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ड्रग्स कार्टेल, 3 किरदार और वो 5 सवाल जिनका सोनाली फोगाट केस में सीबीआई को करना होगा सामना

सोनाली फोगाट के मामले में सीबीआई जांच शुरू होने जा रही है. इस मामले को लेकर दावे तो कई हो गए हैं. गोवा पुलिस ने अपनी जांच से कई पहलू भी खोल दिए हैं, लेकिन साबित ज्यादा कुछ नहीं हो पाया है. ऐसे में सीबीआई के सामने सवाल भी हैं और कई राज भी. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, सब सुलझता चला जाएगा.

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सोनाली फोगाट
सोनाली फोगाट

सोनाली फोगाट की मौत का मामला उलझता जा रहा है. जिस मामले की शुरुआत हार्ट अटैक वाली थ्योरी से हुई थी, बाद में ड्रग्स एंगल ने पूरे केस को ही पलटकर रख दिया. दावा किया गया कि सोनाली फोगोट को 1.5 ग्राम एमडीएम दिया गया. जांच आगे बढ़ी तो गोवा पुलिस ने सोनाली के ही पीए सुधीर सांगवान, उसके दोस्त सुखविंदर को गिरफ्तार किया. लंबी पूछताछ भी की गई, ड्रग्स को लेकर कबूलनामा भी हुआ लेकिन सोनाली को मारने का मोटिव स्पष्ट नहीं हो पाया. ऐसे में कई दिनों बाद ये मामला अब सीबीआई के पास पहुंच चुका है. गोवा पुलिस की जांच, उनको मिले सबूत तो सीबीआई के लिए आगे की जांच का आधार बनेंगे ही, साथ ही साथ कई ऐसे सवाल भी हैं जिसके जवाब ढूंढना अभी बाकी हैं

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सवाल नंबर 1- सोनाली फोगाट की हत्या हुई या फिर एक हादसा?

अब ये सवाल जितना सीधा और स्पष्ट है, गोवा पुलिस को इसका जवाब मिलना उतना ही मुश्किल रहा. 23 अगस्त को सोनाली फोगाट की गोवा में रहस्यमयी हालत में मौत हुई थी. शुरुआती जांच के बाद गोवा पुलिस ने अपने पहले बयान में मौत का कारण हार्ट अटैक बता दिया था. लेकिन फिर जब सोनाली का पोस्टमार्टम किया गया, हार्ट अटैक वाली थ्योरी सिरे से खारिज हो गई. रिपोर्ट में बताया गया कि सोनाली के शरीर पर चोट के कई निशान रहे. बाद में गोवा पुलिस ने भी अपनी जांच के आधार पर कहा कि सोनाली को कर्लीज क्लब में ड्रग्स दिए गए थे. पुलिस ने अपने आधार को और ज्यादा पुख्ता करने के लिए सुधीर सांगवान और उसके दोस्त सुखविंदर को गिरफ्तार भी किया. पूछताछ में खुलासा हुआ कि सोनाली को 1.5 ग्राम एमडीएम दिया गया. 

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अब ये तमाम सबूत शक जरूर सुधीर और सुखविंदर को लेकर जगाते हैं, लेकिन पुलिस अभी तक कुछ भी साबित नहीं कर पाई है. ये भी साफ नहीं है कि आखिर सोनाली को जबरदस्ती ड्रग्स क्यों दिए गए थे? वहीं जो उनके शरीर पर चोट के कई निशान मिले, उसका क्या राज रहा, ये अभी तक साफ नहीं है. गोवा पुलिस जरूर कह रही है कि सोनाली के शरीर पर जो निशान मिले हैं, वो दरअसल सोनाली को रिसॉर्ट से अस्पताल पहुंचाते वक्त उसे उठाने और बिठाने के दौरान लगे थे. ऐसे में ये अनसुलझी पहेली अब सीबीआई के पास पहुंची है जिन्हें ये पता लगाना होगा कि सोनाली की हत्या हुई या फिर ये सब महज एक हादसा था?

सवाल नंबर 2- सोनाली के ड्राइवर के दावों में कितना दम?

इस पूरे मामले में सुधीर सांगवान पर सबसे ज्यादा शक करने का आधार सोनाली फोगाट का ड्राइवर उम्मेद सिंह बना है. उसने जो खुलासे किए हैं, अगर उन्हें साच मान लिया जाए तो ये स्पष्ट था कि सोनाली फोगाट के हर मामले में सुधीर सांगवान का दखल था. सोनाली की संपत्ति, उसकी गाड़ी पर भी पैनी नजर थी. उम्मेद सिंह के मुताबिक सोनाली के पास चार महंगी कारें हुआ करती थीं, लेकिन उसके नाम एक भी गाड़ी नहीं थी. सोनाली जिस एक गाड़ी से चलती थी वो दरअसल सुधीर सांगवान के नाम थी, जबकि बाकी की तीन गाड़ियां किसी और के नाम थी. ड्राइवर के मुताबिक मर्सिडीज कार पर 13 से 15 लाख तक का लोन था और फाइनेंस करने वाली कंपनी के फोन लगातार आते थे, जिन्हें सुधीर टालता रहता था. असल में मर्सिडीज का एक्सीडेंट हुआ था और वो गाड़ी फॉर्महाउस से हटाकर किसी एजेंसी में खड़ी कर दी गई थी ताकि उसे छुपाया जा सके.

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ड्राइवर ने ही ये भी दावा किया कि सोनाली के पास अपनी बेटी की स्कूल फीस देने तक के पैसे नहीं थे. जो चेक दिए भी गए थे, वो सभी बाउंस हो चुके थे. इस वजह से सोनाली की कई मौकों पर सुधीर संग तकरार भी हुई थी. इसके अलावा सोनाली की कुछ गाड़ियां, फर्नीचर भी गायब थे. ड्राइवर की मानें तो वो सब भी सुधीर ही लेकर गया था. अब जितने बड़े ये खुलासे हुए हैं, उन्हें साबित करना या सुधीर से उनका कबूलनामा करवाना उतना ही मुश्किल है. अब जब सीबीआई इस मामले की जांच करने जा रही है तो उम्मेद सिंह की इन दलीलों को भी जरूर जांच में शामिल किया जाएगा.

सवाल नंबर 3- सोनाली को सुधीर पर विश्वास था या ब्लैकमेल?

इस पूरे मामले में सोनाली और सुधीर का रिश्ता भी विवाद का विषय चल रहा है. इस पूरे एंगल को दो नजरिए से देखा जा रहा है. एक तो ये कि सही मायनों में दोनों सोनाली और सुधीर एक दूसरे के करीब थे और इसी वजह से सुधीर की इतनी दखलअंदाजी थी. दूसरा पहलू ये है कि सुधीर सांगवान, सोनाली को ब्लैकमेल कर रहा था. गोवा पुलिस को दूसरे पहलू पर ज्यादा भरोसा है क्योंकि सोनाली के भाई रिंकू ने जो FIR दर्ज करवाई है उसमें दावा किया गया है कि सुधीर ने सोनाली का रेप किया था. सोनाली को नशीले पदार्थ भी दिए गए थे. इसके अलावा सोनाली के तमाम पैसों की लेनदेन का काम भी ये सुधीर ही संभाल रहा था. इसकी पुष्टि फिल्म डायरेक्टर अकरम अंसारी के बयान से हुई है. 

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अकरम के मुताबिक जब सोनाली की मौत से 20 दिन पहले किसी इवेंट के लिए उसने फोन किया था, तो सुधीर ने बिना सोनाली से पूछे ही हामी भर दी थी. ये तक कहा गया था कि सोनाली के सारे फैसले वो खुद लेता है. लेकिन बड़ी बात ये है कि सोनाली ने खुद बाद में अकरम को फोन कर कहा था कि सुधीर को कोई भी पेमेंट नहीं करनी है. क्योंकि सुधीर ऐसा शख्स है जो मेरी मेहनत के पैसे भी मुझे नहीं देता है. अब सीबीआई को ये राज खोलना पड़ेगा कि सोनाली को सही में ब्लैकमेल किया जा रहा था या फिर सिर्फ सुधीर पर जरूरत से ज्यादा विश्वास था?

सवाल नंबर 4- सोनाली के परिवार को 'बड़े लोगों' पर शक, कौन हैं ये?

अब सोनाली का परिवार इस पूरे मामले में सुधीर सांगवान का नाम तो लगातार ले ही रहा है, लेकिन साथ ही साथ राजनीतिक साजिश वाली बात भी कर रहा है. दावा किया जा रहा है कि सोनाली की मौत के पीछे 'बड़े लोगों' का हाथ है. लेकिन ये बड़े लोग कौन हैं, अभी तक सामने नहीं आया है. परिवार ने अपनी तरफ से किसी का नाम नहीं लिया है. लेकिन इन्हीं बड़े लोगों वाले दावे के साथ परिवार ने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी. ऐसे में सोनाली के मामले में कितने और किरदार सामने आ सकते हैं, ये पता करना भी सीबीआई के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है.

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सवाल नंबर 5- मौत से पहले दो घंटे सोनाली-सुधीर साथ, क्या हुआ?

सोनाली फोगाट का मौत से ठीक पहले का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया था. वो फुटेज उसी कर्लीज क्लब का था जहां पर सोनाली ने सुधीर और उसके दोस्त सुखविंदर के साथ पार्टी की थी. फुटेज में साफ दिख रहा था कि सोनाली चलने की हालत में भी नहीं थीं. उनके पैर लड़खड़ा रहे थे और वे सुधीर का सहारा लेकर जा रही थीं. बाद में  कैमरे के फेम से बाहर निकलते ही सुधीर सोनाली को लेकर सीधा बाथरूम चला गया. इसके बाद अगले दो घंटे तक सोनाली और सुधीर बाथरूम में रहे. सवाल ये कि सुधीर बाथरूम में दो घंटे तक क्या कर रहा था? जो कुछ कैमरे ने देखा और जो कुछ पुलिस ने समझा के मुताबिक सोनाली की तबीयत सुबह साढ़े चार बजे के आस-पास ही बिगड़ी थी. ऐसे में उन दो घटों का राज भी सीबीआई को ही खोजना पड़ेगा क्योंकि गोवा पुलिस इस मामले में ज्यादा जानकारी नहीं दे पाई है.

ड्रग्स थ्योरी...बड़े दावे और साबित करने के लिए काफी कुछ

अब इन सवालों का जवाब तो सीबीआई तलाशेगी ही, इसके साथ-साथ गोवा में उस ड्रग्स कार्टेल की भी गुत्थी सुलझानी है जिसका सीधा कनेक्शन सोनाली फोगाट के साथ जुड़ा रहा है. असल में इस मामले में गोवा पुलिस ने कर्लीज क्लब के मालिक को भी गिरफ्तार किया था. वहां के वेटर दत्ता प्रसाद को भी पुलिस अपने साथ ले गई थी. पूछताछ में कार्लीज क्लब के मालिक ने यह कबूल किया था कि उसकी रजामंदी से ही क्लब में ड्रग्स का इस्तेमाल किया जा रहा था. बड़ी बात ये है कि कर्लीज के बाहर एक बोर्ड लगा है, उस पर लिखा है No Drugs Allowed. वैसे गोवा की अर्जुन पंचायत के सरपंच रहे पैट्रिक सावियो अलमीडा भी दावा कर चुके हैं कि कर्लीज क्लब में खूब ड्रग्स चल रहे हैं. कर्लीज क्लब के सभी वेटर भी ड्रग्स बेचते हैं. इन दावों के अलावा पुलिस को भी कर्लीज के बाथरूम में बड़ी मात्रा में ड्रग्स मिला था जिसे लेकर दावा हुआ कि सुधीर ने इसे छिपाया. ऐसे में इस सवाल की गुत्थी भी सीबीआई को सुलझानी पड़ेगी क्योंकि तभी ये स्पष्ट हो पाएगा कि सोनाली को ड्रग्स ओवरडोज हुआ था या नहीं?

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तीन किरदारों के बीच सिमटता मामला

अभी के लिए ये मामला तीन किरदारों के इर्द-गिर्द ही घूमता दिख रहा है. एक सोनाली फोगाट जिनकी मौत हो गईं, दूसरा उनका पीए सुधीर सांगवान और तीसरा उसका दोस्त सुखविंदर. एक और किरदार को इसमें जोड़ा जा सकता है- कर्लीज का मालिक क्योंकि ड्रग्स थ्योरी पर उससे और भी कई सवाल अभी दागे जा सकते हैं. लेकिन मोटा-मोटा ये मामला इतने हफ्तों बाद भी सुधीर और सुखविंदर तक ही सीमित हो रहा है. एंगल कई निकल रहे हैं, लेकिन शक इन दोनों पर ही जा रहा है. मोटिव स्पष्ट नहीं हो पा रहा है, इसी वजह से कुछ भी पुख्ता तौर पर नहीं कहा जा रहा. अभी तक सोनाली की विसरा रिपोर्ट भी सामने नहीं आई है जिसके दम पर कहा जा सके कि उन्हें ड्रग्स ओवरडोज दिया गया. ऐसे में दावे कई हैं, शक की सुई भी कई पर घूम रही है, लेकिन साबित कुछ नहीं हो पा रहा है. सीबीआई को अब सिर्फ इस 'साबित' वाले पहलू पर काम कर सोनाली फोगाट मामले को इसके असल अंजाम तक पहुंचाना है.
 

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