के हर लम्हे को जीना चाहती थी. प्यार, नफरत और मर्डर के जाल में ऐसी उलझी कि 35 टुकड़ों में बंट गई. आज हर टुकड़ा इंसाफ की गुहार लगा रहा है. श्रद्धा हत्याकांड का राज़ तमाम सवालों में दबा हुआ है. वो सवाल जो पिछले 15 दिन से पुलिस तलाशने की कोशिश कर रही है. आफताब के जवाब में उलझी पुलिस अंधेरी गलियों में सबूतों की खातिर खाक छान रही है. हर रोज मर्डर से लेकर अनगिनत खबरें नए तथ्य और खुलासे हो रहे है. लेकिन जांच को वैसी रफ्तार नहीं मिल रही है कि ये मुकम्मल हो पाए.
ये मर्डर मिस्ट्री तेज तर्रार दिल्ली पुलिस के लिए चुनौती बन गई है. हाल के सालों में शायद ही पुलिस को किसी केस पर इतनी मेहनत करनी पड़ी है. पांच राज्यों के कई शहरों में दिल्ली पुलिस की टीमें डेरा डाले हुए हैं. लेकिन शातिर आफताब को घेरने लायक सबूत उसको नहीं मिल रहे. सवालों के चक्रव्यूह से भी उसको नहीं घेरा जा सका है. शहर-शहर दिल्ली पुलिस की टीमें लगातार मेहनत कर रही हैं, ताकि इस मर्डर की हर गुत्थी को सुलझााया जा सके. हर सवाल का जवाब मिल सके. जंगल से लेकर समंदर तक में सबूत खंगाले जा रहे हैं. दर्जनों लोगों से सवाल हो रहे हैं.
श्रद्धा मर्डर केस की सबसे बड़ी जांच देश की राजधानी दिल्ली में हो रही है. जहां कई टीमें जुटी हैं. दिल्ली में शनिवार को ही कोर्ट में पेशी से पहले आफताब का दोबारा मेडिकल कराया गया. पुलिस की टीम 10 बजे उसको रोहिणी के अंबेडकर हॉस्पिटल लेकर गई. दिल्ली में पॉलीग्राफ टेस्ट के जरिये पुलिस ने आफताब की चौतरफा घेराबंदी की. तीन दिन तक लगातार पॉलीग्राफ टेस्ट में उससे सैकड़ों सवाल किए गए. अब सोमवार को आफ़ताब का नार्को टेस्ट हो सकता है. ये टेस्ट FSL रोहणी में हो सकता है. पॉलीग्राफ टेस्ट से जो सच सामने नहीं आया, वो नार्को से आ सकता है.
दिल्ली मे जो पॉलीग्राफ टेस्ट हुआ, उसमें आफताब शातिर निकला. कई सवालों पर वो चुप रहा तो कई को टाल गया. कुछ सवालों पर तो वो मुस्कुराता दिखा और कहीं तनाव में नहीं था. उसने फिल्म दृश्यम टू का भी जिक्र किया था.
पुलिस को अब इन पांच सबूतों की तलाश
-श्रद्धा के शव के सभी टुकडे
-आरी
-श्रद्धा का सिर
-उसका मोबाइल
-उसके कपड़े, जो कत्ल के वक्त पहन रखे थे
गुरुग्राम में दिल्ली पुलिस की मुहिम
दिल्ली के करीबी शहर गुरुग्राम में भी सबूत तलाशे जा रहे हैं. सूरजकुंड तक को खंगाला जा रहा है. आफताब के गुरुग्राम स्थित दफ्तर के आसपास के जंगलों को भी तलाशा जा रहा है. पुलिस का मानना है कि आफताब ने कुछ शव के टुकड़े गुरुग्राम में भी फेंके होंगे. सूरजकुंड में एक धड़ भी बरामद हुआ, जिसके बाद दिल्ली की महरौली पुलिस आनन फानन में वहां पहुंची.
मुंबई के समंदर की तलाशी
मुंबई में दिल्ली पुलिस की एक और खास पड़ताल चल रही है. यहां भयंदर की खाड़ी है, जहां नावों के जरिये पुलिस सबूत तलाश रही है. माना जा रहा कि श्रद्धा का मोबाइल आफताब ने यहीं फेंका था. कई बार समंदर की इस खाड़ी को पुलिस खंगाल चुकी है. लेकिन अब तक कामयाबी नहीं मिली है. इसके अलावा मुंबई में दिल्ली पुलिस की कई टीमें लगातार श्रद्धा केस के सबूत तलाश रही है. यहां पुलिस ने आफताब के दोस्तों से भी पूछताछ की.
कुल्लू में भी सबूतों की तलाश जारी
दिल्ली पुलिस की टीम हिमाचल के कुल्लू स्थित तोष गांव में भी पड़ताल कर रही है. मणिकर्ण के तोष गांव में गेस्ट हाउस मालिक से सवाल किए गए. जहां श्रद्धा और आफताब दिल्ली आने से पहले 6 अप्रैल को रुके थे. इसके सवा महीने बाद श्रद्धा का कत्ल हुआ था. पुलिस ने यहां से ऑनलाइन पेमेंट की रसीदे और दूसरे सबूत लिए.
ऋषिकेश की वादियों में है सबूत?
श्रद्धा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक रील शेयर की थी. ऋषिकेश में जिस जगह ये रील बनाई गई, वहां भी दिल्ली पुलिस पहुंची. पुलिस कुछ सुराग हासिल करने की कोशिश में कई बार उत्तराखंड के देहरादून शहर की खाक छान चुकी है. ये आखिरी रील श्रद्धा ने उत्तराखंड के करीब बनाई थी और इसको इंस्टाग्राम पर अपलोड किया था. इसमें आफताब नहीं दिख रहा है. इलाका है वशिष्ठ गुफा आश्रम. यहां भी पुलिस की टीम लोगों से पूछताछ कर चुकी है.
अब पुलिस की सारी उम्मीदें नार्को पर टिक गई हैं, जो सोमवार को होगा. नार्को में दवा के इंजेक्शन के असर से कोई शख्स सच नहीं छुपा सकता और माना जा रहा है कि एक इंजेक्शन आफताब से भी सच निकलवा लेगा.
गुरुवार को पॉलीग्राफी का पहला हिस्सा पूरा हुआ. एक्सपर्ट ने आफताब से केस से जुड़े अहम सवाल पूछे.
- श्रद्धा को क्यों मारा?
- किस हथियार से श्रद्धा को मारा?
-बॉडी को तुमने मैनुअली काटा या किसी और तरीके से?
- श्रद्धा के टुकड़े करते वक्त बिल्कुल भी तरस नहीं आया?
- श्रद्धा की बॉडी के टुकड़ों को कहां कहां फेंका?
- श्रद्धा को मारने के बाद तुमने क्या क्या किया?
-कत्ल वाला हथियार कहां हैं.
- श्रद्धा को दिल्ली मारने की प्लानिंग के तहत लाए?
- श्रद्दा की हत्या करने का पछतावा है?
लेकिन इसके बाद जो सवाल आफताब से पूछे गए, उसने पुलिस की हैरानी को बेहिसाब बढ़ा दिया.
-आफताब ने हिंदी में पूछे कुछ सवालों के अंग्रेजी में जवाब दिए
-उसने ज्यादातर सवालों के एक-दो लाइन में जवाब दिए
-कई सवालों पर वो बस मुस्कुराता रहा
-आफताब से पूछा गया-क्या तुमने दृश्यम फिल्म देखी
-तो उसका जवाब था- अब तो दृश्यम-टू आ गई
-कई सवालों के जवाब में उसने बस इतना कहा कि उसे याद नहीं
ये सारी चीजें एक बात तो पूरी तरह से साफ कर देती हैं कि आफताब बेहद शातिर बदमाशों जैसा रवैया दिखा रहा है. शायद वो मानसिक तौर पर इन तमाम चीजों के लिए पूरी तरह से तैयार नजर आ रहा है. ऐसे में एक सवाल उठ रहा है कि क्या अब भी आफताब पुलिस के साथ खेल रहा है.
(आजतक ब्यूरो)