क्राइम ब्रांच की टीम ने गैंगस्टर नीरज बवाना गिरोह के शार्प शूटर 26 वर्षीय नवीन काला और 28 वर्षीय अश्विनी सोनू को गिरफ्तार किया है. दोनों झज्जर हरियाणा के रहने वाले हैं. शार्प शूटर नवीन काला और अश्विनी सोनू दोनों नामी अपराधी हैं और गैंगस्टर नीरज बवाना गिरोह के एक्टिव मेंबर हैं. पुलिस को नवीन के पास से 7.65 एमएम कैलिबर के तीन जिंदा कारतूस और 315 बोर का एक देसी कट्टा, दो जिंदा कारतूस के साथ 7.65 कैलिबर की एक पिस्टल बरामद की गई है.
वहीं अश्वनी सोनू के पास से 7.65 एमएम कैलिबर के तीन जिंदा कारतूस के साथ 7.65 कैलिबर की एक अत्याधुनिक पिस्टल बरामद की गई. पुलिस ने बताया कि नवीन काला अशोक प्रधान गैंग के एक शूटर को मारने की फिराक में था. पुलिस ने मुखबिर की सूचना के आधार दोनों को गिरफ्तार कर लिया.
जानकारी के अनुसार, 22 जून को सूचना मिली थी कि नवीन काला हथियारों के साथ दिल्ली के नजफगढ़ के पास पहुंचने वाला है. इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर नवीन काला को पकड़ लिया. उसके पास पुलिस को एक 7.65 कैलिबर की एक देसी पिस्टल, 7.65 मिमी कैलिबर के तीन जिंदा कारतूस और 315 बोर का एक देसी कट्टा, दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए. पूछताछ के दौरान आरोपी नवीन काला ने बताया कि वह अपने भाई अश्विनी सोनू के साथ मिलकर राजीव काला की मौत का बदला लेना चाहता था.
आरोपी नवीन के पास से बरामद हथियारों की व्यवस्था उसके भाई अश्विनी ने की थी. विस्तृत पूछताछ के लिए आरोपी को पुलिस कस्टडी रिमांड लिया गया है. आरोपी अश्विनी ने कबूल किया कि उसने अशोक प्रधान गिरोह के एक शूटर को खत्म करने के लिए हथियारों का इंतजाम किया था. पुलिस हिरासत के दौरान आरोपी अश्वनी उर्फ सोनू के इशारे पर एक देशी पिस्टल और तीन जिंदा कारतूस बरामद किए गए.
पूछताछ में आरोपी नवीन काला ने बताया किया कि वह हरियाणा में हत्या और हत्या के प्रयास के चार मामलों में शामिल रहा है. वह और उसका भाई अश्वनी नीरज बवाना और नवीन बाली गैंग के सक्रिय सदस्य हैं. उसका भाई फिलहाल हत्या के एक मामले में झज्जर जेल में बंद है. जेल से जमानत के बाद वह भाई से मिला, जिसने उसे अपने गिरोह का बदला लेने और अशोक प्रधान गिरोह के एक शूटर को मारने का प्लान बनाया. नवीन और राजीव एक ही गांव के रहने वाले हैं और नीरज बवाना गैंग के सदस्य हैं. नवीन और उसका भाई अश्विनी नीरज बवाना के इशारे पर राजीव काला की हत्या का बदला लेना चाहते हैं.
नवीन काला ने 9वीं तक पढ़ाई की है. वह हत्या, हत्या के प्रयास समेत 4 मामलों में शामिल रहा है. वहीं अश्विनी सोनू ने 11वीं तक पढ़ाई की है. अश्विनी को पहली बार वर्ष 2013 में अंधाधुंध दोहरे हत्याकांड में गिरफ्तार किया गया था. जेल से बाहर आने के बाद अश्विनी ने एक ग्रामीण की हत्या कर दी, जो हत्या के मामले में गवाह था. अश्विनी और नवीन सगे भाई हैं. अश्विनी हत्या, हत्या के प्रयास समेत 9 मामलों में शामिल रहा है.