टेरर मॉड्यूल (Terror Module case) के भंडाफोड़ के बाद अब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा नई-नई जानकारियां सामने आ रही हैं. पुलिस अबतक 6 संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार कर चुकी है वहीं कुछ लोगों से पूछताछ भी हुई है. इसके साथ-साथ दिल्ली पुलिस, ATS को अब हुमैद-उर-रहमान की तलाश है. वह पकड़े गए संदिग्ध ओसामा का चाचा है. आशंका यह भी है कि वह देश छोड़कर भाग गया है.
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और अंडरवर्ल्ड समर्थित एक टेरर मॉड्यूल का पर्दाफाश किया था. इसमें कुल 6 लोग गिरफ्तार किए गए थे, जिसमें कथित रूप से पाकिस्तान की ISI द्वारा ट्रेनिंग पाने वाले दो लोग भी शामिल थे.
आरोपियों की पहचान जान मोहम्मद शेख (47) उर्फ 'समीर', ओसामा (22), मूलचंद (47), जीशान कमर (28), मोहम्मद अबू बकर (23) और मोहम्मद आमिर जावेद (31) के रूप में हुई थी. इनको दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में छापेमारी के बाद पकड़ा गया था. फिलहाल सभी को 14 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है.
अब हुमैद-उर-रहमान की तलाश
न्यूज एजेंसी PTI की खबर के मुताबिक, पुलिस को फिलहाल हुमैद-उर-रहमान की तलाश है. वह यूपी के प्रयागराज का रहने वाला है. उसे ओसामा का चाचा बताया गया है. दूसरी तरफ इस पूरी आतंकी साजिश का मास्टरमाइंड ओसामा के ही पिता उसैदुर को बताया जा रहा है. आजतक को मिली जानकारी के मुताबिक ओसामा का पिता अभी दुबई में है मौजूद है और वहां पर मदरसा चलाता है.
ओसामा और जीशान वे संदिग्ध हैं जिन्होंने पाकिस्तान में ट्रेनिंग ली थी. ओसामा प्रयागराज की ही एक यूनिवर्सिटी से बीए (थर्ड ईयर) कर रहा है. वहीं जीशान कमर लखनऊ का रहने वाला है और अकाउंटेंट का काम करता है.जानकारी के मुताबिक, ओसामा के साथ-साथ रहमान जीशान के भी संपर्क में था.
शुरुआत में जीशान अपने बिजनेस से जुड़े काम के बारे में हुमैद से बात करता था. इसके बाद हुमैद ने ही कथित रूप से उन्हें कट्टरवाद की तरफ बढ़ाया. उसने ही जीशान और ओसामा को पाकिस्तान भेजने में भी मदद की थी.
पुलिस के मुताबिक, ये तीनों लोग मोबाइल फोन पर कम से कम बात करते थे और हमेशा आमने-सामने मिलकर ही प्लान पर बातचीत करते थे. अगर ये लोग वॉट्सऐप पर एक दूसरे को मेसेज भेजते भी थे, तो उसे जल्द से जल्द डिलीट कर दिया करते थे.
10 साल से दाउद के भाई से संपर्क में था मोहम्मद शेख
संदिग्ध आतंकी मोहम्मद शेख उर्फ 'समीर' पिछले करीब 10 साल से अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम के भाई अनीस इब्राहिम के टच में था. वह फोन में कौन से सॉफ्टवेयर्स की मदद से बॉर्डर पार से ऑर्डर लेता था, इसकी जांच जारी है. उसका फोन जब्त करके फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है.