दिल्ली में अपनी लिव इन पार्टनर श्रद्धा वॉल्कर की हत्या के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला ने तिहाड़ जेल में समय बिताने के लिए इंग्लिश की नॉवेल पढ़ने के लिए मांगी हैं. शनिवार को जेल सूत्रों ने बताया कि आफताब के अनुरोध पर तिहाड़ जेल अधिकारियों ने उसे 'द ग्रेट रेलवे बाजार' नॉवेल दी है. नॉवेल देने से पहले जेल अधिकारियों ने मंथन किया और फिर इस किताब को देने का निर्णय लिया है. अधिकारी चाहते थे कि ऐसी किताब देना चाहिए, जिससे आफताब किसी और को या खुद को नुकसान ना पहुंचाये या वो किताब क्राइम बेस्ड ना हो.
बता दें कि मुंबई निवासी आफताब (28) ने मई महीने में अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वॉल्कर की दिल्ली में गला घोंटकर हत्या कर दी थी. उसके बाद बॉडी को टुकड़ों में काटकर दक्षिण दिल्ली के महरौली में फेंक दिया था. आफताब ने श्रद्धा के शव के टुकड़ों को कई दिन तक रेफ्रिजरेटर में रखा था. बाद में श्रद्धा के परिजन की शिकायत पर आफताब पर शिकंजा कसा गया और पूरे मामले का खुलासा हो सका था.
तिहाड़ जेल के सूत्रों ने बताया कि आफताब ने जेल के अंदर पढ़ने के लिए एक अंग्रेजी उपन्यास के लिए पुलिस से अनुरोध किया था. दिलचस्प बात यह है कि दिल्ली पुलिस ने आफताब को अमेरिकी उपन्यासकार पॉल थेरॉक्स का यात्रा वृतांत 'The Great Railway Bazaar: By Train Through Asia’ किताब पढ़ने के लिए दी है. सूत्रों ने बताया कि जेल अधिकारियों ने उसे ये किताब इसलिए दी, क्योंकि ये अपराध पर आधारित नहीं है और इसमें ऐसा कोई कंटेंट नहीं है जिससे वह दूसरों को या खुद को नुकसान पहुंचा सकें.
जेल में अकेले खेलता है शतरंज
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि जेल में ज्यादातर समय आफताब शतरंज खेलता है. यहां वह पिछले कुछ दिन से अकेले ही शतरंज की चालें चलकर समय निकाल रहा है. सूत्रों का कहना है कि आफताब की सेल में दो और कैदियों के रहने की व्यवस्था है. जो अक्सर सेल में उपलब्ध बोर्ड पर शतरंज खेल खेलते हैं. आफताब अक्सर दो अन्य कैदियों के खेल को उत्सुकता से देखता है और जब भी उसे मौका मिलता है वह सफेद और काले दोनों मोहरे खेलता है. कभी-कभार दो साथी कैदियों के साथ झगड़े होते हैं.
सूत्रों ने ये भी बताया कि आफताब अकेले भी शतरंज खेलता है और वह खुद दोनों पक्षों की रणनीति बनाता है और अपनी चालें चलता है. सूत्रों का कहना है कि शातिर आफताब शतरंज का शौकीन है और वह अलग-अलग रणनीति तैयार करता है और बोर्ड को दोनों छोर से खेलता है.
आफताब पर नजर रखने के लिए सेल में दो और कैदी रखे
आफताब की सेल शेयर करने वाले दोनों विचाराधीन कैदी चोरी के एक मामले में आरोपी हैं. सूत्रों के मुताबिक उन्हें आफताब पर कड़ी नजर रखने के लिए कहा गया है. जेल सूत्रों ने यह भी बताया कि आफताब खुद के खिलाफ कोई योजना बना रहा है और दिल्ली पुलिस को शुरू से ही इस बात का शक है कि आफताब बहुत चालाक है. उसकी हर चाल एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा लगती है, जैसे कि वह शतरंज में भी दोनों सिरों से अकेला खेल रहा है.
पुलिस को आफताब के 'अच्छे' व्यवहार पर शक
इससे पहले न्यूज एजेंसी से बातचीत में मामले के जांचकर्ताओं में से एक ने कहा कि आफताब पुलिस की हर बात को स्वीकार कर रहा है. उसने अपना अपराध भी कबूल कर लिया है. पुलिस के साथ सहयोग किया और पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट के लिए राजी हो गया, लेकिन अब पुलिस को उसके 'अच्छे' व्यवहार पर शक होने लगा है. अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली पुलिस आफताब के 'अच्छे' व्यवहार के अलावा उसके 'पूर्वाभ्यास' वाले जवाबों पर भी शक कर रही है. आफताब का व्यवहार और अच्छा आचरण सवालों के घेरे में है. हर सवाल का एक ही जवाब कैसे हो सकता है? ऐसा लगता है कि आरोपी ने पहले ही जवाबों का पूर्वाभ्यास कर लिया है.
आफताब के ब्रेन मैपिंग टेस्ट पर विचार
हालांकि पूछताछ के दौरान आफताब ने कबूल किया कि उसने श्रद्धा के शरीर के टुकड़े-टुकड़े करने के लिए चाइनीज चॉपर का इस्तेमाल किया था. इसका पता लगाने के लिए दिल्ली पुलिस आफताब के दिमाग को पढ़ने के लिए ब्रेन मैपिंग कर सकती है. पुलिस ने कहा कि 'हम अभी डीएनए रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं, उसके बाद ही ब्रेन मैपिंग टेस्ट पर विचार किया जाएगा.
आफताब की सुरक्षा बढ़ाई गई
शुरुआत में आफताब मुंबई पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहा था. लेकिन, मामला दिल्ली पुलिस के अधिकार क्षेत्र में आने के बाद उसने अपना जुर्म कबूल करना शुरू कर दिया. पुलिस का कहना है कि हमें संदेह है कि यह उनकी शातिर योजना का हिस्सा है. जानकारी के अनुसार, जेल अधिकारियों ने आफताब पूनावाला के जेल क्वार्टर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है और उसके बैरक के बाहर एक अतिरिक्त गार्ड तैनात किया है. खासकर रोहणी इलाके में FLS लैब के बाहर जेल वैन पर हमले के बाद खासी सतर्कता बरती जा रही है.
हर किसी से नहीं घुलता-मिलता आफताब
तिहाड़ जेल प्रशासन ने यह भी कहा है कि जेल के अंदर आफताब पर खतरे को देखते हुए उसकी सेल के आसपास विशेष निगरानी रखी जा रही है. आफताब न तो किसी से ज्यादा बात करता है और न ही घुलता-मिलता है. जेल अधिकारियों के मुताबिक, आफताब समय पर खाता और सोता है, जैसे उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है. जेल सूत्रों ने कहा कि उसकी हरकत से ऐसा लगता है कि श्रद्धा वॉल्कर की हत्या भी उसकी शतरंज की रणनीति जैसी गहरी साजिश का हिस्सा थी. इससे पहले दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में कहा था कि आफताब गलत जानकारी दे रहा है और जांच को गुमराह कर रहा है.