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आयशा, उंजेला, मंतशा, शाइस्ता और जैनब, UP पुलिस के लिए सिरदर्द बनीं ये 5 लेडी

UP Police के सूत्रों की मानें तो अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी की दोनों बेटियां उंजेला और मंतशा को भी उमेश पाल हत्याकांड की साजिश की जानकारी थी. लिहाजा, अब आयशा के साथ-साथ दोनों बेटियां भी केस में आरोपी बनाई गई हैं. फिलहाल मां और बेटियां फरार हैं.

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बाएं से आयशा, शाइस्ता और जैनब. (फाइल फोटो)
बाएं से आयशा, शाइस्ता और जैनब. (फाइल फोटो)

उमेशपाल हत्याकांड में अतीक  अहमद की बहन आयशा नूरी के साथ उसकी दोनों बेटियों उंजेला और मंतशा को भी पुलिस ने आरोपी बनाया है. फिलहाल मां और बेटियां फरार हैं. अतीक की बेगम और 50 हजार की इनामी शाइस्ता परवीन मिस्ट्री बनी हुई है. 

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प्रयागराज में हुए इस बहुचर्चित हत्याकांड में अतीक अहमद की बहन आयशा के साथ दोनों बेटियां उंजेला और मंतशा भी फरार हैं. पुलिस इन पर इनाम रखने की तैयारी में है. अतीक के साथ प्रयागराज में मारे गए अशरफ की पत्नी जैनब भी अंडरग्राउंड है. उसके दिल्ली में होने की जानकारी है.

उत्तर प्रदेश पुलिस के सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी की दोनों बेटियां उंजेला और मंतशा को भी उमेश पाल हत्याकांड की साजिश की जानकारी थी. लिहाजा अब आयशा के साथ साथ दोनों बेटियां भी केस में आरोपी बनाई गई हैं.

आयशा और उसकी बेटियां फरार हैं.

इतना ही नहीं, मेरठ में आयशा के घर से मिले फरार गुड्डू मुस्लिम के एक सीसीटीवी फुटेज में दोनों बेटियां गुड्डू की आवभगत करती हुई दिखाई दी थीं. जानकारी के मुताबिक, उमेश पाल हत्याकांड के वक्त आयशा अपनी एक बेटी के साथ प्रयागराज में लग्जरी कार से गई थी और प्लान था कि गाड़ी से असद और शाइस्ता को बैठकर मेरठ लाना और वहीं छिपाना. लेकिन पुलिस तब तक एक्टिव हो गई थी और प्लान फेल हो गया था.

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हत्याकांड को अंजाम देने के बाद मेरठ पहुंचा था गुड्डू

बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने के बाद गुड्डू मुस्लिम कुछ दिनों तक मेरठ में छिपा हुआ था. इसके सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए थे. गुड्डू अपने आका अतीक अहमद के जीजा अखलाक के घर पैसे लेने गया था. वह अखलाक के घर दाखिल होता हुआ और बैग ले जाता हुआ दिखाई दिया था. बता दें कि आयशा नूरी, अखलाक की पत्नी है. अखलाक की मेरठ से गिरफ्तारी के बाद आयशा अपनी दोनों बेटियों संग फरार हो गई थी.  

हत्या करने वाले शूटर्स को अखलाक ने की थी फंडिंग

पुलिस के अनुसार, 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या करने वाले शूटर्स को अखलाक ने फंडिंग की थी. इतना ही नहीं, उमेश पाल की हत्या में भी अखलाक की अहम भूमिका थी. गिरफ्तार करने से पहले अखलाक से पुलिस कई बार पूछताछ कर चुकी थी. पुलिस को शक था कि बदमाश वारदात को अंजाम देने के बाद मेरठ गए थे. इसी आशंका के मद्देनजर अखलाक रडार पर था.

शाइस्ता परवीन बन चुकी पहेली 

वहीं, 50 हजार की इनामी शाइस्ता परवीन पुलिस के लिए पहली बन चुकी है. फरार शाइस्ता को पकड़ने के लिए उत्तर प्रदेश से लेकर दिल्ली तक दर्जन भर बार छापेमारी हो चुकी है. लेकिन उसका अता-पता नहीं चल सका. वहीं, Aajtak को आयशा का एक और वीडियो हाथ लगा है जिसमें वह बकरे के साथ नजर आ रही है. 

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24 फरवरी को प्रयागराज में हुई थी उमेश पाल की हत्या

बता दें कि 24 फरवरी 2023 को उमेश पाल और उनके दो सुरक्षा कर्मियों की बदमाशों ने गोली और बम मारकर हत्या कर दी थी. उमेश पाल, विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में गवाह थे. 24 फरवरी को उमेश गाड़ी से उतर रहे थे. उसी दौरान बदमाशों ने उन पर फायरिंग कर हत्या कर दी थी. इस दौरान उमेश के साथ उनके दो सरकारी गनर की भी मौत हो गई थी.

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