यूपी के चित्रकूट (UP chitrakoot) में 12 मार्च को एक बच्चे का शव डिब्बे में बंद मिला था. इस मामले की जांच करते हुए पुलिस ने बच्चे के शव की कहानी का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने बच्चे की हत्या (Murder) के आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल, 9 वर्षीय कन्हैया वर्मा की उसके ही चाचा और चाची ने तंत्र-मंत्र के चक्कर में बलि चढ़ा दी थी. पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने बच्चे की हत्या के पीछे जो वजह बताई, वह बेहद खौफनाक और चौंकाने वाली है.
पुलिस के मुताबिक, कथित तौर पर हत्या के आरोपियों को किसी गड़े धन के प्राप्त होने का सपना आया था. उस सपने में धन हासिल करने के लिए एक बच्चे की बलि देने की बात कही गई थी. गड़ा धन हासिल करने के लिए अपने ही परिवार के 9 वर्षीय बच्चे की हत्या करने वाले दोनों आरोपियों को जब पुलिस ने गिरफ्तार कर उनसे कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने बच्चे की हत्या करना स्वीकार कर लिया.
यह भी पढ़ेंः मेरठ: तंत्र-मंत्र और अंधविश्वास के चलते सगी ताई ने ही दे डाली 5 साल के मासूम की बलि
उन्होंने सपने को हकीकत में बदलने के लिए अपने ही परिवार के बच्चे की बेरहमी से हत्या कर दी थी. आरोपियों ने शव को तीन जगह से मोड़कर एक प्लास्टिक के डिब्बे में बंद कर दिया था. इसके बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए सही समय का इंतजार कर रहे थे, लेकिन इसके पहले ही पुलिस को भनक लग गई.
जानकारी होने के बाद सड़कों पर उतर आए थे लोग
पुलिस ने आरोपी के घर से लापता बच्चे का शव बरामद कर लिया. डिब्बे में बंद बच्चे का शव बरामद होने के बाद खबर फैली तो हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए थे. इसके बाद लोगों ने जाम लगा दिया था. इस हत्या के मामले को लेकर पुलिस पर भारी दबाव था. चित्रकूट के पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल के मुताबिक, बच्चे की हत्या करने वाले उसके रिश्ते के चाचा चाची को गिरफ्तार कर लिया गया है. अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जा रही है.