ताजनगरी आगरा में एक पुलिसकर्मी ने चार लोगों की जान बचाने के लिए जिस वीरता का परिचय दिया है, वह मिसाल पेश करने वाला है. आगरा के सिकंदरा थाने पर तैनात सिपाही उम्मेद अली की पुलिस महकमे में ही नहीं, चारों ओर से तारीफ हो रही है. उत्तर प्रदेश के DGP ओपी सिंह ने उम्मेद अली को उनकी बहादुरी के लिए कमेंडेशन डिस्क से नावजने की घोषणा की है.
साथ ही उम्मेद अली को 'कॉप ऑफ द मंथ' पुरस्कार भी प्रदान किया जाएगा. उम्मेद अली को यह अवॉर्ड और तारीफें चार जिंदगियों को बचाने के लिए अपनी जान दांव पर लगा देने के चलते मिल रहा है.
Thank you @dgpup sir for your encouragement and awarding commendation disc to our brave constable Ummed. A Cash reward of Rs 10000/- is also announced. We wish him speedy recovery @Uppolice @upcoprahul @adgzoneagra @amitpathak09 @sengarlive @itsshobhit @TOILucknow @thimanshut
— AGRA POLICE (@agrapolice) March 29, 2018
दरअसल सिकंदरा के इंडस्ट्रियल एरिया में एक कार दुर्घटनाग्रस्त हो गहरे गंदे नाले में जा गिरी. कार में चार लोग सवार थे. एक प्रत्यक्षदर्शी ने सिपाही उम्मेद अली को इसकी सूचना दी. घटनास्थल से थोड़ी ही दूर चीता मोबाइल पर तैनात सिपाही उम्मेद अली घटना के बारे में सुन पैदल ही दौड़ पड़े.
घटनास्थल पर पहुंचकर उम्मेद अली ने बिना समय गंवाए अपने कपड़े उतारे, एक रस्सी नाले में लटकाई और वहां मौजूद स्थानीय लोगों को रस्सी पकड़ा नाले में छलांग लगा दी. नाले में इंडस्ट्रीज का कचरा बहता है, जिससे नाले का पानी रसायनों के चलते जानलेवा है.
नाले में प्राणघातक रसायनों, बदबू और दम घोंटने वाली गंदगी की परवाह न कर अपनी जान पर खेलकर उम्मेद अली ने नाले में डुबकी लगा दी. उन्होंने ईंट से कार का शीशा तोड़कर दो युवकों और दो युवतियों को रस्सी के सहारे नाले से बाहर निकाला.
इस दौरान उम्मेद अली की मदद के लिए पुलिस नहीं पहुंच सकी थी. उम्मेद अली की हिम्मत देख स्थानीय लोगों ने उनकी मदद की. उम्मेद अली एक-एक कर कार से घायलों को बाहर निकाल रहे थे. वहां मौजूद लोगों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया.
हालांकि हादसे के शिकार चारों लोगों की जान नहीं बचाई जा सकी. उल्टे सिपाही उम्मेद अली की भी तबीयत बिगड़ गई. सिकंदरा थाने के प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि उम्मेद अली का नाम उनकी बहादुरी के लिए अवॉर्ड के लिए भेजा जाएगा, उन्होंने सराहनीय कार्य किया है.
प्रदेश के नवनियुक्त डीजीपी ने भी ट्वीट कर उम्मेद अली को कमेंडेशन डिस्क दिए जाने की घोषणा की है. उधर नाले की गंदगी और खतरनाक रसायनों से बिगड़ी उम्मेद अली को भी अस्पताल में भर्ती करना पड़ा, जहां बुधवार की देर रात उनकी सेहत में सुधार हुआ.
पुलिस ने घटना में मृत चारों व्यक्तियों की पहचान बोदला निवासी 20 वर्षीय प्रमोद मिश्रा, सेक्टर 1 निवासी 23 वर्षीय गौरव वर्मा, बोदला निवासी ज्योति और महर्षिपुरम निवासी साक्षी कुशवाहा के रूप में की है. चारों बीए फाइनल ईयर के स्टूडेंट थे.
हालत में सुधार आने के बाद सिपाही उम्मेद अली ने कहा कि उसे सिर्फ इस बात का मलाल है कि उसे सूचना देर से मिली. अगर समय पर सूचना मिल जाती तो चारों की जान बच जाती.