इस महिला IPS अफसर ने उठवा ली थी इंदिरा गांधी की कार
किरण बेदी का जन्म 9 जून, 1949 को पंजाब के अमृतसर में हुआ था. इनके पिता का नाम प्रकाश पेशावरिया और माता का नाम प्रेमलता है. इनकी प्रारंभिक शिक्षा सैक्रेड हार्ट कन्वेंट स्कूल, अमृतसर में हुई. वह इंग्लिश में बी.ए. (आनर्स) के साथ पॉलिटिकल साइंस में एम.ए. हैं. आई.आई.टी. दिल्ली से उनको डॉक्ट्रेट की मानद उपाधि भी मिली है.
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- नई दिल्ली,
- 22 अगस्त 2016,
- (अपडेटेड 22 अगस्त 2016, 3:56 PM IST)
देश की बागडोर असल मायने में अफसरों के हाथ में होती है. यदि नौकरशाही दुरुस्त हो तो कानून-व्यवस्था चाकचौबंद रहती है. जिस तरह से भ्रष्टाचार का दीमक नौकरशाही को खोखला किए जा रहा है, लोगों का उससे विश्वास उठता जा रहा है. लेकिन कुछ ऐसे भी IAS और IPS अफसर हैं, जिन्होंने अपना सारा जीवन ही देशसेवा में समर्पित कर दिया. aajtak.in ऐसे ही अफसरों पर एक सीरीज पेश कर रहा है. इस कड़ी में आज पेश है देश की पहली महिला IPS अफसर किरण बेदी की कहानी.
- किरण बेदी का जन्म 9 जून, 1949 को पंजाब के अमृतसर में हुआ था. इनके पिता का नाम प्रकाश पेशावरिया और माता का नाम प्रेमलता है. इनकी प्रारंभिक शिक्षा सैक्रेड हार्ट कन्वेंट स्कूल, अमृतसर में हुई. वह इंग्लिश में बी.ए. (आनर्स) के साथ पॉलिटिकल साइंस में एम.ए. हैं. आई.आई.टी. दिल्ली से उनको डॉक्ट्रेट की मानद उपाधि भी मिली है.
- किरण बेदी को टेनिस खेलने का शौक था. टेनिस खेलते हुए उन्होंने कई खिताब जीते. वे ऑल-एशियन टेनिस चैम्पियनशिप और एशियन लेडीज टाइटल विजेता भी रह चुकी हैं.
- जुलाई 1972 में भारतीय पुलिस सेवा में भर्ती होने के साथ ही उन्हें देश की पहली महिला आईपीएस अधिकारी होने का गौरव हासिल है.
- बतौर पुलिस अफसर किरण बेदी अपने काम की वजह से हमेशा सुर्खियों में रही हैं. उन्होंने नशीले पदार्थों के नियंत्रण, यातायात प्रबंधन और वीआईपी सुरक्षा जैसे प्रमुख काम किए हैं.
- उन्हें क्रेन बेदी के नाम से भी जाना जाता है. दिल्ली ट्रैफिक में तैनाती के दौरान उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की कार को क्रेन से उठवा लिया था.
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- तिहाड़ जेल में तैनाती के समय उन्होंने जेल प्रशासन में काफी महत्वपूर्ण सुधार किए. कैदियों के कल्याण के लिए जेल में नशामुक्ति अभियान चलाया. इसके परिणाम स्वरूप उन्हें रमन मैग्सेसे पुरस्कार और जवाहर लाल नेहरू फेलोशिप भी मिली थी. उन्होंने दो गैर-सरकारी संगठन नवज्योति इंडिया फाउंडेशन और इंडिया विजन फाउंडेशन बनाया है.
- वह संयुक्त राष्ट्र पीस कीपिंग ऑपरेशन्स से भी जुड़ी रहीं. इसके लिए सम्मानित भी किया गया था. उनको कई राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किया गया है. इसमें जर्मन फाउंडे्शन का जोसफ ब्यूज पुरस्कार, नार्वे का एशिया रीजन एवार्ड, अमेरीकी मॉरीसन-टॉम निटकॉक पुरस्कार और इटली का ‘वूमन ऑफ द इयर 2002’ पुरस्कार शामिल हैं.
- अन्ना हजारे के इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन के दौरान वह उसकी सक्रिय सदस्य थी. बाद में उन्होंने बीजेपी ज्वाइन कर लिया. 2015 के दिल्ली विधनासभा चुनाव में पार्टी की मुख्यमंत्री पद की प्रत्याशी भी रहीं थी. इस चुनाव में बीजेपी को बड़ झटका लगा. बीजेपी 70 में से सिर्फ 3 सीटें ही जीत पाई. खुद किरण भी चुनाव हार गईं.
- 31 मई 2016 को किरण बेदी ने पुडुचेरी के राज्यपाल के रूप में शपथ लिया. इससे पहले वह स्टार प्लस के शो 'आप की कचेहरी' भी होस्ट कर चुकी हैं.
- उनके जीवन पर आधारित कई किताबें बाजार में उपलब्ध हैं. वह खुद 'इट्स ऑलवेज़ पॉसीबल' और 'लीडर एंड गवर्नेंस' नाम से किताब लिख चुकी हैं.