रिया तो ख़ैर ड्रग्स के केस में जेल चली गई. लेकिन रिया को लेकर एनसीबी से जो ख़बर बाहर निकली, उसने मुंबई के और ख़ास कर बॉलीवुड के अच्छे-अच्छों के होश उड़ा दिए हैं. कल तक जो लोग हाई प्रोफाइल रेव पार्टीज़ में बिंदास कोकीन खींचते थे या फिर मारिजुआना के छल्ले उड़ाया करते थे. आज आनेवाले कल की फिक्र में उनके पसीने छूट रहे हैं. असल में रिया ने 25 ऐसे बॉलीवुड सेलिब्रिटीज़ के नाम लिए हैं, जिनका ताल्लुक ड्रग्स यानी नशे की दुनिया से है.
एनसीबी सूत्रों की मानें तो इस सिलसिले में जो दो एफआईआर दर्ज की गई हैं, उनमें सेलिब्रिटीज़ वाली एफआईआर पर तो अभी कार्रवाई होनी बाकी है. चलिए एक बार आपको शुरू से बताते हैं कि ये पूरा मामला है क्या. पहले 14 जून को सुशांत की मौत हो गई. बाद में इसमें मर्डर का एंगल आ गया. फिर इस एंगल में ड्रग्स की एंट्री हो गई. फिर नशे के 'शौकीनों' की चैट सामने आई. छानबीन में बॉलीवुड से जुड़े तार का खुलासा हुआ. फिल्म और नशे का 'दरबार' का राज खुला और अब ये बात दूर तलक जाएगी.
जी इस बात की शुरुआत हो भी चुकी है. नशे के धागों में उलझे इस केस को सुलझाते-सुलझाते नॉर्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के हाथ वो सिरा लग गया है, जो बॉलीवुड के कई नामचीनों की खाल से चिपका हुआ है और इन शौकीनों की फेहरिस्त इस कदर लंबी है कि अगर इनके नामों से पर्दा उठता गया तो यकीन जानिए आधे से ज़्यादा बॉलीवुड बेलिबास हो जाएगा. क्योंकि सुशांत की गर्लफ्रेंड और सुशांत की मौत की सबसे बड़ी आरोपी रिया ने जो बयान एनसीबी को दिया है, वो एक दो नहीं बल्कि बॉलीवुड के कुल 25 शौकीन सेलिब्रिटीज़ की ज़िंदगी को चौराहे पर ला सकता है.
ऐसा कहा जाता है कि ये वो हैं जो ऐसी रेव पार्टीज़ में मुसलसल अपनी मौजूदी दर्ज कराते रहते हैं. किक और खुमार के तलबगार हैं. ज़ाहिर है रिया के बाद अब इनका भी नंबर आएगा और ये मामला अभी दूर तलक जाएगा. इस मामले की शुरुआत तब हुई, जब ईडी के खुलासों के बाद नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने रिया के ड्रग्स कनेक्शन की जांच शुरू की.
इसके लिए एनसीबी ने सबसे पहले 26 अगस्त को एनडीपीएस एक्ट की धारा 20बी, 28 और 29 के तहत एक एफआईआर दर्ज की. एफआईआर नंबर 15/2020 था. आनन-फ़ानन में मामले की जांच आगे बढ़ाने के लिए एसीबी के चीफ राकेश अस्थाना ने अपने तेज़ तर्रार अफ़सरों की एक स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम बनाई, जो मुंबई में इस मामले की जांच करने पहुंची. मगर, इस पूरे एपिसोड की सबसे ख़ास बात ये रही कि एनसीबी ने ईडी की ओर से रिट्रीव किए गए रिया और शौविक के ड्रग चैट के बदले सीधे दोनों को गिरफ्तार नहीं किया, बल्कि एनसीबी ने रिवर्स इनवेस्टिगेशन का रास्ता चुना.
प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अफसरों ने कुछ ड्रग पेडलरों का पता लगाया. फिर करन अरोड़ा और अब्बास नामक दो पेडलरों की गिरफ्तारी हुई. इसी के साथ एनसीबी ने इस मामले में दूसरी एफआईआर दर्ज की. एफआईआर नंबर 16/2020 था. इसी एफआईआर के तहत पहले पकड़े गए दो ड्रग पेडलरों की निशानदेही पर एनसीबी ने ज़ैद विलतारा और बासित परिहार नाम के दो और ड्रग पेडलर्स को धर दबोचा.
अब एनसीबी चक्रवर्ती भाई-बहन के काफी क़रीब पहुंच चुकी थी. क्योंकि जैद और बासित दोनों ना सिर्फ़ शौविक और रिया को जानते थे, बल्कि उन्हें ड्रग्स सप्लाई करते थे. ज़ैद का तो रिया और शौविक के घर भी आना जाना था. दोनों ने पूछताछ में ना सिर्फ़ ये बातें कबूल की, बल्कि ये भी बताया कि शौविक और रिया ने कई बार सुशांत सिंह राजपूत के लिए ड्रग्स मंगवाए थे. यहां तक कि सुशांत के हाउस मैनेजर सैमुअल मिरांडा ने भी शौविक, रिया और सुशांत के कहने पर उनसे ड्रग्स खरीदे थे.
ये कबूलनामा दोनों भाई बहन को कानून के शिकंजे में जकड़ने के लिए काफ़ी था. इसी कबूलनामे की बिनाह पर पहले एनसीबी ने शौविक और मिरांडा को और भी कई और पेडलर्स के साथ-साथ रिया चक्रवर्ती को भी गिरफ्तार कर लिया. इस तरह एनसीबी ने अब तक इस सिलसिले में कुल दस लोगों को पकड़ा है. लेकिन ये तो इस मामले का सिर्फ़ एक पहलू है. एक पहलू यानी एक एफआईआर की कहानी. एफआईआर नंबर 16/2020 की.
लेकिन अभी इस एपिसोड की असली कहानी तो बाक़ी है और वो कहानी सामने आने वाली है. इस मामले में दर्ज की गई एनसीबी की पहली एफआईआर के रास्ते से. असल में रिया के ड्रग्स कनेक्शन की जांच करने के इरादे से एनसीबी ने जो पहली एफआईआर यानी एफआईआर नंबर 15/2020 दर्ज की थी, उसकी तफ्तीश तो अभी आगे बढ़नी बाकी है. सूत्रों की मानें तो उसी एफआईआर के तहत हुई पूछताछ में रिया ने ना सिर्फ़ खुद भी हशीश, गांजा और विड लेने की बात कबूल की है, बल्कि 25 ऐसे बॉलीवुड सेलिब्रिटीज़ के नाम भी लिए हैं, जो नशे के छल्ले उड़ाने के शौकीन हैं.
फिलहाल एनसीबी ने सामने आए इन नशीले नामों की जो फेहरिस्त तैयार की है, उसे तीन हिस्सों में बांटा गया है. ए, बी और सी. इसमें कोई सिर्फ़ शौकीन है, कोई शौक रखने के साथ-साथ शौक बेचता भी है. तो कोई नशे के धंधेबाज़ों से जुड़ा भी है. लेकिन एनसीबी की मानें तो इस बार सबका नंबर आना है. यानी जब एनसीबी की दूसरी एफआईआर पर कार्रवाई शुरू होगी, तो मंजर-ए-आम देखने वाला होगा.