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पंजाब, भारत के उत्तर-पश्चिम में पड़ता है. पाकिस्तान से सटा हुआ है. गुरु नानक देव ने यहीं सिख धर्म की स्थापना की थी. ये एक ऐसा राज्य है जहां सालाना पौने दो करोड़ टन गेहूं और सवा करोड़ टन चावल पैदा होता है. लेकिन ये वही राज्य है जहां बड़े-बड़े गैंगस्टर भी पैदा हुए. और इन गैंगस्टर्स में गैंगवॉर भी हुआ. अब फेमस सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद यहां की गैंग फिर से चर्चा में हैं.
पंजाब के गैंगवॉर की कहानी किसी हिंदी फिल्म से कम नहीं है. यहां ठीक वैसा ही गैंगवॉर चलता है, जैसे किसी फिल्म में हो. एक गैंग का आदमी दूसरी गैंग के आदमी को मारता है और फिर उसका बदला लेने के लिए दूसरी गैंग का आदमी पहली गैंग के आदमी को मारता है. सिलसिला ऐसा ही चलता रहता है और मौत पर मौत होती रहती हैं.
अब इसी गैंगवॉर ने पंजाबी सिंगर शुभदीप सिंह सिद्धू की जान ले ली. पुलिस ने भी हत्या की इस घटना को गैंग से जोड़कर बताया है. शुभदीप सिंह को सिद्धू मूसेवाला के नाम से जाना जाता है. लाखों लोग उन्हें फॉलो करते थे. उनकी हत्या ऐसे समय हुई, जब एक दिन पहले ही उनकी सुरक्षा वापस ली गई थी. सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई और उनके बड़े भाई गोल्डी बराड़ ने ली.
लॉरेंस बिश्नोई दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है. बताया जा रहा है कि तिहाड़ जेल से ही सिद्धू मूसेवाला की हत्या की प्लानिंग की गई. वहीं, गोल्डी बराड़ कनाडा में रहता है.
अब तक जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक सिद्धू मूसेवाला की हत्या विक्रम सिंह उर्फ विक्की मिद्दुखेड़ा की हत्या के बदले में की गई है. मिद्दुखेड़ा यूथ अकाली दल का नेता था, जिसकी हत्या 8 अगस्त 2021 को मोहाली में दिनदहाड़े कर दी गई थी. मिद्दुखेड़ा गैंगस्टर बिश्नोई का बेहद करीबी था. मिद्दुखेड़ा की हत्या में सिद्धू मूसेवाला के मैनेजर शगन प्रीत सिंह का नाम सामने आया था. लेकिन पुलिस उसे पकड़ पाती, उससे पहले ही वो ऑस्ट्रेलिया भाग गया.
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद पंजाब के गन कल्चर पर भी सवाल उठने शुरू हो गए हैं. पंजाबी सिंगर दलेर मेहंदी ने भी इंडिया टुडे से बातचीत में कहा था कि केंद्र सरकार और पंजाब सरकार को गानों की वर्डिंग्स पर ध्यान देने की जरूरत है. अगर गानों में ड्रग्स, गन, गैंग या महिलाओं के खिलाफ गलत शब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा है, तो ऐसे सिंगर्स को वॉर्निंग दी जाए और उन्हें रोका जाए.
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क्या मूसेवाला की हत्या गैंगवॉर की वजह से हुई?
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए दो गैंग के बीच की लड़ाई माना जा रही है. पंजाब में कई सारे गैंग एक्टिव हैं. इन्हीं में एक गैंग लॉरेंस बिश्नोई की है और दूसरी गैंग दविंदर बंबीहा की. 2016 में एक एनकाउंटर में दविंदर बंबीहा मारा गया था. लेकिन उसका गैंग अब भी चल रहा है. अर्मीनिया में बैठा लक्की पटियाला उसकी गैंग को चलाता है.
पिछले साल मोहाली में जब विक्की मिद्दुखेड़ा की हत्या हुई थी, तब बंबीहा गैंग ने ही इसकी जिम्मेदारी ली थी. उस समय बंबीहा गैंग ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि विक्की लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए काम करता है, इसलिए उसका कत्ल किया गया. बिश्नोई गैंग का दावा है कि विक्की की हत्या में शामिल शूटरों को मूसेवाला ने पनाह दी थी.
अब मूसेवाला की हत्या के बाद दविंदर बंबीहा ग्रुप ने भी बदला लेने की बात कही है. बंबीहा ग्रुप ने सोशल मीडिया पर लिखा कि मूसेवाला का किसी गैंगस्टर से कोई संबंध नहीं था. वो अपनी नॉर्मल लाइफ जी रहा था. फिर भी तुम उसे हमारे ग्रुप से जोड़ रहे हो तो हम भी उसकी मौत का बदला जरूर लेंगे.
पंजाब के डीजीपी वीके भावरा ने भी इस हत्या को आपसी रंजिश बताया है. उन्होंने बताया कि इस घटना की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य गोल्डी बराड़ ने ली है, जो अभी कनाडा में है. उन्होंने बताया कि फिलहाल ये मामला आपसी रंजिश का लग रहा है.
पंजाब में एक्टिव हैं गैंगस्टर्स!
पंजाब ऐसा राज्य है जहां गैंगस्टर्स काफी एक्टिव हैं. चाहे जेल में रहें या भारत के बाहर, पंजाब के अपराध में इनका दखल जरूर रहता है. रंगदारी, हत्या, किडनैपिंग... जैसे क्राइम ये कहीं से करवा भी सकते हैं. पंजाब में मुख्य रूप से चार गैंग काफी एक्टिव हैं.
1. जग्गू भगवनपुरिया गैंगः जसदीप सिंह उर्फ जग्गू भगवनपुरिया गैंग पंजाब में जाना-पहचाना नाम है. वो कई खिलाड़ियों और कबड्डी लवर्स के लिए यूथ आइकन है. उसे पंजाब का सुपारी किंग भी कहा जाता है. जग्गू गैंग पंजाब के माझा इलाके में सबसे ज्यादा एक्टिव है.
2. लॉरेंस बिश्नोई गैंगः पंजाब का जाना-माना अपराधी है और पंजाब यूनिवर्सिटी में छात्र नेता रह चुका है. अपने कारनामों की वजह से उसका जेल से आना-जाना भी लगा रहता है. उसके खिलाफ हत्या, रंगदारी, लूटपाट और आर्म्स एक्ट समेत कई धाराओं में राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में 25 से ज्यादा केस दर्ज हैं.
3. जयपाल भुल्लर गैंगः पंजाब के मोस्ट वॉन्टेड गैंगस्टर जयपाल भुल्लर और उसका करीबी साथी जस्सी खरार एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं. लेकिन उनके गुर्गे आज भी पंजाब में एक्टिव हैं. हाल ही में जयपाल भुल्लर के एक करीबी को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
4. दविंदर बंबीहा गैंगः पंजाब के सबसे खतरनाक गैंगस्टर्स में से एक दविंदर बंबीहा को भी एनकाउटर में मारा जा चुका है. लेकिन उसका गैंग आज भी पंजाब में एक्टिव है. हाल ही में दविंदर बंबीहा ग्रुप ने सोशल मीडिया पर पंजाबी सिंगर मनकिरत औलख को धमकाने की जिम्मेदारी ली थी.
जबरदस्त फैन फॉलोइंग, अंदाज भी अनोखा
पंजाब के इन गैंगस्टर्स की जबरदस्त फैन फॉलोइंग है. इनके सोशल मीडिया पर अपने पेज है. ये जेल से ही सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं. किसी की हत्या की बात हो या फिर किसी को धमकाना हो, ये गैंगस्टर्स सोशल मीडिया से ही खुलेआम धमकी देते हैं. शायद यही वजह है कि पंजाब में गैंगस्टर और गन कल्चर बढ़ता जा रहा है.
पंजाब में देश की महज 2 फीसदी आबादी रहती है, लेकिन यहां देश की 10 फीसदी बंदूकें हैं. गृह मंत्रालय के एक आंकड़ों के मुताबिक, 31 दिसंबर 2016 तक देशभर में 33.69 लाख से ज्यादा लाइसेंसी बंदूकें थीं. वहीं, जनवरी 2022 तक पंजाब में 3.90 लाख से ज्यादा लाइसेंसी बंदूकें हैं. अभी गैर-लाइसेंसी बंदूकों का तो कोई हिसाब-किताब ही नहीं है. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के मुताबिक, 2020 में पंजाब से 830 से ज्यादा गैर-लाइसेंसी बंदूकों को जब्त किया गया था.
पंजाब में गन कल्चर को बढ़ावा देने की जिम्मेदारी इन्हीं गैंगस्टर्स और सिंगर्स को भी जाता है. सिद्धू मूसेवाला भी अक्सर बंदूकों और राइफलों के साथ अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर किया करते रहते थे. पंजाब की आबादी 3 करोड़ के आसपास है और यहां हर एक हजार लोगों पर 13 बंदूकें हैं.
आंकड़ों के मुताबिक, पंजाब में 5 साल में साढ़े तीन हजार से ज्यादा हत्याएं हो चुकीं हैं. पंजाब पुलिस के अनुसार, 2021 में 724 मर्डर हुए थे. यानी, हर महीने औसतन 60 हत्याएं और हर दिन दो मर्डर.
बदला... बदला... और सिर्फ बदला....
गैंगस्टर्स के बीच बदला लेने की होड़ मची रहती है. पिछले 4 साल में गैंगवॉर में बदले की वजह से 8 हत्याएं हो चुकीं हैं. बदले की ये कहानी लवी दयौड़ा की मौत से शुरू हुई ती. दयौड़ा दविंदर बबीहा गैंग से जुड़ा था. उसकी हत्या लॉरकेंस बिश्नोई के शूटर संपत नेहरा और उसके साथियों ने कर दी थी.
इसके बाद लॉरेंस की गैंग के शार्प शूटर अंकित भादू का एनकाउंटर हो गया. लॉरेंस को शक था कि पुलिस को अंकित की मुखबरी बबीहा गैंग से जुड़े मनप्रीत मन्ना ने की थी. इसके बाद 12 दिसंबर 2019 को मालोट के एक मॉल के बाहर मन्ना की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई.
मन्ना की बत्या का बदला लेने के लिए बबीहा गैंग को अर्मीनिया से चला रहे लक्की पटियाला ने 10 अक्टूबर 2020 को गुरलाल बराड़ की हत्या करवा दी. गुरलाल बराड़ रिश्ते में कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़ का भाई लगता था.
इसके बाद गोल्डी बराड़ ने 22 अक्टूबर 2020 को बंबीहा ग्रुप का साथी होने के शक में रणजीत सिंह राणा की हत्या करवा दी. उसके बाद लॉरेंस गैंग ने कांग्रेस प्रधान गुरलाल पहलवान की हत्या करवा दी.
बाद में लक्की पटियाला ने 2021 में पहले लॉरेंस के करीबी माने जाने वाले विक्की मिद्दूखेड़ा की हत्या करवाई और फिर मार्च 2022 में जालंधर में इंटरनेशनल कबड्डी खिलाड़ी संदीप नंगल अंबिया की हत्या करवा दी. अब मिद्दुखेड़ा की हत्या का बदला लेने के लिए लॉरेंस गैंग ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या करवा दी.