दिल्ली के एक बड़े कारोबारी के घर में बेटी की शादी से ठीक पहले एक खत आया. कोई शख्स वो खत लेकर आया और कारोबारी के बंगले पर तैनात गार्ड को देकर चला गया. साथ ही उसे हिदायत भी दी कि खत अपने मालिक को जल्द से जल्द पहुंचा देना. इसके बाद वो शख्स तेजी के साथ वहां से चला गया. गार्ड ने खत को फौरन अपने मालिक तक पहुंचाया. जैसे ही कारोबारी ने वो खत खोला उनके होश उड़ गए. आखिर क्या लिखा था उस खत में? कौन सा राज दफ्न था उस कागज़ के पन्ने पर? चलिए आपको बताते हैं ये पूरी कहानी.
26 अक्टूबर 2023
यही वो दिन था, जब एक अनजान शख्स साउध दिल्ली के एक बड़े कारोबारी के बंगले पर पहुंचा और वहां तैनात गनमैन को खत सौंपते हुए कहा कि इस खत को अपने मालिक तक ज़रूर पहुंचा देना. इससे पहले वो गनमैन कुछ समझ पाता वो शख्स वहां से निकल गया. वो इतनी जल्दी में था, जैसे कोई उसके पीछे पड़ा हो. खैर गनमैन ने बिना देर किए वो खत बंगले में मौजूद कारोबारी तक पहुंचा दिया.
खत पढ़कर उड़ गए होश
कारोबारी ने उस खत को खोला और ध्यान से पढ़ा तो उनके होश फाख्ता हो गए. उनके चेहरे पर हवाईयां उड़ने लगी. उनकी आंखों में खौफ साफ देखा जा सकता था. कारोबारी समझ नहीं पा रहा था कि आखिर उसके साथ ये क्या हो गया. दरअसल, 28 अक्टूबर को उस कारोबारी की बेटी की शादी थी. उस खत में शादी का भी जिक्र था.
धमकी देकर मांगे गए थे 10 लाख
असल में वो खत कोई आम खत नहीं था, बल्कि उस खत में कारोबारी को धमकी दी गई थी कि अगर उसने आरोपी को 10 लाख रुपये नहीं दिए तो उनकी बेटी की शादी को मातम में बदल दिया जाएगा. आरोपी ने धमकी भरे में खत में लिखा था कि उसे पैसे देने की सहमति के तौर पर वो घर की चारदीवारी पर 'हां' लिख दे. जिसका मतलब था कि वो पैसे देने के लिए तैयार है.
सलाह के बाद पुलिस से की शिकायत
ये बात पढ़कर कारोबारी और उनके परिवार का परेशान होना लाजमी था. वो समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर अब किया क्या जाए? शुरुआत में कारोबारी के परिवार ने इस बारे में किसी को नहीं बताया. लेकिन बाद में उन्होंने अपने रिश्तेदारों से सलाह ली और स्थानीय पुलिस से संपर्क किया.
पुलिस ने लिया गन मैन का बयान
सीआर पार्क पुलिस थाने के स्टेशन हाउस ऑफिसर (SHO) ने इस मामले को गंभीरता से लिया और उनके नेतृत्व में एक टीम बनाई गई. जिसे इस मामले को सुलझाने का काम सौंपा गया. सबसे पहले पुलिस ने कारोबारी के बंगले पर जाकर छानबीन की. और उनके गनमैन यानी सुरक्षा गार्ड का बयान दर्ज किया. इसके बाद सबसे अहम काम था इलाके में लगे तमाम सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को स्कैन करना.
सीसीटीवी में कैद थी आरोपी की बाइक
तो पुलिस ने दूसरा सबसे अहम काम ये किया कि उस इलाके में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली. इसी दौरान पुलिस को एक बड़ा सुराग मिला. दरअसल, जो आरोपी गन मैन को खत देने के लिए आया था, वो एक बाइक पर सवार था. वो बाइक और उसका नंबर सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया था. लिहाजा पुलिस ने सबसे पहले आरोपी की मोटरसाइकिल को ट्रेस किया.
27 अक्टूबर 2023
पुलिस ने मोटरसाइकिल का रजिस्ट्रेशन नंबर तलाश किया और फिर पुलिस एक आरोपी तक जा पहुंची. और उसकी निशानदेही पर पुलिस ने इस पूरे मामले के 34 वर्षीय मास्टरमाइंड को भी गिरफ्तार कर लिया. इस तरह से कुछ ही घंटों के भीतर पुलिस टीम इस मामले को सुलझाने में कामयाब रही. पुलिस के मुताबिक, आरोपियों की पहचान दक्षिणी दिल्ली के संगम विहार निवासी पुष्पेंद्र कुमार और दीपक के रूप में हुई.
काम से निकाला गया था पुष्पेंद्र
असल में व्यवसायी की बेटी की शादी को मातम में बदलने की धमकी देकर 10 लाख रुपये की मांग करने वाला पुष्पेंद्र कोई और नहीं बल्कि कारोबारी का पुराना ड्राइवर था. जिसे कुछ वक्त पहले ही काम से निकाल दिया गया था. एक पुलिस अधिकारी ने बताया, 'कुछ दिन पहले पुष्पेंद्र कुमार को व्यवसायी ने ड्राइवर के रूप में काम पर रखा था. लेकिन उनके परिवार को उसका काम पसंद नहीं था, इसलिए उसे नौकरी से निकाल दिया गया था.
दीपक के साथ मिलकर पुष्पेंद्र ने रची थी साजिश
पुलिस के अनुसार, काम से निकाले जाने पर पुष्पेंद्र कुमार बेहद गुस्से में था. इसी दौरान उसने उस कारोबारी से बदला लेने का फैसला कर लिया. उसने अपने पड़ोसी दीपक के साथ मिलकर इस पूरी साजिश को अंजाम तक पहुंचाया. दीपक पेशे से प्लंबर है और वो पुष्पेंद्र के पड़ोस में ही रहता है. अब दोनों आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है.